Coronavirus Home Isolation New Guidelines: देश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 74 हजार पार कर चुका है। विश्व स्वास्थ्य संगठन से लेकर भारत सरकार और हेल्थ अधिकारी भी लगातार इस घातक वायरस को लेकर हर तरह की जानकारियां व गाइडलाइंस जारी कर रही है। स्वास्थ्य विभाग उन लोगों को सख्ती से घर पर रहने की सलाह दे रहा है जिन्हें जरा सा भी सर्दी-खांसी व बुखार जैसा महसूस हो। हाल में ही केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने होम आइसोलेशन से जुड़े दिशा-निर्देशों में कुछ बदलाव किए हैं। इसके अनुसार सर्दी-खांसी या कोरोना वायरस के अन्य लक्षण जिन लोगों में दिखाई दिए हों वो 17 दिनों तक घर में रहने के बाहर इस आइसोलेशन को खत्म कर सकते हैं। आइए जानते हैं और क्या किए गए हैं बदलाव-

इस स्थिति में भी आइसोलेशन किया जा सकता है खत्म: स्वास्थ्य मंत्रालय ने उन लोगों को होम आइसोलेशन में रहने की इजाजत दी थी जिनमें कोरोना वायरस के हल्के या प्री-सिंप्टोमैटिक लक्षण देखे गए थे। बदलाव के अनुसार अगर इन मरीजों ने कोरोना वायरस का टेस्ट नहीं करवाया है और 10 दिन से उन्हें बुखार नहीं आया है तो भी आइसोलेशन को खत्म किया जा सकता है।

इन्हें करना चाहिए हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन दवा का सेवन: होम आइसोलेशन में भी मरीजों को अपना ख्याल अच्छे से रखना चाहिए। साथ ही साथ, घर में रहने वाली बाकी लोगों के स्वास्थ्य का ध्यान रखना भी जरूरी है। गाइडलाइन के अनुसार जो लोग कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की देखभाल कर रहे हैं और बाकी के घरवालों को भी प्रोटोकोल का पालन करना चाहिए। वहीं, डॉक्टर से परामर्श लेने के बाद हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन प्रोफीलॉक्सिस दवा के सेवन की सलाह भी दी जाती है।

आरोग्य सेतु का इस्तेमाल: बदले हुए दिशा-निर्देशों में आरोग्य सेतु एप को यूज करने की सलाह दी गई है। इसके अनुसार आरोग्य सेतु ऐप्लिकेशन को मोबाइल पर डाउनलोड करने के साथ ही इसे हर वक्त एक्टिव रखना भी जरूरी है। इसके अलावा, मरीज को अपने कमरे में ही रहना चाहिए। घर के बाकी लोगों से, खासकर बुजुर्ग व किसी दूसरी बीमारी से पीड़ित लोगों से जितना हो सके दूरी बनाकर रखें। अपने हेल्थ कंडीशन को मरीज को खुद ही मॉनीटर करना पड़ेगा, इसके लिए समय-समय पर अपनी बॉडी का टेम्प्रेचर नापते रहें।