High Uric Acid: यूरिक एसिड का बनना एक नेचुरल प्रोसेस है जो हम सभी की बॉडी में बनता है और किडनी इसे फ़िल्टर करके यूरिन के जरिए बॉडी से बाहर भी निकल देती है। जब प्यूरीन डाइट का अधिक सेवन किया जाता है और किडनी इस बड़े हुए यूरिक एसिड को किसी कारण की वजह से बॉडी से बाहर नहीं निकाल पाती तो यह यूरिक एसिड बॉडी के जॉइंट में जमा होने लगता है। यूरिक एसिड को कम नहीं किस जाये तो गाउट का ख़तरा बढ़ने लगता है।

गाउट गठिया का एक प्रकार है जो काफ़ी दर्दनाक स्थिति है। अगर एसिड का स्तर अगर 7.0 MG/DL से ज्यादा हो जाये तो छोटे छोटे और सरल काम करना भी मुश्किल हो जाते हैं। यूरिक एसिड हाई होने से उसके क्रिस्टल बन जाते हैं और ये जोड़ों में जमा होने लगते हैं जिसकी वजह से घुटनों में, पैरों में, टखनों में, हाथ-पैरों के जॉइंट में बहुत तेज़ दर्द होता है।

आयुर्वेदिक और यूनानी दवाओं के एक्सपर्ट डॉक्टर सलीम जैदी के मुताबिक रोजाना अगर कुछ खास फ्रूट्स का सेवन किया जाए तो आसानी से यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल किया जा सकता है। अगर कुछ खास फलों का सेवन रेगुलर किया जाए तो किडनी स्टोन के खतरे से बचा जा सकता है। आइए जानते हैं कि कौन-कौन से ऐसे फल हैं जो यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल करते हैं।

चेरी का करें सेवन

लाल सुर्ख रंग की मजेदार चेरी न सिर्फ खाने में बढ़िया लगती है बल्कि यूरिक एसिड के स्तर को भी कंट्रोल करती है। अक्सर हिल स्टेशन पर ये फल खासतौर पर देखने को मिलता है। चेरी एक ऐसा फल है जो एंटी इंफ्लामेटरी गुणों से भरपूर होती है जिसका सेवन करने से यूरिक एसिड का स्तर कंट्रोल रहता है। चेरी में खास तरह का एंटी ऑक्सीडेंट होता है जिसे एंथोकायनिन कहते हैं, जो सूजन को कंट्रोल करता है। इसका सेवन करने से गाउट का खतरा टलता है। अगर आप गाउट के दर्द से परेशान हैं तो चेरी का सेवन करना शुरु कर दें।

सिट्रस फ्रूट्स का करें सेवन

सिट्रस फ्रूट्स की बात करें तो इसमें संतरा,नींबू और मौसमी शामिल है। विटामिन सी से भरपूर ये फल इम्यूनिटी को मजबूत करते हैं, इंफेक्शन से बचाव करते हैं और यूरिक एसिड के स्तर को भी कंट्रोल करते हैं। विटामिन सी का सेवन करने से यूरिक एसिड के क्रिस्टल यूरिन के जरिए बॉडी से बाहर निकलने लगते हैं। जब यूरिक एसिड बॉडी से बाहर निकलने लगता है तो जोड़ों के दर्द से बचाव होता है और बॉडी क्लीन रहती है।

सेब का करें सेवन

सेब एक ऐसा फल है जिसमें मैलिक एसिड मौजूद होता है जो यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में मदद करता है। सेब में भरपूर फाइबर मौजूद होता है जो पाचन को दुरुस्त करता है और यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल करता है।

अनानास का करें सेवन

अनानास में एक ब्रोमलिन नाम का एक खास एंजाइम मौजूद होता हैं जो इंफ्लामेशन को कंट्रोल करता है और हाई यूरिक एसिड से जुड़ी परेशानी गाउट के खतरे को कम करता है। ब्रोमलिन पाचन को दुरुस्त करता है और मेटाबॉलिज्म को इंप्रूव करता है। जब आपका पाचन दुरुस्त रहता है और मेटाबॉलिज्म ठीक रहता है तो आपकी बॉडी नेचुरल तरीके से ही यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल करती है।

केला का करें सेवन

केला पोटैशियम का रिच सोर्स है जो यूरिक एसिड को नेचुरल तरीके से कंट्रोल करता है। पोटैशियम यूरिक एसिड को यूरीन के जरिए बॉडी से बाहर निकालता है और बॉडी में इलेक्ट्रोलाइट को भी बैलेंस करता है। इसका सेवन करने से यूरिक एसिड कंट्रोल रहता है और ओवर ऑल हेल्थ में भी सुधार होता है। बॉडी में इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस रहने से किडनी ठीक से काम करती हैं और यूरिक एसिड का स्तर भी कंट्रोल हो जाता है।

यूरिक एसिड बढ़ने की वजह से बॉडी में कौन-कौन सी दिक्कतें होती है और इस परेशानी से कैसे नेचुरल तरीके से बचा जा सकता है,ये सब जानने के लिए नीचे लिंक पर क्लिक करें।