यूरिन का बार-बार डिस्चार्ज होना, यूरिन में जलन होना डायबिटीज, किडनी और यूटीआई (यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन) की ओर इशारा करता है। यूरिन का समय रहते डिस्चार्ज होना इस बात का सबूत है कि आपकी किडनी ठीक से काम कर रही है और आपकी बॉडी अंदर से ठीक है। यूरिन सही फ्रीक्वेंसी में पर्याप्त डिस्चार्ज होता रहे तो बॉडी में जमा टॉक्सिन बाहर निकलते रहते हैं और आपकी बॉडी हेल्दी रहती है। कुछ लोगों को यूरिन से जुड़ी कुछ परेशानियां बहुत तंग करती हैं। किसी को यूरिन ज्यादा डिस्चार्ज होता है तो किसी को पेशाब रुक-रुक कर आता है और पेशाब में जलन होती है। इस परेशानी के लिए संक्रमण और कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं।
यूरिन में होने वाली किसी भी दिक्कत का इलाज करने के लिए पानी का सेवन ज्यादा करना जरूरी है। कम से कम 8-10 गिलास पानी रोज़ पिएं। कुछ लिक्विड फूड जैसे नारियल पानी और नींबू पानी का सेवन करें। घरेलू नुस्खे इस परेशानी का उपचार करने में जादुई असर करते हैं। कुछ फूड जैसे दही या छाछ का सेवन यूरिन से जुड़ी परेशानियों को दूर करता है। ये फूड गुड बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं और संक्रमण को रोकने में मदद करते है।
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण ने बताया अगर पेशाब में जलन के साथ खून आता है, बुखार है, पेशाब के साथ दर्द रहता है तो आप दो आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का सेवन करें। जिन लोगों को कम पेशाब होता है, जलन होती है, मूत्र ज्यादा डिस्चार्ज होता है, बार-बार जाना पड़ता है ऐसी सभी बीमारियों का इलाज करने के लिए आप शतावरी और गोखरू का सेवन करें। इन दोनों जड़ी बूटियों के पानी का सेवन करके आप आसानी से यूरिन से जुड़ी परेशानियों को दूर कर सकते हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि यूरिन की परेशानियों को दूर करने में ये दोनों जड़ी बूटियां कैसे असरदार साबित होती हैं।
शतावरी और गोखरू कैसे यूरिन के इंफेक्शन और यूरिन की परेशानियों को दूर करता है?
आयुर्वेद में शतावरी और गोखरू दोनों को मूत्र संबंधी समस्याओं का इलाज करने में उपयोगी माना जाता हैं। ये दोनों हर्ब्स यूरिन के संक्रमण से बचाव करती है मूत्र प्रणाली को मजबूत बनाती हैं। शतावरी में डायूरेटिक यानी मूत्रवर्धक गुण मौजूद होते हैं जो बॉडी से टॉक्सिन को बाहर निकालते हैं और बैक्टीरियल इंफेक्शन को कंट्रोल करते हैं। एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर ये जड़ी बूटी पेशाब में जलन, सूजन और दर्द को कंट्रोल करती है। इसका सेवन करने से इम्यूनिटी मजबूत होती है और बार-बार होने वाले यूरिनरी इंफेक्शन (UTI) से बचाव होता है।
गोखरू (Gokhru) नेचुरल एंटीबायोटिक गुणों से भरपूर होता है जो यूरिनरी इंफेक्शन को कंट्रोल करने में मदद करता है। इस जड़ी बूटी में डायूरेटिक गुण मौजूद होते हैं जो किडनी को साफ करते है और पेशाब की जलन को कंट्रोल करते हैं। किडनी स्टोन का इलाज करने में ये बहुत उपयोगी है। गोखरू यूरिन में कैल्शियम के जमाव को रोकता है और पथरी बनने की संभावना कम होती है। पुरुषों में प्रोस्टेट ग्रंथि की सूजन और पेशाब रुक-रुक कर आने की समस्या का इलाज होता है।
कैसे करें शतावरी और गोखरू का सेवन
यूरिन से जुड़ी परेशानियों को दूर करने के लिए डेढ़ से दो चम्मच गोखरू और एक जड़ शतावर को डेढ़ गिलास पानी में उबालें। जब पानी आधा रह जाए तो इस पानी का सेवन करें। इस तरह इन दोनों हर्ब्स के पानी का सेवन सुबह-शाम करना सेहत के लिए फायदेमंद होगा।
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