खराब डाइट, बिगड़ते लाइफ़स्टाइल और तनाव बढ़ने की वजह से आंत की परेशानी बढ़ने लगती है। आंत में कुछ भी परेशानी होने पर पाचन से जुड़ी परेशानियां होने लगती हैं। लगातार गैस,एसिडिटी,अपच, स्टूल का लूज़ और टाइट होना, पेट में ऐंठन दर्द, सूजन,भूख न लगना और कब्ज़ जैसी परेशानी हमेशा रहना आंत कमज़ोर होने के लक्षण हैं। आंत की परेशानी होने पर सबसे पहले जिस फूड को नहीं खाने की सलाह दी जाती है वह है दूध। दूध आंतों की परेशानी को बढ़ाता है। लगातार लंबे समय तक दूध नहीं पीने से बॉडी में प्रोटीन और ज़रूरी पोषक तत्वों की कमी हो सकती है।
आंतों के स्वास्थ्य के लिए आपको खाने में प्रोटीन वाला भोजन जरूर शामिल करना चाहिए। प्रोटीन आपके पेट और आंत दोनों को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है। आइए जानते है कि अंत की परेशानी में प्रोटीन का सेवन क्यों ज़रूरी है और किन फूड्स का सेवन करके आप प्रोटीन की कमी को पूरा कर सकते हैं।
आंत के लिए प्रोटीन क्यों ज़रूरी है?
पूरे शरीर की सेहत ठीक रखने के लिए आंत को दुरुस्त रखना बहुत ज़्यादा ज़रूरी है। जब आप खाना खाते हैं तो शरीर का पाचन तंत्र आहार प्रोटीन को अलग-अलग अमीनो एसिड में तोड़ देता है, जिन्हें कोशिकाओं द्वारा अवशोषित और उपयोग किया जाता है ताकि अन्य प्रोटीन और डीएनए जैसे कुछ अन्य मैक्रोमोलेक्यूल्स का निर्माण किया जा सके। पर्याप्त प्रोटीन, वसा और सूक्ष्म पोषक तत्वों के बिना पाचन तंत्र पोषक तत्वों का अवशोषण ठीक से नहीं करता।
प्रोटीन बॉडी के लिए बेहद जरूरी है। यह एक आवश्यक पोषक तत्व है जो बॉडी के लिए कई कामों के लिए जिम्मेदार है। ऊतकों, कोशिकाओं और मांसपेशियों का निर्माण करने में हार्मोन और एंटीबॉडी बनाने में प्रोटीन बेहद जरूरी है। शरीर के वजन के प्रति 1 किलोग्राम पर लगभग 0.8-1 ग्राम प्रोटीन की दैनिक खुराक लेना जरूरी है।
आंतों की सेहत के लिए प्रीबायोटिक्स से भरपूर खाना आंतों में गुड बैक्टीरिया को बढ़ाता हैं। आंत की सेहत के लिए खाने में रंग-बिरंगे फल-सब्जियों को शामिल करना ज़रूरी है। प्रोबायोटिक्स वाला खाना जैसे दही, फर्मेन्टेड डेयरी फूड, बकरी का दूध और फर्मेन्टड केफिर, माइक्रोएलगी, मिसो सूप और अचार का सेवन करें।
आंत के लिए प्रोटीन से भरपूर इन फूड्स को करें डाइट में शामिल
दही
दही एक दूध से बना फूड है जिसका निर्माण दूध के जीवाणु किण्वन द्वारा होता है। लैक्टोज का किण्वन लैक्टिक अम्ल बनाता है, जो दूध प्रोटीन से प्रतिक्रिया कर इसे दही मे बदल देता है साथ ही इसे इसकी खास बनावट और विशेष खट्टा स्वाद भी देता है। एक कप दही में 8.50 ग्राम प्रोटीन होता है। दही उच्च जैविक मूल्य वाले प्रोटीन और आवश्यक फैटी एसिड से भरपूर होता है। यह कैल्शियम, फास्फोरस, पोटैशियम, विटामिन ए, विटामिन बी2 और विटामिन बी12 का बहतरीन स्रोत है। इसका सेवन आंत की सेहत को दुरुस्त करता है और पाचन को ठीक रखता है।
बीन्स और दालें खाये
बीन्स और दालें प्रोटीन का बढ़िया और सस्ता स्रोत हैं। आयरन से भरपूर इस फ़ूड में फाइबर भी भरपूर होता हैं। दाल और चने से बनाएं स्वादिष्ट भोजन को डाइट में शामिल करें। इसका सेवन करने से बॉडी को भरपूर प्रोटीन मिलेगा और बॉडी भी हेल्दी रहेगी।
सोया का करें सेवन
सोयाबीन प्रोटीन का अच्छा स्रोत है। आंत से जुड़ी परेशानी के लोग सोयाबीन का सेवन करें। शाकाहारी लोगों को ये हाई प्रोटीन पावरहाउस बेहद पसंद होता हैं। प्लांट बेस इस प्रोटीन में अमीनो एसिड भी शामिल होता है।
नट्स और सीड्स का करें सेवन
नट्स और सीड्स प्रोटीन, हेल्दी वसा, फाइबर, विटामिन और खनिजों का बेहतरीन स्रोत हैं। लगभग 50 पिस्ता में 6 ग्राम प्रोटीन, सोडियम और पोटैशियम मौजूद होता हैं। मूंगफली, बादाम, अखरोट, भांग के बीज, अलसी के बीज और चिया बीज सभी प्रोटीन, विटामिन और फाइबर से भरपूर होते हैं जो बॉडी को हेल्दी रखते हैं। कद्दू के बीज, भांग के बीज और तरबूज के बीज में अधिक प्रोटीन होता है।
मछली और समुद्री भोजन का करें सेवन
मछली और समुद्री भोजन प्रोटीन के बेहतरीन स्रोत हैं। सैल्मन मछली में ओमेगा -3 फैटी एसिड भरपूर होता है, जो जोड़ों की सूजन और दर्द को कम कर सकती है। आप प्रोटीन की प्राप्ति के लिए समुद्री भोजन का सेवन करें।