दुनिया भर में कोरोना वायरस (Coronavirus) की दहशत है। भारत में भी इस वायरस ने पैर पसारना शुरू कर दिया है। अब तक देश में कुल 28 मरीजों में वायरस की पुष्टि हुई है। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना वायरस से होने वाली मौतों पर बड़ा बयान दिया है। WHO ने कहा है कि इस वायरस से होने वाली मौतें, पहले के आकलन से कहीं अधिक हैं। पहले कोरोना वायरस से होने वाली मौतों की दर 2 प्रतिशत थी, जिसे अब बढ़ाकर 3.4 प्रतिशत कर दिया गया है। हालांकि अभी भी ऐसी कई बीमारियां हैं, जो कोरोना वायरस (Coronavirus) से कहीं खतरनाक हैं और मृत्यु दर भी कोरोना वायरस से अधिक है।
1. कोरोनरी आर्टरी डिजीज : कोरोनरी आर्टरी डिजीज (रुकी हुई धमनी की बीमारी) दुनिया की सबसे खतरनाक बीमारियों में से एक है। डब्ल्यूएचओ की एक रिपोर्ट के मुताबिक यह बीमारी दुनिया भर में सबसे ज्यादा जानलेवा है। साल 2000 के बाद से इस बीमारी से मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हुआ है। healthline की रिपोर्ट के मुताबिक इस बीमारी से होने वाली मृत्यु दर 15.5% है।
2. स्ट्रोक भी जानलेवा : ये ऐसी बीमारी है जो कोरोना वायरस से कहीं ज्यादा खतरनाक है। डब्ल्यूएचओ ने इस बीमारी को दुनिया भर में होने वाली मौतों की दूसरी सबसे बड़ी वजह करार दिया है। दुनिया भर में इस बीमारी से होने वाली मृत्यु दर 11.1 प्रतिशत है।
3. COPD, कोरोना से खतरनाक : क्रॉनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) कोरोना वायरस से कहीं ज्यादा खतरनाक है। WHO की एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया भर में होने वाली मौतों की तीसरी सबसे बड़ी वजह COPD यानी फेफड़ों से जुड़ी बीमारियां हैं। ‘हेल्थलाइन’ की रिपोर्ट के मुताबिक इस बीमारी की मृत्यु दर 5.6 प्रतिशत है।
4. श्वांस नली का संक्रमण खतरनाक : रेस्पायरेटरी इंफेक्शन्स (श्वांस नली के संक्रमण से जुड़ी बीमारियां ) भी कोरोना वायरस से कहीं ज्यादा जानलेवा है। WHO की एक रिपोर्ट में इसे दुनिया भर में होने वाली मौतों की चौथी सबसे बड़ी वजह बताई गई है। इससे होने वाली मृत्यु दर 5.7 फीसद है।