सर्दी के मौसम में पाचन से जुड़ी परेशानियां ज्यादा होती हैं। इस मौसम में लोग पानी का सेवन कम करते हैं और हाई कैलोरी फूड्स का सेवन ज्यादा करते हैं जिससे कब्ज, गैस और एसिडिटी की परेशानी बढ़ने लगती है। कब्ज की बीमारी का लम्बे समय तक इलाज नहीं किया जाए तो कई तरह की बीमारियों जैसे आंत से जुड़ी परेशानियां और पाइल्स का खतरा बढ़ने लगता है। कब्ज को दूर करने के लिए पानी का अधिक सेवन करना जरूरी है और डाइट में फाइबर से भरपूर कुछ फूड्स खाना भी जरूरी है। 

सर्दी में अगर पाचन से जुड़ी परेशानियां ज्यादा रहती है और कब्ज से जीना मुहाल होता है तो आप मूली का खास तरीके से सेवन करें। आप जानते हैं कि मूली के साथ उसके पत्ते भी चमत्कारी साबित होते हैं। अक्सर लोग मूली खा लेते हैं लेकिन उनके पत्ते फेंक देते हैं जो पूरी तरह गलत है।

आयुर्वेदिक एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण ने बताया मूली का सेवन उसके पत्तों के साथ किया जाए तो पाचन से जुड़ी परेशानियों को दूर किया जा सकता है। जिन लोगों को क्रॉनिक एसिडिटी रहती है उनके लिए मूली और उसके पत्ते रामबाण इलाज हैं। एक्सपर्ट ने बताया अगर आप मूली का सेवन नौसादर नमक के साथ करते हैं तो आपका पाचन पूरी तरह दुरुस्त रहेगा। ये नमक गैस, एसिडिटी को दूर करेगा और पाचन को दुरुस्त करेगा। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि नौसादर नमक क्या है और इसका सेवन मूली के साथ कैसे करें कि कब्ज और एसिडिटी दूर रहे।

नौसादर नमक क्या है?

आयुर्वेद में नौसादर (Nausadar) नमक का खास महत्व है। यह एक खनिज यौगिक है जिसे आमतौर पर सोडियम क्लोराइड के रूप में जाना जाता है। इसे साधारण नमक भी कहा जाता है। आयुर्वेद के मुताबिक नौसादर नमक औषधीय गुणों से भरपूर होता है जिसका सेवन करने से पाचन से जुड़ी परेशानियां दूर होती हैं। इन नमक का सेवन करने से पेट का दर्द दूर होता है। जिन लोगों को पेट में अफारा होता है उनके लिए भी ये नमक रामबाण इलाज है।

मूली का सेवन नौसादर नमक के साथ कैसे करें

अगर आपको गैस और एसिडिटी की परेशानी रहती है और पेट में अफारा होता है तो आप रात में मूली के चार टुकड़े काट लें और उसमें 3-4 ग्राम नौसादर नमक को मिलाएं और इसे खुले आसमान के नीचे साफ जगह पर रात भर रखा छोड़ दें। सुबह उठकर आप देखेंगे की मूली से काफी सारा पानी निकल जाएगा। आप इस पानी को खाली पेट पी लें और मूली को खा लें। इसका सेवन करने से पेट का अफारा ठीक होगा और पेट से जुड़ी परेशानियों जैसे कब्ज, गैस और एसिडिटी का इलाज होगा। इस जूस और मूली का सेवन नौसादर नमक के साथ करने से लिवर से जुड़ी परेशानियां भी दूर होती हैं।

मूली कैसे सेहत को फायदा पहुंचाती है

मूली का सेवन करने से पीलिया की परेशानी दूर होती है। पीलिया की बीमारी का इलाज करने के लिए आप मूली की सब्जी उसके पत्तों के साथ खाएं। आप मूली के जूस का भी सेवन कर सकते हैं। आयुर्वेद के अनुसार मूली की तासीर ठंडी होती है, और यह वात और कफ दोष को संतुलित करने में मदद करती है। मूली का सेवन लिवर और किडनी की सफाई होती है। मूली का सेवन करने से स्किन भी हेल्दी रहती है। जिन लोगों को किडनी से जुड़ी परेशानी है या फिर बवासीर से परेशान हैं तो मूली का सेवन करें।

मूली का सेवन कब करें

अगर आप मूली से भरपूर फायदा लेना चाहते हैं तो आप मूली का सेवन सुबह और दोपहर में सब्जी और सलाद के रूप में करें। आप रात के खाने में मूली की सब्जी का सेवन नहीं करें। मूली का सेवन करने के बाद अगर उसे जल्दी से हजम करना चाहते हैं तो आप मूली खाने के बाद एक छोटा सा टुकड़ा अदरक का खा लें। मूली खाने के बाद अदरक खाने से मूली पच जाएगी और मुंह से बदबू भी नहीं आएगी। याद रखें कि मूली का सेवन खाना खाने के लगभग बाद करें। अगर आप खाने से पहले या खाने के साथ मूली खाएंगे तो ये अपच का कारण बन सकती है। 

मूली सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है, लेकिन कुछ फूड्स के साथ अगर मूली का सेवन किया जाए तो इसके फायदे जहर बन जाते हैं। अगर आप जानना चाहते हैं कि किन फूड्स के साथ मूली का सेवन नहीं करें तो लिंक पर क्लिक करें।