डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिनके मरीजों के लिए डाइट का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। डायबिटीज मरीज अगर बिना सोचे समझे कुछ भी खा लेते हैं तो उससे ब्लड में शुगर का स्तर तेजी से बढ़ने लगता है। हमेशा फॉस्टिंग से लेकर पोस्ट मील शुगर हाई होने से बॉडी के कई अंगों पर उसका प्रभाव पड़ता है। लंग्स, किडनी और आंखों पर ब्लड शुगर हाई होने का असर ज्यादा दिखता है।
हाई ब्लड शुगर रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है जिससे आगे चलकर किडनी डिसीस हो सकता है। डायबिटीज मरीजों की ब्लड शुगर हाई होने पर बॉडी में कई तरह के लक्षण दिखने लगते हैं जैसे प्यास का बढ़ना, धुंधला दिखाई देना, कमजोरी, थकान, मुंह सूखना,पेट में दर्द,उल्टी और सांस लेने में दिक्कत होने जैसे लक्षण दिखते हैं।
डायबिटीज मरीजों के लिए फ्रूट्स का सेवन बेहद फायदेमंद होता है। फ्रूट्स पोषक तत्वों का पावरहाउस होते हैं जिनका सेवन करने से बॉडी को एनर्जी मिलती है। कुछ फ्रूट्स का सेवन डायबिटीज मरीजों के लिए फायदेमंद होता है तो कुछ ब्लड शुगर को बढ़ाने वाले होते हैं। केला,अंगूर,चीकू और आम का सेवन करने से ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ने लगता है। केला का सेवन अक्सर डायबिटीज मरीज करने से परहेज करते हैं।
केले में पोटैशियम, विटामिन C और फाइबर जैसे पोषक तत्व भरपूर होते हैं जिसका सेवन करने से बॉडी को फायदा मिलता है। डायबिटीज मरीज केले का सेवन करने से परहेज करते हैं क्योंकि उसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स अधिक होता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। डायबिटीज मरीज अगर केला खाना चाहते हैं तो हरे केला का सेवन करें। आइए जानते हैं कि हरा केला कैसे ब्लड में शुगर के स्तर को कंट्रोल करता है।
हरा केला कैसे शुगर कंट्रोल करता है?
क्लिनिकल डायटिशियन और सर्टिफाइड डायबिटीज एजुकेटर कनिका मल्होत्रा ने बताया कि हरे केले का सेवन करना डायबिटीज मरीजों के लिए फायदेमंद है। हरे केले का सेवन करने से इम्युनिटी स्ट्रॉन्ग होती है और बॉडी का बीमारियों से बचाव होता है। हरे केले में अधिक प्रतिरोधी स्टार्च और चीनी कम होती है जो पके हुए केले से पूरी तरह अलग है। हरे केले में मौजूद रेसिस्टेंट स्टार्च ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है। पके हुए केले में शुगर की मात्रा ज्यादा होती है,जिससे ब्लड शुगर बढ़ सकता है। हरा केला डायबिटीज मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद है।
एक्सपर्ट के मुताबिक हरे कच्चे केले भी खाने में उतने ही स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक हो सकते हैं जितने पके हुए केले होते हैं। हरे केले में पाया जाने वाला प्रतिरोधी स्टार्च एक प्रकार का कार्बोहाइड्रेट है जो पाचन को रोकता है, एक प्रीबायोटिक के रूप में काम करता है जो आंत की सेहत के लिए फायदेमंद है। हरे केले शॉर्ट-चेन फैटी एसिड के उत्पादन को बढ़ाते हैं जो आंत के स्वास्थ्य में काफी सुधार करते हैं।
वजन रहता है कंट्रोल
वजन कम करना चाहते हैं तो हरे केला का सेवन करें। हरे केले फाइबर से भरपूर होते हैं जो भूख को शांत करते हैं और बॉडी को एनर्जी देते हैं। हरे केले में कैलोरी की मात्रा कम होती है जो वजन को कंट्रोल करने में असरदार है। हरे केले में मौजूद फाइबर भूख को शांत करता है और खाने की क्रेविंग को कंट्रोल करता है।