कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो कभी भी किसी को भी हो सकती है। कैंसर तब होता है जब शरीर की कोशिकाएं (cells) अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं और स्वस्थ कोशिकाओं को नष्ट करने लगती हैं। सामान्य रूप से शरीर की कोशिकाएं एक निश्चित समय के बाद मर जाती हैं और नई कोशिकाएं उनकी जगह लेती हैं, लेकिन कैंसर में यही प्रक्रिया बिगड़ जाती है। कैंसर की कोशिकाएं लगातार बढ़ती रहती हैं और एक जगह इकट्ठा होकर गांठ या ट्यूमर (tumor) बना लेती हैं। धीरे-धीरे ये कैंसर कोशिकाएं खून या लसिका तंत्र (lymphatic system) के जरिए शरीर के दूसरे हिस्सों में भी फैल जाती हैं।

कैंसर शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है जैसे फेफड़ों, पेट, मुंह, स्तन, गर्भाशय, प्रोस्टेट या स्किन कैंसर। इसकी शुरुआत अक्सर धीरे-धीरे होती है, लेकिन अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए, तो यह जानलेवा साबित हो सकता है। खराब डाइट, तनाव और खराब जीवनशैली इसकी बड़ी वजह मानी जाती हैं। यही कारण है कि आज दुनिया भर में कैंसर मौत का दूसरा सबसे बड़ा कारण बन चुका है। भारत में सबसे अधिक 6 प्रकार के कैंसर पाए जाते हैं जैसे फेफड़ों का कैंसर, मुंह का कैंसर, पेट का कैंसर, स्तन कैंसर, सर्वाइकल कैंसर और कोलोरेक्टल कैंसर।

Mayo Clinic, Florida (USA) में बोर्ड सर्टिफाइट फिजिशियन डॉ. डॉन मुसल्लम ने बताया कैंसर से बचाव करने में कुछ फूड्स बेहद असरदार साबित होते हैं। रोज इन फूड्स को खाया जाए तो भविष्य में पेट से लेकर मुंह और दूसरी तरह के कैंसर के खतरे को टाला जा सकता है। आइए जानते हैं कि कौन-कौन से ऐसे सुपर फूड्स हैं जो कैंसर से बचाव करते हैं।  

फ्रोजन बेरी खाएं

ब्लूबेरी, ब्लैकबेरी और रास्पबेरी जैसे फ्रोजन बेरीज़ में एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे एंथोसाइनिन, एलेजिक एसिड और फ्लेवोनॉयड्स पाए जाते हैं, जो DNA को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाते हैं। ये यौगिक शरीर में सूजन को कम करते हैं और कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि रोकते हैं। रिसर्च के मुताबिक नियमित रूप से बेरी खाने से इसोफेगस और कोलन कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा 30-80% तक कम हो सकता है। इन्हें डाइट में शामिल करना कैंसर से सुरक्षा का आसान तरीका है।

कीवी खाएं

कीवी में विटामिन C, डाइटरी फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं जो सेल्स को डीएनए डैमेज से बचाते हैं। विटामिन C शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाता है और खराब सेल्स की मरम्मत करता है। रिसर्च बताती है कि कीवी जैसे विटामिन C युक्त फलों का सेवन फेफड़ों, मुंह और पेट के कैंसर के खतरे को कम करता है। कीवी स्वादिष्ट, हल्का और हेल्दी फल है जिसे रोजाना डाइट में शामिल करने से शरीर को एंटी-कैंसर प्रोटेक्शन मिलता है।

एडमामे (Edamame) का करें सेवन

एडमामे यानी सोयाबीन का शुरुआती रूप, कैंसर से लड़ने में बहुत प्रभावी माना जाता है। इसमें मौजूद आइसोफ्लेवोंस हार्मोन बैलेंस बनाते हैं और ब्रेस्ट व प्रोस्टेट कैंसर के खतरे को घटाते हैं। इसमें फाइबर और प्रोटीन दोनों होते हैं जो पाचन को बेहतर और वजन को कंट्रोल रखते हैं। एडमामे को संतुलित आहार में शामिल करने से शरीर को एंटीऑक्सीडेंट्स और पौष्टिक तत्व मिलते हैं जो कैंसर रोकथाम में मदद करते हैं।

बीन्स (Beans) खाएं

बीन्स यानी दालें और फलियां फाइबर, प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती हैं। ये पाचन तंत्र को मजबूत करती हैं और शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकालने में मदद करती हैं। रिसर्च के अनुसार बीन्स में मौजूद सैपोनिन और फेनोलिक यौगिक कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को रोकते हैं। बीन्स खाने से सूजन कम होती है, शरीर का मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है और कैंसर का खतरा घटता है। रोजाना बीन्स का सेवन हार्ट और लिवर दोनों की सेहत के लिए लाभदायक है।

क्रूसिफेरस सब्जियां खाएं

ब्रोकोली, फूलगोभी और ब्रसेल्स स्प्राउट्स जैसी सब्जियां ग्लूकोसिनोलेट्स से भरपूर होती हैं जो शरीर में जाकर कैंसर-रोधी यौगिक इसोथायोसाइनेट्स और इंडोल्स में बदल जाती हैं। ये लिवर के डिटॉक्स एंजाइम्स को सक्रिय करती हैं, जिससे शरीर से कार्सिनोजेन्स बाहर निकलते हैं। इन सब्जियों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स सूजन को घटाते हैं और कैंसर के खतरे को कम करते हैं। नियमित सेवन से फेफड़ों, ब्रेस्ट और कोलन कैंसर से बचाव होता है।

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