“खाली दिमाग शैतान का घर होता है” यह कहावत हम सभी ने बचपन से सुनी है। जब हमारा दिमाग खाली होता है, तो वह एक ऐसे कंप्यूटर की तरह बन जाता है जिसमें एक साथ सैकड़ों टैब खुले हों। हर छोटी-बड़ी बात पर सोचने लगता है और यह सोच एक मानसिक मैराथन जैसी महसूस होती है, थकाने वाली, बेचैन करने वाली और कभी न रुकने वाली होती है। हमारे दिमाग में तरह तरह के फितूर आने के लिए हमारी ओवरथिंकिंग जिम्मेदार है जो हमारे दिमाग को कमजोर और थकाने वाला बना देती है। दिमाग में ये नकारात्मक सोच तनाव और एंजाइटी के कारण आती है। अगर आप अपने दिमाग को तेज तर्रार और हेल्दी बनाना चाहते हैं तो हेल्दी डाइट का सेवन करें। ब्रेन को हेल्दी बनाने के लिए और फालतू चीजों को दिमाग से इरेज करना जरूरी है।
Virtua Nutrition & Diabetes Care में रजिस्टर्ड डायटीशियन गेल कोहेन ने बताया अगर आप चाहते हैं कि आपका दिमाग फालतू चीजें नहीं सोचे और हेल्दी तरीके से काम करे तो आप अपनी डाइट में सुधार करें। आपके ब्रेन को कुछ खास फूड्स की दरकार होती है। कुछ खास फूड्स का सेवन करके आप अपनी ब्रेन पावर को बढ़ा सकते हैं और तनाव और एंजाइटी को कंट्रोल कर सकते हैं।
कुछ फूड मस्तिष्क की सुरक्षा करने वाले पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, जो आपके सोचने और महसूस करने के तरीके को प्रभावित कर सकते हैं और उम्र बढ़ने के साथ होने वाले कुछ नकारात्मक मस्तिष्क परिवर्तनों को रोक सकते हैं। अपने दिमाग की क्षमता बढ़ाने के लिए, इन खाद्य पदार्थों को अपनी डाइट में धीरे-धीरे शामिल करना शुरू करें। आइए जानते हैं कि ब्रेन को हेल्दी बनाने वाले फूड्स कौन से हैं और ये कैसे तनाव को कंट्रोल करते हैं और दिमागी सेहत में सुधार करते हैं।
ब्लूबेरी का करें सेवन
वयस्कों में हिप्पोकैम्पस (hippocampus) हर साल लगभग 1% अपना आकार खो देता है। आपको बता दें hippocampus दिमाग का वो हिस्सा होता है जो यादों, भावनाओं का केंद्र होता है। आप बढ़ती उम्र में ब्लूबेरी खाएं तो इस नुकसान की भरपाई कर सकते हैं। कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि ब्लूबेरी खाने से डिमेंशिया और अल्जाइमर जैसी बीमारियों से बचाव कर सकते हैं और मस्तिष्क को सिकुड़ने से रोका जा सकता है। ब्लूबेरी में मस्तिष्क की रक्षा करने वाले फाइटोकेमिकल्स होते हैं जो ब्रेन पावर को बढ़ाते हैं और ब्रेन को हेल्दी रखते हैं।
हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं
याददाश्त को दुरुस्त करना चाहते हैं तो आप हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें। आप डाइट में पालक, केल, एसकारोल, कॉलार्ड और अर्गला जैसी हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें। ये सब्जियां मस्तिष्क को संज्ञानात्मक गिरावट से बचाने में मदद करती हैं। एक अध्ययन से पता चला है कि हरी पत्तेदार सब्जियां खाने से संज्ञानात्मक उम्र बढ़ने की प्रक्रिया 11 साल तक देरी से होती है। रोजाना एक कप कच्ची या आधा कप पकी हुई सब्जियां खाने की कोशिश करें। पत्तेदार सब्जियों में पाए जाने वाले कई फाइटोन्यूट्रिएंट्स वसा में घुलनशील होते हैं और इन्हें ऑलिव ऑयल या एवोकाडो जैसे हेल्दी फैट के साथ खाना अधिक फायदेमंद होता है।
सैल्मन मछली का करें सेवन
मस्तिष्क के लिए सूजन हानिकारक होती है। सैल्मन मछली में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड मौजूद होता है जो अपने सूजन-रोधी गुणों के लिए जाना जाता है। हाल के अध्ययनों से यह भी संकेत मिला है कि ओमेगा-3 फैटी एसिड डिप्रेशन,डिमेंशिया और अल्जाइमर जैसी बीमारियों में मदद कर सकते हैं।
कॉफी और चाय का करें सेवन
कॉफी और चाय दोनों रक्त वाहिकाओं में कैल्सीफिकेशन को कम कर सकते हैं। चाय इससे भी बेहतर मानी जाती है क्योंकि इसमें कॉफी की तुलना में कम कैफीन होता है। चाय में एक फाइटोकेमिकल होता है जिसे थेअनिन कहते हैं, जो एक साथ शांति देने और एनर्जी को बढ़ाने वाला प्रभाव डालता है। ये डोपामाइन नामक ‘फील-गुड’ मस्तिष्क रसायन को भी बढ़ाता है। आप दिन में दो से तीन बार चाय या कॉफी अपनी पसंद के हिसाब से पी सकते हैं।
हल्दी का करें सेवन
हल्दी औषधीय गुणों से भरपूर एक मसाला है जो भारतीय खाने में प्रमुखता से सेवन किया जाता है। इसका स्वाद हल्का होता है जिसका सेवन आप सूप और सॉस में मिलाकर कर सकते हैं। हल्दी मस्तिष्क में एक खास प्रकार के प्लेक को हटाने में मदद करती है, जो अल्जाइमर रोग से जुड़ा होता है। आप हल्दी का सेवन करें तनाव दूर होगा और एंजाइटी कंट्रोल रहेगी। हल्दी के एंटीऑक्सीडेंट गुण मस्तिष्क को हेल्दी रखने में मदद करते हैं।
अखरोट का करें सेवन
अखरोट ब्रेन पावर बढ़ाने में मदद करता है क्योंकि इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड, एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन ई और दूसरे पोषक तत्व होते हैं जो मस्तिष्क की संरचना और कार्यप्रणाली को सुधारते हैं। ओमेगा-3 फैटी एसिड मस्तिष्क की कोशिकाओं के बीच संचार को बेहतर बनाता है और सूजन कम करता है, जिससे याददाश्त और एकाग्रता बढ़ती है।
दिमाग पर Slow Poison की तरह असर करते हैं ये 4 फूड, कमजोर पड़ सकता है ब्रेन, बढ़ सकता है भूलने की बीमारी का खतरा। ब्रेन पर ये फूड कैसे असर करते हैं इसकी पूरी जानकारी हासिल करने के लिए लिंक पर क्लिक करें।