यूरिक एसिड प्यूरीन के टूटने से बनता है। ये ब्लड में घुला होता और किडनी इसे फिल्टर करके यूरिन के जरिए बॉडी से बाहर निकाल देती है। बॉडी में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने से किडनी से जुड़ी परेशानियां,गाउट का खतरा और कई तरह की हेल्थ प्रॉब्लम होने लगती हैं। यूरिक एसिड का स्तर  7.0 mg/dL से ज्यादा होने पर ये क्रिस्टल के रूप में जोड़ों में जमा होने लगता है। यह स्थिति गठिया (Gout) कहलाती है, जो खासकर उंगलियों, घुटनों, एड़ियों और पैरों के जोड़ों को प्रभावित करती है। जब यूरिक एसिड क्रिस्टल्स उंगलियों के जोड़ों में जमा होने लगते हैं तो जोड़ों में सूजन और दर्द होने लगता है। समय के साथ यह सूजन हड्डियों और जोड़ों को डैमेज कर सकती है। धीरे-धीरे जोड़ों का आकार बदलने लगता है और उंगलियां धीरे-धीरे टेढ़ी-मेढ़ी या मुड़ी हुई दिखने लगती हैं।

बॉडी में यूरिक एसिड के क्रिस्टल जमा होने को हाइपरयूरिसीमिया कहा जाता है। शराब का अधिक सेवन, फ्रुक्टोज से भरपूर फूड का सेवन, हाई ब्लड प्रेशर और किडनी की समस्याएं हाइपरयूरिसीमिया के लिए जिम्मेदार हैं। मोटापा भी इस परेशानी को बढ़ाता है। बॉडी में यूरिक एसिड का स्तर हाई होने से पैरों की एड़ियों में दर्द,अंगूठों में दर्द होने लगता है। हाई यूरिक एसिड होने से उंगलियों या जोड़ों में तेज़ दर्द होता है, स्किन में रेडनेस होती है, चलने-फिरने या उंगलियों को हिलाने में दिक्कत होती है। कुछ मामले में उंगलियों में गांठ भी बन जाती है।

आयुर्वेदिक और यूनानी दवाओं के एक्सपर्ट डॉक्टर सलीम जैदी के मुताबिक जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है वो रोज कुछ खास फ्रूट्स का सेवन करें तो आसानी से यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल कर सकते हैं। कुछ फलों का सेवन करने से जोड़ों की सूजन कंट्रोल रहती है और दर्द कम होता है। आइए जानते हैं कि कौन-कौन से ऐसे फल हैं जो यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल करते हैं।

चेरी का करें सेवन

चेरी का सेवन करने से यूरिक एसिड का स्तर कंट्रोल रहता है। Arthritis & Rheumatology Journal, 2012 की रिसर्च के अनुसार जिन लोगों ने 2 दिन तक चेरी या चेरी का अर्क पिया, उनमें गठिया (gout) अटैक का रिस्क 35% तक कम हो गया था। चेरी में Anthocyanins नामक एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है जो यूरिक एसिड क्रिस्टल्स को जोड़ों में जमने से रोकता है। इसका सेवन करने से सूजन और जलन कम होती है। ये बॉडी को डिटॉक्स करने में मदद करता है।

केला कैसे यूरिक एसिड करता है कंट्रोल

केला (Banana) भी यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में एक सहायक फल माना जाता है, खासकर जब इसे सही मात्रा और तरीके से खाया जाए।केले में भरपूर पोटैशियम मौजूद होता है जो शरीर को यूरिक एसिड को घोलने और पेशाब के माध्यम से बाहर निकालने में मदद करता है। इसका सेवन करने से गठिया के दर्द का इलाज होता है और सूजन कंट्रोल रहती है।

सेब का करें सेवन

जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है वो रोजाना सेब का सेवन करें। सेब (Apple)में मैलिक एसिड होता है जो यूरिक एसिड को न्यूट्रल करने में मदद करता है।फाइबर से भरपूर सेब का सेवन उसका सिरका बनाकर या फल के रूप में खाएं तो ये बॉडी से टॉक्सिन को बाहर निकालने में मदद करता है। दिन में एक से दो सेब खाएं आपकी बॉडी हेल्दी रहेगी।

बेरीज़ (Berries) का करें सेवन

अगर आप यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल करना चाहते हैं तो आप रोजाना बेरीज जैसे स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी, रास्पबेरी का सेवन करें।  एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर से भरपूर बेरी इम्यूनिटी को मजबूत करती है और सूजन को कंट्रोल करती है। बेरीज का सेवन आप सुबह के नाश्ते में स्नैक्स के तौर पर कर सकते हैं।

अमरूद खाएं

अगर यूरिक एसिड हाई रहता है तो आप रोजाना एक अमरूद का सेवन करें। विटामिन C से भरपूर अमरूद यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में मदद करता है। इसमें फाइबर मौजूद होता है जो पाचन को दुरुस्त करता है। जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है वो रोजाना एक अमरूद का सेवन करें।