डायबिटीज यानी मधुमेह एक लाइलाज बीमारी है, जो खराब खानपान और जीवनशैली के कारण होती है। मेडिकल टर्म में शुगर बढ़ने को हाइपरग्लाइसीमिया कहा जाता है। वर्तमान समय में खराब खानपान, अव्यवस्थित जीवनशैली और कोई शारिरिक गतिविधि ना करने के कारण लोग डायबिटीज यानी मधुमेह की चपेट में आ जाते हैं। डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसका कोई इलाज नहीं है बस इसे कंट्रोल किया जा सकता है, यह रोग आजकल बच्चों से लेकर बूढ़ों हर किसी को हो रहा है।
डायबिटीज के रोगियों को फल खाने से पहले भी सोचना जरूरी होता है, हर फल आप अनलिमिटेड मात्रा में नहीं खा सकते हैं। डायबिटीज के मरीज अगर डाइट, रेगुलर एक्सरसाइज और लाइफस्टाइल पर ध्यान दें, तो इसे काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है। वैसे तो मरीजों को कुछ फल खाने की इजाजत होती है जिनमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स लो और नैचुरल शुगर कम होता है।
ऐसे फाइबर से भरपूर फल डायबिटीज पेशेंट्स के लिए लाभकारी होते हैं। लेकिन कुछ फल ऐसे भी हैं जो रक्त शर्करा का स्तर बढ़ाने के लिए जाने जाते हैं। अगर आपको डायबिटीज की समस्या है तो केला, चीकू, आम, अंगूर, अनानास और तरबूज जैसे फल खाने से परहेज करें। ऐसे में इनसे परहेज करना जरूरी है, आइए जानते हैं उन फलों के बारे में जो डायबिटीज रोगियों के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं –
अंगूर: अंगूर में भी नेचुरल शुगर की मात्रा बेहद अधिक होती है। एक कप अंगूर में करीब 23 ग्राम शुगर होती है, इसलिए अंगूर खाने से पहले भी शुगर के मरीजों को सोचना चाहिए और बेहद कम मात्रा में इस फल का सेवन करना चाहिए।
लीची: लीची में नेचुरल शुगर की मात्रा अधिक होती है इसिलए इसे भी हाई शुगर वाले फ्रूट्स में गिना जाता है। इसलिए जो डायबिटीज के मरीज हैं वो लीची ना खाएं तो ही अच्छा है।
आम: अभी के मौसम में फलों के राजा आम की बिक्री बढ़ जाती है। हालांकि, एक्सपर्ट्स का मानना है कि आम में नैचुरल शुगर मौजूद होता है, उनके अनुसार 100 ग्राम आम में लगभग 14 ग्राम चीनी की मात्रा होती है, जिससे ब्लड शुगर का संतुलन बिगड़ सकता है।
अनानास: ताजा अनानास का जीआई 59 के करीब होता है। इसके अधिक सेवन से ब्लड में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती है। ऐसे में इसके सेवन से बचना चाहिए। ऐसे लोग जो अनानास का जूस पीना पसंद करते हैं, बता दें कि फल के मुकाबले अनानास का जूस अधिक खतरनाक साबित हो सकता है।
केला: केले में विटामिंस से लेकर फाइबर और पोटैशियम समेत कई मिनरल्स होते हैं लेकिन केले में भी नेचुरल शुगर की मात्रा अधिक होती है जो ग्लूकोज का लेवल बढ़ा देता है। ऐसे में डाइबिटीज के मरीजों को केला खाने से भी बचना चाहिए।