आयुर्वेद के मुताबिक भोजन का सेवन सही समय पर, सही मात्रा में और सही कॉम्बिनेशन के साथ खाया जाए तो सेहत को फायदा होता है। दही एक ऐसा फूड है जिसका सेवन सही समय पर सही तरीके से किया जाए तो सेहत को फायदा होता है। आयुर्वेद दही का सेवन रात में करने का सख्त निषेध करता है। आयुर्वेद में खानपान का खास महत्व है। आयुर्वेद के अनुसार सही खान-पान न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए जरूरी है, बल्कि मानसिक और आत्मिक स्वास्थ्य के लिए भी आवश्यक है। आयुर्वेद में भोजन को पंचतत्व और वात, पित्त, कफ के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है।
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण ने बताया दही को आप कभी भी रात में नहीं खाएं। दही का सेवन सुबह के नाश्ते में और दोपहर के खाने में करें तो फायदा होगा। आचार्य बालकृष्ण ने बताया दही का सेवन सादा नहीं करना है। आप दही में कुछ न कुछ मिलाकर ही खाएं। आप दही में चीनी, गुड़ का पाउडर, खांड,आंवला, जीरा को मिक्स करके खा सकते हैं। आप दही का सेवन गर्म करके नहीं करें। दही का सेवन गर्म करने पर वो सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है। दही को पकाकर खाने से ये शरीर के दोषों को बढ़ाती है। दही का सेवन करने से पाचन दुरुस्त रहता है और आंतों की सफाई होती है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि दही कैसे आंतों में गुड बैक्टीरिया को बढ़ाती है और इसका सेवन करने से कैसे पाचन दुरुस्त रहता है।
दही कैसे आंतों की करती है सफाई
दही की तासीर ठंडी नहीं होती बल्कि ये गर्म तर है। इसका सेवन करने से खून को गर्मी मिलती है, चलने और दौड़ने के लिए ताकत मिलती है। पानी से भरपूर दही बॉडी को हाइड्रेट रखती है और पाचन को दुरुस्त करती है। यह पाचन तंत्र को उत्तेजित करती है जिससे शरीर में खाद्य पदार्थों का बेहतर अवशोषण होता है और पोषक तत्वों का सही तरीके से उपयोग होता है। दही में मौजूद लैक्टिक एसिड और कैल्शियम आंतों की दीवारों को साफ करने में मदद करता हैं। यह आंतों में जमा गंदगी और टॉक्सिन को बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे आंतों की सफाई होती है और पेट साफ रहता है।
दही के सेवन से आंतों में सूजन को कम किया जा सकता है। इसमें मौजूद प्रोबायोटिक्स और अन्य पोषक तत्व आंतों की सूजन को कम करके पाचन को दुरुस्त करते हैं। सुबह के नाश्ते में दही का सेवन चीनी या गुड़ के साथ किया जाए तो आंतों की क्रियाशीलता बढ़ती है, मल त्याग आसान होता है और कब्ज का इलाज होता है। रोजाना दही का सेवन खाने में करने से पाचन दुरुस्त रहता है। ये गैस,एसिडिटी और अपच से राहत दिलाती है।
दही के सेहत के लिए फायदे
पाचन के लिए करें दही का सेवन
दही का सेवन पाचन को दुरुस्त करने के लिए करना चाहते हैं तो आप दही में जीरा और हींग मिलाकर उसका सेवन करें। जीरा और हींग के साथ दही खाने से पाचन से जुड़ी परेशानियां जैसे गैस, एसिडिटी और अपच का इलाज होता है। दही के साथ शहद और आंवला खाने से आंतों की सेहत में सुधार होता है।
हड्डियां होती हैं मजबूत
दही का सेवन करने से हड्डियां मजबूत होती है। कैल्शियम और विटामिन D से भरपूर दही खाने से हड्डियों की कमजोरी दूर होती है और मांसपेशियां मजबूत होती ह। दही का सेवन करने से ऑस्टियोपोरोसिस से बचाव करने में मदद मिलती है।
वजन रहता है कंट्रोल
दही का सेवन करने से वजन भी कंट्रोल रहता है। इसमें प्रोटीन की मात्रा भरपूर होती है जो खाने की क्रेविंग को कंट्रोल करती है। दही में मौजूद कैल्शियम बॉडी से फैट को कम करने में मदद कर सकता है। वेट लॉस करने वालों के लिए दही का सेवन बेस्ट है।
आंतों में बढ़ते हैं गुड बैक्टीरिया
दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स आंतों में गुड बैक्टीरिया बढ़ाने में मदद करते हैं। ये बैक्टीरिया आंतों में गुड बैक्टीरिया के संतुलन को बनाए रखते हैं, जो पाचन क्रिया को बेहतर बनाते हैं।
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