डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है, जिसपर अगर समय रहते ध्यान न दिया जाए, तो ये और अधिक घातक हो सकती है। इस गंभीर बीमारी का असर शरीर के कई अंगों पर पड़ता है। वहीं, हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि एक बार डायबिटीज होने पर इसे पूरी तरह ठीक कर पाना भी नामुमकिन है। हालांकि, कुछ बातों का खास ख्याल रखकर इसे काफी हद तक कंट्रोल जरूर किया जा सकता है। ऐसे में अगर आप भी डायबिटीज के पेशेंट हैं तो यहां हम आपको दो बेहद आसान तरीके बता रहे हैं, जिन्हें आदत का हिस्सा बनाकर आप शुगर स्पाइक के खतरे को काफी हद तक कंट्रोल कर सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे-

क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?

मामले को लेकर इंडियन एक्सप्रेस संग हुई खास बातचीत के दौरान ज़ैंड्रा हेल्थकेयर के डायबिटोलॉजी हेड और रंग दे नीला पहल के सह-संस्थापक डॉ. राजीव कोविल ने बताया, ‘अगर आप मधुमेह यानी डायबिटीज से पीड़ित हैं, तो अपनी सेहत का ख्याल रखने के लिए आपको केवल दो बातों पर जोर देना है। पहली नियमित शारीरिक गतिविधि और दूसरी हेल्दी इटिंग। एक्सरसाइज और डाइट, केवल इन दो चीजों की मदद से आप डायबिटीज को रिवर्स तक कर सकते हैं।’

रेगुलर फिजिकल एक्टिविटी

डॉ. कोविल ने बताया, ‘फिजिकली एक्टिव रहने के कई लाभ होते हैं लेकिन खासकर डायबिटीज पेशेंट्स के लिए ये रामबाण तरीका साबित हो सकता है। दरअसल, एक्सरसाइज इंसुलिन संवेदनशीलता (Insulin Sensitivity) में सुधार करने में मदद करती है, जिसका मतलब है कि आपका शरीर इंसुलिन का अधिक प्रभावी ढंग से उपयोग कर सकता है और इससे आपका ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहता है। यह वजन प्रबंधन में भी सहायता करता है, हृदय रोग के जोखिम को कम करता है और समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। ऐसे में हर हफ्ते कम से कम 5 दिन और हर दिन कम से कम 30 से 45 मिनट मध्यम-तीव्रता वाला व्यायाम करें।’

इन एक्सरसाइज को बनाएं अपनी दिनचर्या का हिस्सा

एरोबिक एक्सरसाइज

  • डॉ. कोविल के मुताबिक, हर हफ्ते कम से कम 150 मिनट की मध्यम तीव्रता वाली एरोबिक एक्सरसाइज करें।
  • हर हफ्ते में दो से तीन बार रेसिस्टेंट एक्सरसाइज करें। इसके लिए आप वेट लिफ्टिंग, पुश-अप और स्क्वैट्स जैसी बॉडीवेट एक्सरसाइज कर सकते हैं। स्ट्रेंथ ट्रेनिंग मसल्स स्ट्रेंथ को बढ़ाने के साथ-साथ मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने में भी असर दिखाती है, जिससे आपका ओवरऑल ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहता है।
  • योग, पिलेट्स या ताई ची जैसे अभ्यास फ्लेक्सिबिलिटी, बैलेंस और कोर स्ट्रेंथ को बढ़ाने में मददगार होते हैं, साथ ही इन तरह की एक्सरसाइज से भी आपकी ओवरऑल हेल्थ बेहतर रहती है।

डाइट

डॉ. कोविल की बात से सहमति जताते हुए एक अन्य एक्सपर्ट नारायण अस्पताल, अहमदाबाद के कंसल्टेंट फिजिशियन डायबिटोलॉजिस्ट डॉ. जूज़र रंगवाला ने बताया, ‘एक्सरसाइज से अलग बात डाइट कि की जाए, तो ब्लड शुगर को कंट्रोल रखने के लिए डायबिटीज पेशेंट्स को अपने भोजन में भरपूर मात्रा में फल, सब्जियां, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन शामिल करने पर ध्यान देना चाहिए। इससे अलग रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट, एडेड शुगर और अनहेल्दी फैट्स से भरपूर खाद्य पदार्थों से पूरी तरह बचना चाहिए।’

क्या और कैसे खाएं?

इस सवाल का जवाब देते हुए डॉ. रंगवाला ने बताया, ‘सबसे पहले ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने के लिए दिनभर में थोड़े-थोड़े समय पर छोटे-छोटे मील्स लें। यानी एक साथ बहुत अधिक खाने से बचें। इससे शुगर स्पाइक का खतरा टल जाता है। इससे अलग अपने भोजन में अलग-अलग पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करें। ऐसी चीजें खाएं जिनमें लीन प्रोटीन, हेल्दी फैट्स और फाइबर की मात्रा ज्यादा हो। इसके लिए आप साबुत अनाज खा सकते हैं या सब्जियों को अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं।’

डॉ. रंगवाला ने आगे बताया, ‘बाजार से लाई हुई किसी भी चीज को खाने से पहले उसके फूड लेबल पर ध्यान जरूर दें। अगर उसमें एडेड शुगर, सैचुरेटेड फैट या सोडियम की मात्रा ज्यादा है, तो उन्हें थोड़ी मात्रा में भी खाने से बचें।’

इस तरह केवल दो तरीकों को फॉलो कर और कुछ खास बातों को ध्यान में रखकर आप डायबिटीज जैसी गंभीर स्थिति पर काफी हद तक काबू पा सकते हैं।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।