Tips for Pregnant Women:गर्भावस्था का समय हर महिला के लिए बेहद खास होता है। इस दौरान वो कई शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक बदलावों से गुजरती हैं। इस दौरान महिलाओं को अपने साथ-साथ गर्भ में पल रहे शिशु का भी ध्यान रखना पड़ता है। कई बार प्रेग्नेंसी के दौरान तथा जन्म लेने के बाद कुछ जटिलताओं की वजह से नवजात कई घातक बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। ऐसे में डायबिटिक महिला या जो महिलाएं गर्भावधि में इस बीमारी से ग्रसित हो जाती हैं, एक शोध में पता चला है कि उनके गर्भ में पल रहे शिशु को दिल से संबंधित बीमारियों का खतरा अधिक होता है। आइए जानते हैं –

शोध में क्या चला पता: इस अध्ययन के अनुसार युवाओं और किशोरों में हृदय रोग का खतरा तब ज्यादा हो सकता है, अगर मां गर्भावस्था के दौरान डायबिटीज से पीड़ित रह चुकी हैं। कनाडा के मैनिटोबा में युवाओं और किशोरों पर हुए अध्ययन में यह निष्कर्ष निकाला गया कि जिन महिलाओं में मैटर्नल डायबिटीज के लक्षण पाए गए, उनके बच्चों में 35 साल से पहले हार्ट प्रॉब्लम्स 50 से 200 प्रतिशत ज्यादा देखने को मिल।

जेस्टेशनल डायबिटीज और बीमारियां: डायबटीज से पीड़ित महिलाओं के लिए गर्भावस्‍था अधिक चुनौतीपूर्ण और जटिल होता है। डायबिटीज न सिर्फ प्रेग्नेंट महिलाओं के स्‍वास्‍थ्‍य पर असर डालता है बल्कि उनके अजन्‍मे बच्‍चे के विकास को भी प्रभावित करता है। मधुमेह की वजह से बच्चे कई बीमारियों के शिकार हो सकते हैं। शिशु को भविष्य में टाइप 2 डायबिटीज का खतरा भी हो सकता है। इसके अलावा, नवजात में ऑक्सीजन की कमी हो सकती है जिससे मानसिक बीमारियों का खतरा भी बढ़ता है।

प्रेग्नेंसी में इन बातों का रखें ख्याल: गर्भवती महिला को संतुलित भोजन करना चाहिए ताकि बच्‍चा और मां दोनो स्‍वस्‍थ रहें। शुगर या स्टार्च युक्त भोजन करने से परहेज करें। अगर संभव हो तो डायटीशियन से फूड चार्ट बनवा लें और उसी हिसाब से खाना खाएं। इस दौरान ब्लड शुगर कंट्रोल में रखना बहुत जरूरी है इसलिए नियमित रूप से जांच करवाएं और डॉक्टर के संपर्क में रहें। मधुमेह से ग्रसित गर्भवती महिला को एक्‍सरसाइज जरूर करना चाहिए, इससे बॉडी हेल्‍दी रहती है। समय पर उठकर योगा-ध्‍यान और थोड़ी देर टहलना भी प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए फायदेमंद होगा।