Coronavirus New Report: कोरोना वायरस के दुनिया भर में बढ़ते कहर को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे वैश्विक महामारी घोषित कर दिया है। भारत में भी इस वायरस के 74 मरीज मिल चुके हैं। ऐसे में सतर्कता बरतना ही एकमात्र उपाय है। दूसरों की तुलना में कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में इस वायरस से संक्रमण का अधिक खतरा है। हाल में छपी एक खबर के अनुसार, गर्भवती महिलाओं से शिशु में इस वायरस के फैलने की संभावना बेहद कम है।

प्रेग्नेंट महिलाएं हैं सुरक्षित: ‘दी इंडियन एक्सप्रेस’ में छपी खबर के मुताबिक गर्भवती महिलाओं में कोविड-19 के लक्षण कम देखने को मिल रहे हैं। इस रिपोर्ट के अनुसार, इस बात का कोई सबूत नहीं मिला है कि ये वायरस गर्भ में पल रहे शिशु में भी संक्रमित हो सकता है। रॉयल कॉलेज ऑफ ऑब्स्टीट्रीशियन्स एंड गाइनोकोलोजिस्ट के प्रेसीडेंट एडवर्ड मॉरिस ने बताया कि प्रेग्नेंसी के दौरान वायरस शिशु में नहीं फैल सकता।

पीड़ित मां को बच्चे से न करें अलग: खबर की मानें तो अगर मां कोरोना वायरस से पॉजिटिव है फिर भी मां और बच्चे को एक दूसरे से अलग नहीं करना चाहिए। रॉयल कॉलेज ऑफ पेडियैट्रिक्स एंड चाइल्ड हेल्थ के प्रेसीडेंट, प्रोफेसर रसल विनर की मानें तो प्रीकॉशन के लिए भी अगर मां और नवजात बच्चे को एक दूसरे से अलग किया जाता है तो इससे उन दोनों पर ही बुरा असर पड़ेगा। साथ ही साथ, रिपोर्ट में इस बात का भी पुख्ता प्रमाण नहीं मिलता है कि कोरोना वायरस ब्रेस्ट मिल्क से फैलता है। यानि कि नवजात शिशु को महिलाएं स्तनपान करवा सकती हैं। प्रोफेसर के अनुसार, ब्रेस्ट फीडिंग के फायदे किसी भी संभावित खतरे से अधिक हैं।

कोरोना वायरस से बचने के लिए अपनाएं ये तरीके: ये घातक वायरस हर उम्र के लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। ऐसे में इससे बचाव के तरीके जानना बेहद जरूरी है। जागरुकता और साफ-सफाई इस वायरस से बचाने में बहुत महत्वपूर्ण है। अपने हाथों को साफ रखें, जितनी बार हो सके सैनिटाइजर और हैंडवाश से अपनें हाथों को धोएं। किसी से बातचीत करते वक्त दूरी बना कर रखें। WHO भी लोगों को 3 फीट की दूरी बनाए रखने की सलाह दे रहा है। साथ ही साथ, खांसी या छींकते वक्त टिश्यू से अपना मुंह ढ़क लें।