Coronavirus Precautions: भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार अब तक 42 हजार 533 लोगों में कोरोना वायरस के पॉजिटिव होने की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से 29 हजार 453 मामले सक्रिय हैं जबकि साढ़े 11 हजार से अधिक लोग या तो स्वस्थ हो चुके हैं या फिर होम क्वारंटीन में हैं। वहीं, 1373 लोगों की अब तक इस घातक वायरस से मौत हो चुकी है। एक ओर जहां महाराष्ट्र, गुजरात और मध्यप्रदेश जैसे राज्यों की हालत चिंताजनक है वहीं, दिल्ली, यूपी व अन्य जगहों पर भी संक्रमितों के मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। आज से देश में तीसरा लॉकडाउन भी शुरू हो चुका है जो 4 मई से लेकर 17 मई तक रहने वाला है। ऐसे में इस घातक वायरस के प्रभाव से दूर रहने और खुद को स्वस्थ रखने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना अत्यंत जरूरी है-
धोते रहें हाथ: विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक कोरोना वायरस से दूर रहने के लिए अपने आसपास साफ-सफाई रखना और हाथों को बार-बार धोते रहना सबसे सरल व जरूरी उपाय है। आप चाहें तो अल्कोहॉल बेस्ड सैनेटाइज़र का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा, अभी लोगों के लिए घर में रहना ही सबसे सुरक्षित है। जब तक बहुत ज़रूरी ना हो घर से बाहर ना निकलें, इससे आप संक्रमित लोगों के संपर्क में आने से बचेंगे। साथ ही साथ, मास्क लगाना भी जरूरी है।
आंख, नाक और मुंह को न करें टच: हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक ये वायरस न केवल रेस्पिरेट्री ड्रॉपलेट्स बल्कि आंख और मुंह से निकलने वाले फ्लूइड्स से भी फैल सकता है। ऐसे में अपनी आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें। खांसते या छींकते वक्त टिश्यू जरूर यूज करें या फिर आप चाहें तो अल्कोहॉल बेस्ड सैनेटाइज़र का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। टिश्यू इस्तेमाल करने के तुरंत बाद उसे डिस्पोज कर दें ताकि कोई और उस टिश्यू में मौजूद वायरस के कॉन्टैक्ट में न आ पाए।
लक्षणों पर दें ध्यान: ICMR की रिपोर्ट के अनुसार देश में कोरोना वायरस के 69 प्रतिशत मामले असिंप्टोमैटिक हैं। इसका मतलब है कि ज्यादातर मरीजों में कोई लक्षण नहीं दिखाई दिये या फिर कम लक्षण नजर आए। ऐसे में सेल्फ टेस्टिंग बहुत ही अहम भूमिका निभाता है, यानि कि अगर आपको अपनी सेहत में कुछ बदलाव नजर आ रहे हैं तो खुद को एकांत करना सबसे उपयुक्त है। साथ ही ऐसी स्थिति में स्वास्थ्य विभाग को भी जानकारी दे दें। कोरोना वायरस के लक्षण में खांसी, बुखार, स्वाद या गंध में पहचान की शक्ति में कमी होना, ठंड लगना, मांसपेशियों में दर्द, ठंड से शरीर कंपकपाना, गले में खराश और सिरदर्द जैसी समस्याएं शामिल हैं।
हैंडशेक है खतरनाक: WHO के अनुसार यह बेहद जरूरी है लोग हैंडशेक करने से यानि कि एक-दूसरे से हाथ मिलाने से परहेज करें और इसकी जगह पर नमस्ते या फिर कोहनी के इस्तेमाल या दूसरे तरीके से लोगों का अभिवादन करें। हैंडशेक करने से संक्रमण का खतरा इसलिए बढ़ता है क्योंकि हो सकता है कि आपके या दूसरे व्यक्ति के हाथों में चिपका वायरस आपके संपर्क में आ जाए।