Uric Acid Remedies: जब शरीर में प्यूरीन नामक प्रोटीन का ब्रेक डाउन होता है तब यूरिक एसिड प्रोड्यूस होता है। सामान्यतः ये केमिकल पेशाब के मार्ग से शरीर के बाहर निकल जाता है लेकिन जब बॉडी में इसका उत्पादन अधिक मात्रा में होने लगता है तो स्वास्थ्य परेशानियों का खतरा भी बढ़ता है। प्यूरीन प्रोटीन शरीर में अपने आप तो बनता ही है, साथ ही कुछ फूड्स में भी ये मौजूद होता है। इसलिए हेल्थ एक्सपर्ट्स यूरिक एसिड के मरीजों को अपने खानपान का खास ख्याल रखने की सलाह देते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि खीरा खाना यूरिक एसिड के मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकता है।
खीरा खाने के क्या हैं फायदे: खीरा फाइटोन्यूट्रिएंट, फ्लेवनॉयड्स, लिग्नन्स और बीटा-कैरोटीन जैसे एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है। गर्मी के मौसम में खीरा खाने से शरीर में पानी की कमी नहीं होती है। फाइबर से भरपूर ये सब्जी पैन्क्रियाज को एक्टिव करने में मदद करता है। साथ ही, इसमें मैग्नीशियम पाया जाता है जो ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में सहायक होता है।
यूरिक एसिड के मरीज क्यों खाएं खीरा: यूरिक एसिड के मरीजों की हड्डियां कमजोर होती हैं, खीरे में कैल्शियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। ऐसे में लोगों को इसे डाइट में शामिल करने की सलाह दी जाती है। बोन मसल्स को रिपेयर करने में भी ये सहायता करता है।
खीरा में विटामिन-सी और पानी भरपूर मात्रा में मौजूद होता है जो बॉडी में मौजूद डैमेज्ड सेल्स को ठीक करने की कोशिश करता है। ये सब्जी जो लोग लंबे समय से जोड़ों में सूजन से परेशान हैं, उनके लिए भी फायदेमंद होती है। खीरे में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स शरीर से इंफ्लेमेशन को कम करने में मदद करता है।
खीरे में वॉटर कंटेंट होने के कारण ये शरीर से टॉक्सिक पदार्थों को बाहर करने में मदद करता है। इससे किडनी स्टोन जैसी परेशानी भी कम होती है। ऐसे में यूरिक एसिड लेवल को रेगुलेट करने में खीरा फायदेमंद होता है।
इन सब्जियों को खाने से भी होगा फायदा: टमाटर में विटामिन-सी उच्च मात्रा में होता है जो आपके शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा, जिन लोगों को जोड़ों व घुटनों में दर्द की शिकायत रहती है, साथ ही उठने-बैठने, चलने-फिरने में दिक्कत होती है, उन्हें शिमला मिर्च का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा, लौकी, अरबी, बथुआ भी खाना चाहिए।