डायबिटीज एक ऐसी स्वास्थ्य स्थिति है जो पूरे दिन सावधानी और डिसिप्लिन की मांग करती है। ब्लड शुगर का स्तर अगर बहुत अधिक या बहुत कम हो जाए तो शरीर पर गंभीर असर पड़ सकता है। ऐसी स्थिति में मरीज को थकान, चक्कर आना, सिरदर्द, दिल की धड़कन बढ़ना, पसीना आना या अचानक कमजोरी महसूस होने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

डायबिटीज के मरीजों के लिए ब्लड शुगर का बैलेंस बनाए रखना बेहद जरूरी है, क्योंकि लगातार उतार-चढ़ाव हृदय, किडनी, आंखों और नसों को नुकसान पहुंचा सकता है। डायबिटीज एक्सपर्ट अक्सर ब्लड शुगर नॉर्मल करने के लिए सुबह के समय एक तय रूटीन फॉलो करने की सलाह देते हैं ताकि दिनभर ब्लड शुगर स्थिर रहे और शरीर की एनर्जी लेवल भी सही बना रहे।

आयुर्वेद और योग गुरु डॉ. हंसा जी योगेंद्र के अनुसार अगर डायबिटीज के मरीज सुबह की शुरुआत सही तरीके से करें जैसे कुछ हल्के योगासन, आंवला ड्रिंक, मेथी दाना का पानी और ध्यान करें तो दिनभर उनका ब्लड शुगर कंट्रोल में रह सकता है। सुबह की ये कुछ आदतें न सिर्फ ग्लूकोज लेवल को बैलेंस करती हैं, बल्कि शरीर की इंसुलिन सेंसिटिविटी को भी बढ़ाती हैं और तनाव कम करती हैं, जो डायबिटीज के कंट्रोल के लिए बेहद जरूरी है। हंसा जी योगेंद्र के अनुसार डायबिटीज को कंट्रोल में रखना सुबह की सही शुरुआत से ही संभव है।

एक्सर्ट ने बताया कई डायबिटीज मरीजों को डॉन फिनोमेनन (Dawn Phenomenon) होता है, जिसमें सुबह 2 से 8 बजे के बीच शुगर लेवल अचानक बढ़ जाता है। वहीं कुछ लोगों में सोमोजी इफेक्ट (Somogyi Effect) भी देखा जाता है, जिसमें रात को इंसुलिन लेने के बाद सुबह ब्लड शुगर बढ़ा हुआ मिलता है। इसलिए जरूरी है कि डायबिटीज के मरीज अपनी सुबह को एक नियमित और संतुलित रूटीन से शुरू करें। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए कैसी रूटीन अपनाना चाहिए।

सुबह बिस्तर पर हल्की स्ट्रेचिंग और प्राणायाम करें

सुबह उठने के बाद कुछ मिनट बिस्तर पर ही गहरी सांस लेने (Abdominal Breathing) का अभ्यास करें। यह शरीर में ऑक्सीजन, पोषक तत्व और रक्त संचार को बेहतर करता है। इसके बाद यस्तिकासन, पवनमुक्तासन और सुप्त वक्रासन जैसे योगासन करें, जिससे शरीर की जकड़न दूर होगी और दिनभर के लिए एनर्जी स्टोर रहेगी।

सुबह खाली पेट आंवले का ड्रिंक पिएं

डॉ. हंसा जी योगेंद्र बताती हैं कि आंवला (Amla) डायबिटीज मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद है। यह ब्लड शुगर को कंट्रोल रखता है और इम्यूनिटी को भी मजबूत बनाता है। एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच आंवला पाउडर और एक चुटकी हल्दी मिलाकर सुबह खाली पेट पिएं। यह पूरे दिन ग्लूकोज लेवल कंट्रोल रहेगा।

भीगे हुए मेथी दाना खाएं

रातभर भिगोए गए मेथी दाने (Fenugreek Seeds) डायबिटीज कंट्रोल में बेहद असरदार हैं। इनमें मौजूद घुलनशील फाइबर कार्बोहाइड्रेट के पाचन और अवशोषण को धीमा करता है, जिससे शुगर लेवल अचानक नहीं बढ़ता। सुबह आंवले का पानी लेने के बाद एक चम्मच भीगे मेथी दाने चबाकर खाएं।

योग और मॉर्निंग वॉक है जरूरी

15–20 मिनट की सुबह की योग दिनचर्या डायबिटीज मरीजों के लिए बेहद जरूरी है। योग से मांसपेशियों में ब्लड फ्लो और ग्लूकोज का उपयोग बेहतर होता है।
आप अपनी दिनचर्या में ताड़ासन, कोणासन, पश्चिमोत्तानासन, भुजंगासन, मत्स्यासन और विपरीतकरणी जैसे आसन शामिल करें। शाम को 30 मिनट की तेज़ चाल वाली वॉक भी ज़रूर करें। इससे शुगर लेवल कंट्रोल रहता है और सोमोजी इफेक्ट से बचाव होता है।

हेल्दी ब्रेकफास्ट खाएं

डायबिटीज मरीजों को नाश्ता स्किप नहीं करना चाहिए। दिन की शुरुआत कम कैलोरी और हाई फाइबर वाले फूड से करें। एक कटोरी ओट्स या दलिया में थोड़े नट्स और सीड्स मिलाकर खाएं। इसके साथ सेब, अमरूद या एवोकाडो जैसे फल ब्लड शुगर को नॉर्मल रखते हैं।

माइंडफुलनेस और डिसिप्लिन है जरूरी

डॉ. हंसा जी बताती हैं कि सुबह उठने के एक घंटे के भीतर सात्विक भोजन करना सबसे अच्छा माना गया है। अपनी सुबह की दिनचर्या को तय समय पर करें, इससे ब्लड शुगर में उतार-चढ़ाव नहीं होता और दिनभर ऊर्जा बनी रहती है। एक्सपर्ट के मुताबिक ध्यान, सकारात्मक सोच और नियमित जीवनशैली से डायबिटीज को लंबे समय तक कंट्रोल रखा जा सकता है।

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