क्रोहन रोग एक तरह का इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज है (IBD) है जो पाचन तंत्र में टिशू की सूजन और जलन का कारण बनता है, जिसे इन्फ्लेमेशन कहा जाता है। इससे पेट दर्द, दस्त, थकान, वजन कम होना और कुपोषण की समस्या हो सकती है। क्रोहन डिजीज के कारण होने वाली सूजन अलग-अलग लोगों में पाचन तंत्र के अलग-अलग हिस्सों को प्रभावित कर सकती है। क्रोहन डिजीज सबसे ज्यादा छोटी आंत के अंत और बड़ी आंत के शुरुआती हिस्से को प्रभावित करता है।
क्रोहन रोग यह एक प्रकार की सूजन (inflammation) है जो पाचन तंत्र की दीवारों में होती है और इसके कारण कई प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं। सूजन अक्सर आंत की गहरी परतों में फैल जाती है। ये बीमारी परेशान करने वाली और दर्दनाक हो सकती है। कभी-कभी स्थिति इतनी गंभीर हो सकती है कि ये कई स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ा सकती है।
मायोक्लोनिक की खबर के मुताबिक क्रोहन रोग का कोई खास इलाज मौजूद नहीं है लेकिन इलाज से इसके लक्षणों को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है। कुछ दवाइयां और फूड ऐसे हैं जो आंतों में होने वाली सूजन और दर्द को दूर करते हैं जिसकी मदद से क्रोहन रोग से पीड़ित लोग अच्छी तरह से काम कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि क्रोहन रोग का कारण क्या है और इस बीमारी के लक्षणों की पहचान कैसे करें।
क्रोहन रोग का कारण क्या है?
क्रोहन रोग के सटीक कारण का पता नहीं है लेकिन इसके पीछे कुछ संभावित कराण हो सकते हैं जैसे इस रोगी की फैमिली हिस्ट्री होना, इम्यूनिटी कमजोर होना, डाइट, तंबाकू और प्रदूषण जैसी पर्यावरणीय परिस्थितियां भी क्रोहन रोग को ट्रिगर कर सकती हैं।
क्रोहन रोग के लक्षण
- गंभीर दस्त
- बुखार रहना
- ज्यादा थकान होना
- पेट में दर्द और ऐंठन होना
- मल में खून आना
- मुंह के छाले होना
- भूख कम लगना और वजन कम होना।
- एनस के आसपास दर्द और सूजन होना शामिल है।
क्रोन की बीमारी का निदान कैसे होता है?
खून और मल की जांच, इमेजिंग टेस्ट और कोलोनोस्कोपी के जरिए इस बीमारी का पता लगाया जाता है।
क्रोन डिजीज से बचाव कैसे करें
- क्रोन डिजीज से बचाव करने के लिए डाइट में हेल्दी फूड का सेवन करें। डाइट में फाइबर से भरपूर फूड्स जैसे फल, सब्जियां और साबुत अनाज का सेवन करें। याद रखें कि फाइबर का सेवन भी सीमित करें ज्यादा फाइबर का सेवन करने से आंतों में जलन और सूजन हो सकती है।
- बीमारी से बचाव करने के लिए डाइट में हेल्दी फैट जैसे ओमेगा-3 फैटी एसिड्स को शामिल करें। हेल्दी फैट से भरपूर डाइट में आप मछली, फ्लैक्स सीड्स और अखरोट का सेवन करें। ये फूड सूजन को कंट्रोल करते हैं।
- आंत की सूजन को कंट्रोल करने के लिए प्रोबायोटिक्स का सेवन ज्यादा करें। प्रोबायोटिक फूड में आप दही और किमची का सेवन करें आंतों की सेहत दुरुस्त रहेगी।
- स्मोकिंग से परहेज करें। डाइट में तले-भुने, मसालेदार और प्रोसेस्ड फूड का सेवन करने से बचें। ये फूड आंतों को उत्तेजित करते हैं और सूजन को बढ़ा सकते हैं।
- तनाव को कंट्रोल करें। तनाव क्रोहन डिजीज के लक्षणों को बढ़ा सकता है। तनाव को कंट्रोल करने के लिए आप योग और ध्यान करें। रेगुलर एक्सरसाइज और योग करने से तनाव कम होता है और आंत की सेहत दुरुस्त रहती है।
- इस बीमारी का इलाज नींद भी है। आप पर्याप्त नींद लें। रात में 7-8 घंटों की नींद लें क्रोहन रोग के लक्षण कंट्रोल रहते हैं।