Heart Attack: आजकल के समय में लाइफस्टाइल और खानपान पूरी तरह से बदल चुका है। इसके चलते कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ रही हैं, जिसमें ब्लड प्रेशर सबसे आम है। ब्लड प्रेशर के चलते हार्ट से जुड़ी कई गंभीर बीमारी हो रही हैं। हाई बीपी के कारण हार्ट अटैक का खतरा भी बहुत बढ़ जाता है। हालांकि, दिल के दौरे अब सिर्फ बुजुर्गों तक सीमित नहीं रह गए हैं। भारत में होने वाले 40% दिल के दौरे अब 40 वर्ष से कम उम्र के लोगों को होते हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हर घंटे 200 भारतीय हृदय रोग से मर रहे हैं, जिससे यह साफ है कि युवा पीढ़ी गंभीर खतरे में है और इसके कोई स्पष्ट संकेत भी नहीं हैं, लेकिन क्या आप जानते है कि अब सिर्फ एक टेस्ट से ये पता लगाया जा सकता है कि हार्ट अटैक कब आ सकता है।

दिल्ली के फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट में इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी के प्रिंसिपल डायरेक्टर डॉ . निशीथ चंद्रा ने बताया कि भारत में हार्ट से जुड़ी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। हर साल बड़ी संख्या में लोग इस घातक बीमारी के शिकार हो रहे हैं। इसका एक सबसे बड़ा कारण लाइफस्टाइल और खराब खानपान है।

दरअसल, रक्त वाहिकाएं शरीर के तापमान को बनाए रखने के लिए अधिक मेहनत करती हैं। इससे ब्लड प्रेशर और हृदय गति बढ़ जाती है। इससे हार्ट को खून पंप करने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है। ऐसी स्थिति में हार्ट में ब्लॉकेज और अटैक का खतरा अधिक बढ़ जाता है। हालांकि,हार्ट अटैक आने के कई कारण होते हैं, लेकिन अब एक टेस्ट से बहुत पहले यह पता चल जाएगा कि किसी व्यक्ति में हार्ट अटैक कब आने वाला है। आसान भाषा में बताए तो किसी व्यक्ति में हार्ट अटैक का जोखिम कितना है और कब हार्ट अटैक आ सकता है इसका पता पहले ही पता चल जाएगा और इस टेस्ट का नाम सीटी कैल्शियम स्कोर है।

सीटी कैल्शियम स्कोर क्या है?

सीटी कैल्शियम स्कोर, जिसे एगैटस्टन स्कोर भी कहा जाता है। यह धमनियों में कैल्शियम के निर्माण को मापता है। यह निर्माण कोरोनरी धमनी रोग के शुरुआती चरणों को दर्शाता है, जो अधिकांश दिल के दौरे का प्रमुख कारण है। खराब आहार, तनाव, धूम्रपान और बेकार लाइफस्टाइल के चलते हार्ट से जुड़ी समस्याएं अधिक होती हैं। समय से पहले दिल के दौरे के अधिकांश रोगियों में आमतौर पर कोई महत्वपूर्ण चेतावनी संकेत नहीं होते हैं।

सीटी कैल्शियम स्कोर का मतलब क्या होगा

  • 0 – कम जोखिम
  • 1-100 – हल्का जोखिम
  • 100-300 – मीडियम जोखिम
  • 300 से अधिक – हाई जोखिम

किसे परीक्षण करवाना चाहिए?

सीटी कैल्शियम स्कोर को करना के हार्ट अटैक के जोखिम का पता लगाने के साथ-साथ दिल से जुड़ी अन्य कई समस्याओं से भी बचा जा सकता है। कैल्शियम स्कोर बड़े पैमाने पर स्क्रीनिंग के लिए नहीं है, बल्कि कुछ लोगों लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

  • हार्ट रोग के पारिवारिक इतिहास वाले युवा लोग
  • सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ या थकान जैसे लक्षण वाले लोग
  • लाइफस्टाइल के चलते मोटापा, शुगर, हाई कोलेस्ट्रॉल और अधिक धूम्रपान वाले लोग

वहीं, एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ. बिमल झाजर ने बताया अगर आपका कोलेस्ट्रॉल हाई है तो आप एनिमल फूड्स का सेवन करने से परहेज करें।