डायबिटीज और प्रीडायबिटीज मरीजों की संख्या देश और दुनिया में तेजी से बढ़ रही है। डायबिटीज से पहले की स्थिति को प्रीडायबिटीज कहा जाता है। प्री डायबिटीज वो स्थिति है जब ब्लड में ग्लूकोज का स्तर सामान्य से ज़्यादा होता है, लेकिन डायबिटीज की सीमा तक नहीं पहुंचता। प्री डायबिटीज की बीमारी को लाइफस्टाइल और खानपान में बदलाव करके रिवर्स किया जा सकता है। अगर जीवनशैली में बदलाव नहीं किया जाए तो ये स्थिति टाइप-2 डायबिटीज में तब्दील हो जाती है। टाइप-2 डायबिटीज दिल के रोगों और स्ट्रोक का जोखिम बढ़ सकता है।
बहुत से लोग यह मानते हैं कि डायबिटीज़ की बीमारी में फलों का सेवन करना बंद कर देना चाहिए, लेकिन सच्चाई यह है कि फल में फाइबर, विटामिन्स और एंटीऑक्सीडेंट्स गुण भरपूर होते हैं जो बॉडी को हेल्दी रखते हैं और डायबिटीज भी मैनेज करते हैं।
कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) वाले फल खाने से खाने के बाद की शुगर कम होती है और HbA1c में सुधार होता है। फलों का सेवन करने से डायबिटीज का जोखिम भी कम होता है। डायबिटीज मरीजों के लिए हम 5 ऐसे फलों के बारे में बताते हैं जो ब्लड शुगर को बढ़ाए बिना आसानी से खाए जा सकते हैं। इन फलों का सेवन करने से डायबिटीज कंट्रोल रहती है और बॉडी भी हेल्दी रहती है। आइए जानते हैं लो ग्लाइसेमिक फलों के बारे में जो ब्लड शुगर को नॉर्मल करते हैं।
सेब खाएं
हेल्थलाइन के मुताबिक सेब में पेक्टिन नामक सॉल्युबल फाइबर होता है जो शुगर के अवशोषण को धीमा करता है। सेब का सेवन उसके छिलके के साथ करें बॉडी को भरपूर फाइबर मिलेगा और ब्लड शुगर में स्पाइक का खतरा भी कम होगा। सेब का ग्लाइसेमिक इंडेक्स लगभग 30–40 होता है, इसलिए यह डायबिटीज रोगियों के लिए सुरक्षित है। आप सेब का सेवन भोजन से पहले करें फायदा होगा।
चेरी (Cherries) खाएं
हेल्थलाइन के मुताबिक चेरी एंटीऑक्सीडेंट्स, खासकर एंथोसायनिन, और विटामिन C से भरपूर होती हैं। इस फल का GI बहुत कम है, जिससे यह ब्लड शुगर को तेजी से नहीं बढ़ातीं। चेरी खाने से सूजन कम होती है और डायबिटीज कंट्रोल करने में मदद मिलती है। डायबिटीज मरीज दही या नट्स के साथ चेरी का सेवन कर सकते हैं।
स्ट्रॉबेरी खाएं
स्ट्रॉबेरी एक ऐसा फल है जिसमें फाइबर, पानी और विटामिन C भरपूर होता है। इसमें नेचुरल शुगर की मात्रा बहुत कम होती है और GI लगभग 25–30 है। स्ट्रॉबेरी खाने से पेट भरा-भरा लगता है और कैलोरी कम मिलती है, जिससे वज़न और शुगर दोनों कंट्रोल में रहते हैं। इसे नाश्ते में स्नैक्स के रूप में या डेजर्ट की जगह खाया जा सकता है।
नाशपाती का करें सेवन
नाशपाती में फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है, खासकर इसे छिलके के साथ खाया जाए तो। इस फल का GI लगभग 30–35 है, जो ब्लड शुगर को नॉर्मल बनाए रखता है। नाशपाती विटामिन C और K के साथ-साथ पोटैशियम भी देती है, जो दिल की सेहत में सुधार करती है। नाशपाती भूख को कंट्रोल करती है और ओवरईटिंग से बचाती है।
सिट्रस फलों का करें सेवन
डायबिटीज मरीज ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए सिट्रस फलों का सेवन करें। संतरा, नींबू और दूसरे साइट्रस फल विटामिन C, फाइबर और फ्लेवोनोइड्स से भरपूर होते हैं। इनका GI कम से मध्यम होता है। ये इम्यूनिटी को मजबूत करते हैं और शुगर को धीरे-धीरे बढ़ाते हैं। संतरा नाश्ते या वर्कआउट से पहले और बाद दोनों समय खा सकते हैं।
मीठा न खाने पर भी क्यों बढ़ जाता है Blood Sugar? डॉक्टर ने बताए शुगर स्पाइक के 7 कारण, आप भी अक्सर अपने ब्लड शुगर में स्पाइक महसूस करते हैं तो इस खबर से लीजिए पूरी जानकारी।