कब्ज एक आम लेकिन बेहद परेशान करने वाली समस्या है, जो उम्र की परवाह किए बिना किसी को भी प्रभावित कर सकती है। यह केवल पेट से जुड़ी दिक्कत नहीं है, बल्कि इसका असर पूरे शरीर की सेहत पर पड़ता है। कब्ज के पीछे कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं जैसे खराब और अनियमित डाइट, बिगड़ा हुआ लाइफस्टाइल, तनाव, कुछ दवाओं का लंबे समय तक सेवन, नींद की दिनचर्या में गड़बड़ी, कम पानी पीना और कम फाइबर वाले खाद्य पदार्थ खाना। इसके अलावा शारीरिक गतिविधि की कमी, बार-बार जंक फूड खाना, अत्यधिक चाय-कॉफी का सेवन, उम्र बढ़ने के साथ पाचन क्षमता का कम होना भी कब्ज को बढ़ा देता है।
क्रॉनिक कब्ज बहुत लोगों को प्रभावित करता है। देखने में भले ही ये साधारण लगे, लेकिन यह सिरदर्द, पेट फूलना, गैस, और काफी असहजता का कारण बन सकता है। medicalnewstoday के मुताबिक पर्याप्त पानी पीने और नियमित व्यायाम करने के साथ-साथ हाई-फाइबर फलों का सेवन नियमित मल त्याग में मदद करता है। ये फल मल की मात्रा बढ़ाते हैं और मल को सॉफ्ट बनाते हैं। आइए जानते हैं कि कौन-कौन से ऐसे 5 फल हैं जो कब्ज का इलाज करते हैं और पाचन को दुरुस्त करते है।
ब्लैक्बेरी (Blackberries) खाएं
एक कप ब्लैकबेरी में लगभग 7.6 ग्राम फाइबर मिलता है। इनमें मौजूद अघुलनशील फाइबर आंतों में मल को आसानी से आगे बढ़ाता है और कठोर मल बनने से रोकता है। ब्लैकबेरी में पाए जाने वाले पॉलीफेनॉल और एंटीऑक्सीडेंट सूजन कम करके पाचन को बेहतर बनाते हैं। शोध के अनुसार ब्लैकबेरी जैसे बेरी फलों का सेवन कभी-कभी होने वाली कब्ज में राहत देता है।
रास्पबेरी (Raspberries) का करें सेवन
एक कप रास्पबेरी में 8 ग्राम फाइबर होता है, जो इसे हाई-फाइबर फलों की श्रेणी में रखता है। इनमें मौजूद अघुलनशील फाइबर मल का आकार बढ़ाता है और कोलन की गति में सुधार करता है, जिससे अपशिष्ट जमा नहीं हो पाता। रास्पबेरी के एंटीऑक्सीडेंट्स आंतों की सूजन कम करते हैं, जिससे पाचन और मल त्याग बेहतर होता है।
अमरूद (Guava)
100 ग्राम अमरूद में लगभग 3 ग्राम फाइबर होता है, जिसमें ज्यादातर अघुलनशील फाइबर शामिल है जो मल की मात्रा को बढ़ाता है। अमरूद में मौजूद विटामिन C और एंटीऑक्सिडेंट्स आंतों की परत यानी गट लाइनिंग को मजबूत बनाता हैं। कई रिसर्च में ये साबित हो चुका है कि अमरूद खाने से पाचन क्षमता में सुधार होता है, मल की स्थिति बेहतर होती है और कब्ज में राहत मिलती है। इसमें मौजूद फाइबर अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है, जिससे पाचन तंत्र संतुलित और हेल्दी रहता है।
एवोकाडो (Avocado) पाचन के लिए अमृत
एक एवोकाडो में लगभग 10 ग्राम फाइबर होता है। इसमें घुलनशील फाइबर भी होता है, जो मल को सॉफ्ट रखने और आसानी से निकलने में मदद करता है। एवोकाडो का फाइबर, उसमें मौजूद हेल्दी फैट्स और जरूरी पोषक तत्वों के साथ मिलकर आंतों को हेल्दी बनाता है और सूजन कम करता है। कई रिसर्च बताती हैं कि एवोकाडो का सेवन मल त्याग में सुधार करता है और कब्ज को दूर करने में मदद करता है।
नाशपाती (Pears) भी पेट के लिए है जरूरी
एक नाशपाती में 5–6 ग्राम फाइबर होता है, इसमें घुलनशील और अघुलनशील दोनों प्रकार के फाइबर शामिल हैं। यह फाइबर मल का आकार बढ़ाता है और कोलन में पानी खींचकर उसे नरम करता है, जिससे मल त्याग आसानी से होता है। नाशपाती में प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला सॉर्बिटॉल (Sorbitol) पाचन प्रक्रिया को तेज करता है और कब्ज में राहत देता है। शोध से पता चलता है कि यदि नाशपाती को छिलके सहित खाया जाए तो यह मल की मात्रा और स्थिरता में और ज्यादा सुधार करती है।
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