कब्ज से मतलब है मल डिस्चार्ज करने में समस्या होना है। कब्ज की परेशानी में आमतौर पर मल हफ्ते में दो से तीन बार डिस्चार्ज होता है। कब्ज एक बेहद आम परेशानी है जिससे देश और दुनिया में लाखों लोग परेशान रहते हैं। कब्ज की परेशानी के लिए कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं जैसे बॉडी एक्टिविटी में कमी होना, डाइट में फाइबर का सेवन कम करना और लिक्विड फूड का सेवन कम करने से कब्ज की समस्या होती है। अक्सर लोग कब्ज का इलाज करने के लिए कई तरह के चूर्ण, देसी नुस्खे और दवाओं का इस्तेमाल करते हैं फिर भी उनका पाचन ठीक नहीं होता।
अगर आप भी कब्ज का इलाज करना चाहते हैं तो अपनी रोटी में बदलाव करें। रोटी का ज्यादा सेवन कब्ज का कारण बन सकता है। कब्ज से बचने के लिए गेहूं के आटे में अलसी के बीज का आटा मिलाकर उसकी रोटी का सेवन करें। अलसी के बीज का सेवन करने से पुराने से पुराने कब्ज का इलाज होता है।
आयुर्वेदिक और युनानी दवाओं के एक्सपर्ट हकीम सुलेमान खान ने बताया अलसी के बीज का सेवन कब्ज को दूर करने में बेहद उपयोगी है। आयुर्वेद में अलसी के बीज को एक बेहद प्रभावी औषधीय सीड्स माना गया है जो कब्ज (Constipation) का इलाज करते हैं। इन सीड्स से पाचन से जुड़ी समस्याओं का इलाज होता है। आइए जानते हैं कि गेहूं के आटे में अलसी के बीज का सेवन करके कैसे कब्ज का इलाज होता है।
अलसी के बीज कैसे कब्ज का इलाज करते हैं?
आयुर्वेद में अलसी के बीज को शक्ति देने वाला, वात दोष शांत करने वाला और मल साफ करने वाला माना जाता है। ये सीड्स फाइबर से भरपूर होते हैं जो मल को सॉफ्ट बनाते हैं। इन सीड्स का सेवन करने से मल चिकना होता है और वो आसानी से मल मार्ग से बाहर निकल जाता है। इन सीड्स की तासीर गर्म होती है जो पाचन अग्नि (digestive fire) को तेज करती है और मंद पाचन की वजह से होने वाली कब्ज दूर करती है। इसमें घुलनशील और अघुलनशील दोनों प्रकार का फाइबर होता हैं जो बाउल मूवमेंट को दुरुस्त करता है। अलसी के बीज वात को शांत करते हैं, जिससे आंतों में सूखापन कम होता है।
गेहूं के आटे में अलसी के बीज का सेवन कैसे करें?
- सामग्री:
- गेहूं का आटा – 2 कप
- भुनी हुई अलसी का पाउडर – 2–3 चम्मच
- आप चाहें तो इसमें अजवाइन या मेथी को पीसकर आधा चम्मच उसका पाउडर डाल सकते हैं।
- नमक स्वाद अनुसार
बनाने का तरीका
अलसी के बीज को दो से तीन मिनट तक सूखा भूनें। इसे भूनने पर इसका पाउडर बनाना आसान होता है और ये जल्दी पचता भी है। इन्हें ठंडा करके मिक्सी में पीसकर पाउडर बना लें। अब गेहूं के आटे में यह अलसी पाउडर मिलाएं और आटा गूंध लें। इस आटे की रोटी बनाकर खाएं आपका पाचन दुरुस्त रहेगा।
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