आंतों में सूजन होना एक ऐसी परेशानी है जिसे इंटेस्टाइनल इंफ्लामेशन कहा जाता है। इस बीमारी के लिए कई कारण जिम्मेदार हैं जैसे खराब डाइट,बिगड़ता लाइफस्टाइल, तनाव और कुछ दवाओं का सेवन। इस बीमारी का सीधा असर पाचन तंत्र पर पड़ता है जिसकी वजह से मरीज को पेट में दर्द, गैस, एसिडिटी, कभी कब्ज तो कभी मोशन और दूसरी पाचन समस्याएं हो सकती हैं। आंतों में सूजन का मुख्य कारण इन्फ्लेमेटरी बाउल डिजीज (IBD) है जिसमें दो प्रमुख विकार होते हैं। एक क्रोनिक डिजीज जिसमें आंतों के किसी भी हिस्से में सूजन हो सकती है और जो लम्बे समय तक रह सकती है। दूसरा अल्सरेटिव कोलाइटिस जिसमें खासतौर पर कोलन यानी बड़ी आंत और रेक्टम में सूजन और घाव हो सकते हैं।
आंतों में सूजन के लिए और भी कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं जैसे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल इंफेक्शन, फूड एलर्जी,इन्फेक्शन या पार साइट्स जो आंतों में सूजन का कारण बन सकते हैं। तनाव इस बीमारी पर गहरा असर करता है। तनाव की वजह से आंतों में सूजन बढ़ती है। नींद की कमी और खराब डाइट इस परेशानी को ट्रिगर करती है।
आंतों में सूजन होने पर बॉडी में जो मुख्य लक्षण दिखते हैं इसमें पेट में दर्द, दस्त, कब्ज, मतली, उल्टी, वजन में कमी और अक्सर बुखार रहना शामिल हो सकते हैं। बॉडी में इस तरह के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं और डाइट में बदलाव करें।
फोर्टिस अस्पताल मोहाली में क्लिनिकल न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स विभाग की प्रमुख, डॉ.सोनिया गांधी ने बताया आंत के बैक्टीरिया पोषक तत्वों के अवशोषण और हमारे पूरे सिस्टम को प्रभावित कर सकते हैं। ऐसी स्थिति में डाइट में कुछ फूड्स को शामिल करने से गट हेल्थ में सुधार होता है और तनाव भी कंट्रोल रहता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि ऐसे कौन से फूड है जो गट फ्रेंडली है, जिनका सेवन करने से पाचन में सुधार होता है।
फाइबर रिच फूड्स का करें सेवन
गट हेल्थ को दुरुस्त करना चाहते हैं तो आप डाइट में फाइबर रिच फूड्स जैसे दालें,फलिया, फल और सब्जियों का सेवन करें। इन फूड्स का सेवन करने से पाचन दुरुस्त रहता है, गैस ,एसिडिटी और अपच से राहत मिलती है। इनका सेवन करने से पेट की बीमारियां दूर होती है।
प्रीबायोटिक फूड्स का करें सेवन
आंतों की हेल्थ को दुरुस्त करने के लिए और आंतों में सूजन जैसी परेशानी से निजात पाने के लिए प्रीबायोटिक फूड्स का सेवन करें। प्रीबायोटिक फूड आंत में रहने वाले गुड बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं। ये बैक्टीरिया आंतों को हेल्दी रखने में मदद करते हैं और पाचन में सुधार करते हैं। आप डाइट में केला, आर्टिचोक,अदरक, सेलरी, ब्लूबेरी,सेब, ब्रोकोली,नट्स और सीड्स,साबुत अनाज जैसे जई, क्विनोआ,ब्राउन राइस में प्रीबायोटिक फाइबर होता हैं जो आंतों में अरबों में गुड बैक्टीरिया को बढ़ावा देता हैं।
प्रोबायोटिक फूड्स का करें सेवन
प्रोबायोटिक फूड्स में आप दही और किमची जैसे प्रोबायोटिक फूड्स का सेवन करें। इन फूड्स को रोजाना खाने से पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है और आंतों में अरबों की संख्या में गुड बैक्टीरिया बढ़ते हैं,जो पाचन में मदद करते हैं।
हल्के प्रोटीन को डाइट में करें शामिल
आप गट हेल्थ को दुरुस्त करने के लिए डाइट में चिकन, मछली, टर्की और अंडे का सेवन करें। ये हल्के प्रोटीन वाले फूड हैं जो पचने में आसान होते हैं और आंतों पर ज्यादा दबाव नहीं डालते।
आंतों की सूजन होने पर तेजी से बनती है पेट में गैस, इन 5 फूड को तुरंत डाइट का बना लें हिस्सा, बिना दवा सुधर जाएगी गट हेल्थ। पूरी जानकारी हासिल करने के लिए लिंक पर क्लिक करें।