डायबिटीज बेहद गंभीर बीमारी है। यूं तो ये किसी को भी कई कारणों के चलते हो सकती है, लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट्स खराब खानपान और अनहेल्दी लाइफस्टाइल को डायबिटीज के शुरुआती कारणों में से सबसे अहम बताते हैं। गलत खानपान और शारिरिक गतिविधियों में ढीलापन पैंक्रियाज से निकलने वाले हार्मोन इंसुलिन की मात्रा को कम करने लगता है। इससे शुगर का पाचन सही ढंग से नहीं हो पाता है और शुगर ब्लड में जमा होना शुरू हो जाती है। इसी स्थिति को डायबिटीज कहते हैं।

वहीं, इस समय ये बीमारी तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रही है। प्रमुख मेडिकल जर्नल द लांसेट में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, साल 2050 तक डायबिटीज के मामले 130 करोड़ के आसपास होंगे। यानी अगले तीन दशक में दुनियाभर में डायबिटीज से पीड़ितों की संख्या आज के मुकाबले दो गुनी और भारत की मौजूदा आबादी के लगभग बराबर हो जाएगी। ये स्टडी 1990 से लेकर 2021 के बीच की अवधि में डायबिटीज के चलते हुई मृत्यु और विकलांगता पर आधारित है। साथ ही इसमें 204 देशों के 27 हजार से ज्यादा लोगों को शामिल किया गया है। जाहिर है कि ये आंकड़े डरा देने वाले हैं। जबकि, अधिक चिंता की बात यह है कि इस बीमारी का कोई सही इलाज भी नहीं मिल पाया है।

स्टडी में यह भी बताया गया है कि बढ़ती उम्र के साथ इस बीमारी की चपेट में आने की आशंका और ज्यादा होती है। इसी कड़ी में इस लेख में हम आपको 18 से 25 साल की उम्र में डायबिटीज होने पर दिखने वाले अहम शुरुआती लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं।

बॉडी में दिखें ये लक्षण तो तुरंत हो जाएं सतर्क

अत्यधिक प्यास लगना और बार-बार पेशाब आना

पानी पीना सेहत के लिए फायेमंद है। हालांकि, अगर आपको अत्यधिक प्यास का अनुभव होता है तो ये डायबिटीज के कारण हो सकता है। साथ ही बार-बार पेशाब आना भी इस गंभीर बीमारी की ओर इशारा है। मधुमेह से पीड़ित शख्स के ब्लड में शुगर की मात्रा अधिक हो जाती है। इस एक्स्ट्रा शुगर को छानने और अवशोषित करने के लिए किडनी को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है और इसी के चलते व्यक्ति को जल्दी प्यास लगना और बार-बार पेशाब आने की परेशानी होने लगती है।

बेवजह वजन घटना

अगर आपका वजन बेवजह घटने लगा है, तो भी आपको डायबिटीज का टेस्ट जरूर करा लेना चाहिए। ये इसके शुरुआती लक्षणों का संकेत है। इस स्तिथि में बॉडी में प्रोटीन की मात्रा कम होने लगती है, जिससे व्यक्ति का वजन घटने लगता है।

बार-बार संक्रमित होना

बार-बार संक्रमित होना डायबिटीज का एक और शुरुआती संकेत हो सकता है। ब्लड शुगर लेवल हाई होने से इम्यून सिस्टम ठीक ढंग से काम नहीं कर पाता है। इसके चलते पीड़ित अधिक तेजी से संक्रमण की चपेट में आता है। वहीं, अगर किशोरावस्था में बार-बार शरीर के किसी हिस्से में संक्रमण हो रहा है, तो समझ जाएं आपको डायबिटीज है।

नहीं भरते घाव

अगर आपको चोट लगने पर घाव नहीं भर पाते हैं, तो ये भी डायबीटिज के कारण हो सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, डायबिटीज से पीड़ितों की इम्युनिटी बेहद कमजोर होती है। दूसरी ओर अनियंत्रित शुगर घाव के बैक्टीरिया को रोकने में नाकाम करने लगती है, इससे बैक्टीरिया घाव पर लेयर बना लेता है और वे भर नहीं पाते हैं।

बेवजह थकान और कमजोरी महसूस होना

इन सब से अलग अगर आपको किसी भी काम को करते हुए अधिक थकान या बेवजह कमजोरी का अहसाह होता है, तो भी और देरी किए बिना डायबिटीज का टेस्ट जरूर करा लें। शरीर में पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन नहीं बनाने या उसका पर्याप्त मात्रा में उपयोग नहीं हो पाने पर व्यक्ति को अत्यधिक थकान व कमजोरी महसूस होने लगती है। 18 से 25 साल की उम्र में ऐसा होना डायबिटीज के अहम लक्षणों में से एक है।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।