Diabetes Symptoms: डायबिटीज एक लाइलाज बीमारी है जिससे दुनिया भर में करोड़ों लोग पीड़ित हैं। बताया जाता है कि पिछले करीब 35 सालों में मधुमेह रोग के मरीजों की संख्या में 4 गुना इजाफा हुआ है। मेटाबॉलिज्म में खराबी होने पर डायबिटीज रोग का खतरा बढ़ जाता है। इस रोग में ब्लड में ब्लड शुगर लेवल अधिक हो जाता है जो बॉडी सेल्स तक पहुंचने में असमर्थ हो जाता है। इससे शरीर के विभिन्न हिस्सों पर अलग-अलग प्रभाव देखने को मिलता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक इन मरीजों को आंखों से संबंधित दिक्कतें हो सकती हैं। आइए जानते हैं विस्तार से –
साइलेंट किलर होता है डायबिटीज: स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि मधुमेह एक ऐसी बीमारी है जिसके लक्षण जल्दी समझ नहीं आते हैं। बताया जाता है कि जब तक इस बीमारी के लक्षणों की पहचान होती है तब तक डायबिटीज शरीर पर धावा बोल देता है। इसलिए ही इसे साइलेंट किलर भी कहा जाता है। एक्सपर्ट्स के अनुसार इस बीमारी का पहला लक्षण आंखों में ही दिखाई देता है। इसके कारण डायबिटिक रेटिनोपैथी हो सकती है जो मरीजों की आंख को प्रभावित करती है। इस स्थिति से अंधापन भी होने का खतरा भी बढ़ जाता है।
डायबिटीज और आंखों में क्या है संबंध: स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार रक्त शर्करा का स्तर बढ़ने से नजरें भी कमजोर हो सकती हैं। इससे आंखों की सेहत खराब होती है और अंधेपन का खतरा भी बढ़ता है। ऐसे में अचानक से अगर आंखों के आगे धुंधलापन छाने लगे तो इसे हल्के में न लें। कहा जाता है कि शुगर लेवल बढ़ने से आंखों की रेटिना प्रभावित होती हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार इस बीमारी के खतरे को कम करने के लिए जरूरी है कि मरीजों का शुगर लेवल, ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल का स्तर सामान्य बना रहे।
जानें किन लक्षणों से करें पहचान: धुंधलापन, देखने में और ध्यान केंद्रित करने में परेशानी, आंखों के सामने काले धब्बे दिखना, ज्यादा प्यास और भूख, बार-बार पेशाब की इच्छा, वजन में गिरावट और अत्यधिक थकान डायबिटीज के प्रमुख लक्षण हैं।
कैसे करें बचाव: मरीजों को रोजाना अपनी डाइट में सब्जियां, फल, फलियां, और साबुत अनाज शामिल करना चाहिए। बादाम और अखरोट जैसे नट्स का सेवन करें। मीठे और हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स युक्त फूड्स से परहेज करना चाहिए। वहीं, फिजिकल फिटनेस भी बहुत जरूरी है।