बच्चे हों या बड़े, पिज्जा खाना भला किसे पसंद नहीं होता है। अपने सामने गरमागरम पिज्जा देख अच्छे-अच्छों का मन ललचा जाता है। वहीं, इसके ऊपर ऑरेगैनो डाल दिया जाए, तब तो स्वाद मानो दोगुना ही हो जाता है। अब, यह बात तो आप बखूबी जानते होंगे कि ऑरेगैनो का इस्तेमाल खाने के स्वाद और खुशबू को बढ़ाने के लिए किया जाता है, लेकिन क्या आप इसके आयुर्वेदिक फायदों से वाकिफ हैं? बता दें कि ऑरेगैनो का इस्तेमाल कई तरह की दवा बनाने के लिए किया जाता है। इसका सेवन कई तरह की बीमारियों से लड़ने में मदद सकता है। इनमें से एक बीमारी डायबिटीज भी है।

ब्लड में ग्लूकोज की मात्रा का अनकंट्रोल तरीके से बढ़ना या कम होना डायबिटीज का कारण बनता है। इस वक्त दुनियाभर में ये बीमारी तेजी से अपने पांव पसार रही है। वहीं, कोई सटीक इलाज ना होना इसे अधिक खतरनाक बना रहा है। डायबिटीज से पीड़ित शख्स की जरा सी चूक कई बार उसे अस्पताल तक जाने को मजबूर कर देती है। ऐसे में हेल्थ एक्सपर्ट्स डायबिटीज पेशेंट को डाइट में कुछ खास चीजों को शामिल करने की सलाह देते हैं। ऑरेगैनो इन्हीं चीजों में से एक है।

कैसे करता है असर?

आम भाषा में ऑरेगैनो को अजवाइन के पत्ते कहा जाता है। आयुर्वेद में वर्षों से कई तरह की बीमारियों के उपचार के लिए ऑरेगैनो का इस्तेमाल होता आ रहा है। वहीं, विज्ञान ने भी इसके कई फायदे गिनवाए हैं। NCBI की एक रिपोर्ट के अनुसार, ऑरेगैनो में मौजूद योगेश टाइप टू डायबिटीज को प्रबंधित करने में मदद करता है। इसके अलावा इसमें बायोएक्टिव कंपाउंड, पॉलीफेनोल्स और फ्लेवोनॉयड्स पाए जाते हैं जो इंसुलिन प्रक्रिया में अहम भूमिका निभाते हैं। ऐसे में नियमित तौर पर ऑरेगैनो का सेवन ब्लड शुगर को मेंटेन कर डायबिटीज को कंट्रोल करने में मददगार साबित हो सकता है। वहीं, खास बात यह है कि इसके लिए आपको अधिक पैसा खर्च करने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। आप चाहें तो घर पर ही ऑरेगैनो का पौधा लगा सकते हैं।

कैसे करे सेवन?

डायबिटीज के मरीज ऑरेगैनो को कई तरह से अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। आप इसे सलाद के ऊपर छिड़ककर खा सकते हैं। इसके अलावा तमाम तरह की सब्जियों में मसाले की तरह भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे ना केवल आपके खाने में बेहतरीन खुशबू आएगी, ब्लकि ऑरेगैनो के कमाल के स्वाद के चलते आप उंगलियां चाटने पर मजबूर हो जाएंगे। इन सब के अलावा आप ऑरेगैनो का इस्तेमाल खाली पेट चूर्ण की तरह भी कर सकते हैं। ऑरेगैनो की पत्तियों का चूर्ण बनाकर आप इसे पानी में मिलाकर पी सकते हैं।

कई हैं फायदे:

  • डायबिटीज से अलग ऑरेगैनो हड्डियों को स्वस्थ रखने में भी लाभदायक साबित होता है। इसमें भरपूर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है जिसके चलते हड्डियों को स्ट्रॉन्ग बनाया जा सकता है।
  • ऑरेगैनो में मौजूद एंटी इंफ्लेमेटरी गुण के चलते इसका इस्तेमाल एसेंशियल ऑयल के तौर पर भी किया जा सकता है। एनसीबीआई द्वारा प्रकाशित एक शोध में पाया गया है कि इस तेल का उपयोग त्वचा की सूजन को कम करने में मदद कर सकता है।
  • ऑरेगैनो पेट संबंधी विकारों को दूर करने में भी असरदार साबित होता है। इसका सेवन आपको कब्ज, बदहजमी और अपच से राहत पाने में मदद कर सकता है।
  • ऑरेगैनो की पत्तियों में थाईमोल, कार्वाक्रोल और कई एंटी-कैंसर के गुण पाए जाते हैं जो कैंसर सेल्स को ग्रो करने से रोक सकते हैं।
  • इसमें पाए जाने वाले एंटी इंफ्लेमेटरी गुण शरीर को बैक्टीरियल संक्रमण से बचाते हैं। साथ ही ये सर्दी-जुकाम, दस्त, मतली, उल्टी आदि का कारण बनने वाले वायरस से लड़ने में भी कारगर साबित हो सकते हैं।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।