डायबिटीज के मरीजों को अपने खानपान का विशेष रूप से ध्यान रखने की आवश्यकता होती है। क्योंकि कुछ खाद्य पदार्थ हैं, जिनका सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल प्रभावित होता है। मधुमेह के रोगियों का ब्लड शुगर यानी रक्त शर्करा का स्तर अनियंत्रित रूप से घटता-बढ़ता रहता है, जिसके कारण हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक, किडनी फेलियर और मल्टीपल ऑर्गन फेलियर जैसी जानलेवा स्थिति का खतरा भी बढ़ जाता है। अगर बॉडी में रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाए तो इस स्थिति को हाइपरग्लाइसेमिया कहा जाता है।

हेल्थ एक्सपर्ट्स डायबिटीज के रोगियों को भिंडी का सेवन करने की सलाह देते हैं। पोषक तत्वों से भरपूर भिंडी में पोटेशियम, विटामिन बी, विटामिन सी, फोलिक एसिड और कैल्शियम की अच्छी-खासी मात्रा होती है। भिंडी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स काफी कम होता है, जिसके कारण ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहता है। अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन के अनुसार, भिंडी जैसी गैर-स्टार्च वाली सब्जी डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।

एक्सपर्ट्स के मुताबिक भिंडी में मौजूद इनसोल्युबल फाइबर, आंतों के मार्ग में अब्सॉर्बेशन शक्ति को धीमा कर ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करती है। कई शोध में पाया गया है कि भिंडी के जरिए गैसटेस्नल डायिबटीज को भी कंट्रोल करने में मदद मिलती है।

इस तरह करें अपनी डाइट में शामिल: वैसे तो डायबिटीज के मरीज भिंडी की सब्जी को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। लेकिन इसके अलावा भिंडी का पानी भी फायदेमंद साबित हो सकता है। इसके लिए रात के समय भिंडी को काटकर उन्हें पानी में भिगोकर रख दें। फिर सुबह उठकर इस पानी को छान लें और खाली पेट इसका सेवन करें। नियमित तौर पर भिंडी के पानी का सेवन करने से शरीर में रक्त शर्करा का स्तर कंट्रोल किया जा सकता है।

भिंडी ना सिर्फ डायबिटीज के रोगियों के लिए किसी रामबाण से कम है, बल्कि यह शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत करने में मदद करती है। इसके अलावा भिंडी पाचन तंत्र को दुरुस्त करती है और आंखों की रोशनी को बढ़ाती है। आप चाहें तो भिंडी को भूनकर या फिर सलाद के रूप में भी इसका सेवन कर सकते हैं।