डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिनके मरीजों की संख्या में दिनों दिन इज़ाफा हो रहा है। 2019 से 2023 के बीच डायबिटीज के मरीजों की संख्या 44% बढ़ गई है। डायबिटीज जैसी क्रॉनिक स्थिति को संभालना आसान काम नहीं है। इसे कंट्रोल करने के लिए जीवनशैली में बदलाव, नियमित एक्सरसाइज, सही डाइट और ब्लड में शुगर के स्तर की निगरानी करना जरुरी है। डायबिटीज को अगर लम्बे समय तक कंट्रोल नहीं किया जाए तो दिल के रोगों का खतरा बढ़ने लगता है।

मेटाबॉलिक मेडिसिन के प्रोफेसर, डायबिटीज और एंडोक्राईनोलॉजी कंसलटेंट, यूनिवर्सिटी ऑफ़ लीड्स और लीड्स टीचिंग हॉस्पिटल्स NHS ट्रस्ट के प्रोफेसर रामजी अज्जन ने बताया कि डायबिटीज मरीजों की बीमारी बढ़ने का सबसे ज्यादा खतरा शुगर चेक नहीं करने से बढ़ता है। डायबिटीज मरीजों के शुगर के स्तर में उतार चढ़ाव होता है जिससे उन्हें हृदयरोग, मोटापा और आंखों की समस्याएं होने का खतरा अधिक रहता है। डायबिटीज मरीजों के लिए जरूरी है कि वो ब्लड शुगर की हमेशा निगरानी करें। दिन में कम से कम दो बार शुगर चेक करें।

हेड ऑफ़ मेडिकल अफेयर्स, इमर्जिंग एशिया और इंडिया, डायबिटीज केयर, एबॅट के डॉ. प्रशांत सुब्रमणियन ने बताया कि रेगुलर शुगर की निगरानी करके आप जिंदगी में बड़े जोखिम से बचाव कर सकते हैं। एक्सपर्ट के मुताबित शुगर चेक करना पेनफुल लगता है तो आप कंटीन्यूअस ग्लूकोज मॉनिटरिंग जैसी मशीनों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इलेक्ट्रॉनिक उपकरण की मदद से आपको शुगर की निगरानी करना आसान होगा और दर्द से भी छुटकारा मिलेगा। डायबिटीज मरीज अगर शुगर कंट्रोल नहीं करें तो दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ने लगता है। आइए जानते हैं कि डायबिटीज और दिल के रोगों का कैसे कनेक्शन हैं और इसे कैसे कंट्रोल किया जाए।

डायबिटीज और दिल के रोगों का कनेक्शन

कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि हाई ब्लड शुगर ब्लड वेसल्स को नुकसान पहुंचाना शुरू कर देता है। जिससे पूरी बॉडी की नसों को नुकसान पहुंचता है। ब्लड शुगर का हाई स्तर ब्लड वैसल्स में सूजन को भी बढ़ाता है। धमनियों में लंबे समय तक सूजन बढ़ने से कोलेस्ट्रॉल और प्लेग का निर्माण होता है जिससे हार्ट को ब्लड पंप करने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इस तरह हाई ब्लड शुगर दिल के रोगों का खतरा बढ़ाता है। मेडिसिन विभाग, हमदर्द इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च में प्रोफेसर और एचओडी डॉ. सुनील कोहली ने बताया कि नियमित रूप से ग्लूकोज लेवल जांचने से दिल के रोगों से बचाव होता है।

डायबिटीज मरीज दिल की देखभाल कैसे करें?

  • डायबिटीज मरीज ब्लड शुगर को नॉर्मल रखने के लिए डाइट में ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज, फलियां, लो फैट मिल्क का सेवन करें।
  • डायबिटीज मरीज ब्लड शुगर कंट्रोल करने वाली दवाओं का सेवन करें तो हृदय रोग और स्ट्रोक का जोखिम कम रहता है।
  • अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन ने टाइप टू डायबिटीज मरीज अपने पास एस्पिरिन जैसे दवा रखें, ताकि स्थिति बिगड़ने पर बीपी नॉर्मल रहे और कोलेस्ट्रॉल कम हो।
  • डायबिटीज के मरीजों के हाथ-पैरों में झनझनाहट महसूस होना दिल के रोगों के लक्षण। बचने के लिए 150 मिनट की एरोबिक एक्सरसाइज करें।