Covid-19 Symptoms: देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के कुल मामले 71.75 लाख के पार पहुंच चुकी है। इनमें से 62 लाख लोग संक्रमण से लड़कर जीत चुके हैं और उनकी घर वापसी भी हो चुकी है। वहीं, मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किये गए आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटों में 55,342 नए मामले सामने आए हैं। हाल में हुए वैज्ञानिक शोधों में नोवल कोरोना वायरस से संबंधित कई बातें सामने आई हैं। इस शोध के मुताबिक जिन लोगों में इस संक्रमण से एंटी-बॉडीज पैदा हुए हैं, वो केवल 3 महीने तक ही रह सकते हैं। वहीं, इस वायरस से संबंधित लक्षण लोगों को कई दिनों तक परेशान कर सकते हैं। आइए जानते हैं विस्तार से –

कई दिनों तक रह सकते हैं लक्षण: इस अध्ययन के अनुसार कोविड-19 के जो मरीज तीन महीने पहले ठीक हो चुके हैं, उनमें अब तक इस वायरस के लक्षण देखे जा रहे हैं। इसका अर्थ है कि जिन लोगों में इस वायरस का संक्रमण जितना खतरनाक था, उनमें ठीक होने के बावजूद भी स्वास्थ्य परेशानियां रहना जारी हैं। स्पेन में डॉक्टरों ने 108 मरीजों का गहन रूप से परीक्षण किया, इनमें 44 मरीज गंभीर रूप से संक्रमण की जकड़ में थे।

इन समस्याओं से हैं परेशान: अध्ययन के मुताबिक डायग्नॉसिस के करीब 12 हफ्ते बाद 76 प्रतिशत लोगों में कोरोना वायरस के आफ्टर इफेक्ट्स देखने को मिले हैं। इसमें से 40 फीसदी लोगों में इस वायरस के तीन या उससे अधिक लक्षण बरकरार हैं। इन समस्याओं में सांस की कमी, कमजोरी, कफ, छाती में दर्द, बेचैनी और कुछ अन्य दिक्कतें मुख्य रूप से शामिल हैं।

वहीं, एक दूसरे अमरीकी शोध जिसमें करीब 233 लोगों को शामिल किया गया था, उनमें 8 लोग अब भी गंभीर रूप से बीमार हैं। बताया जा रहा है कि पहली बार बीमार पड़ने के 90 दिनों बाद उनमें लक्षण वापस देखने को मिल रहे हैं। इन लक्षणों में स्वाद और गंध न पहचान पाना, फोकस में कमी, सांस लेने में परेशानी , कमजोर याददाश्त, भ्रम की स्थिति, सिर दर्द, तेज धड़कन, छाती में दर्द, गहरी सांस लेने में तकलीफ शामिल हैं।

ज्यादा दिन नहीं रहती एंटी-बॉडीज: शोध के अनुसार कोविड-19 से संक्रमित लोगों में इम्युनोग्लोबिन जी नामक एंटी-बॉडीज बनती हैं। हालांकि, शोधकर्ताओं ने खुलासा किया है कि इन एंटी-बॉडीज का प्रभाव अधिकतम 100 दिनों तक ही रह सकता है।