पाइल्स या बवासीर एक सामान्य समस्या है जो तब होती है जब रेक्टम या एनस के आसपास की नसें सूज जाती हैं। यह स्थिति दो प्रकार की हो सकती है एक इनसाइड पाइल्स जो रेक्टम के अंदर होती हैं और दूसरी आउटसाइड पाइल्स जो गुदा के बाहर होती है। देश और दुनिया में लाखों लोग पाइल्स से परेशान हैं। इस बीमारी का मुख्य कारण कब्ज है। लम्बे समय तक शौच करने से एनस पर ज्यादा दबाव पड़ना,कम शारीरिक गतिविधि और अधिक समय तक बैठना, ज्यादा मसालेदार, तली-भुनी चीजों का सेवन, बॉडी में पानी की कमी होना, घंटों एक ही जगह पर बैठे रहना, वृद्धावस्था और मोटापा पाइल्स का कारण बनता है।

बात करें पाइल्स के लक्षणों की तो इस परेशानी में  गुदा क्षेत्र में दर्द या जलन होती है,मल के साथ खून आना, गुदा क्षेत्र में सूजन या गांठ,शौच करते वक्त दर्द या असुविधा होने जैसे लक्षण दिखते हैं।

पाइल्स की समस्या से बचाव करना है तो आप डाइट में सुधार करें और ज्यादा पानी पिएं। डाइट में ऐसे फूड्स को शामिल कर लें जो फाइबर से भरपूर हो और जिनका सेवन करने से कब्ज का इलाज हो। होम्योपैथी डॉक्टर शीतल टोंगसे ने बताया अगर आप पाइल्स से परेशान हैं तो रोजाना पपीता खाना शुरु कर दें। पपीता एक ऐसा फल है जो कब्ज का इलाज करता है और पाइल्स के लक्षणों को कंट्रोल करता है। पपीता का सेवन सही तरीके से सही समय पर किया जाए तो आसानी से पाइल्स के लक्षण कंट्रोल हो सकते हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि पपीता कैसे पाइल्स के लक्षणों को कंट्रोल करता है।

 पपीता कैसे पाइल्स के लक्षणों को कंट्रोल करता है?

पपीता पाइल्स को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है क्योंकि इसमें कई गुण होते हैं जो पाचन को सुधारने और आंतों को हेल्दी रखने में मदद करते हैं। पपीता में भरपूर फाइबर, पानी और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो पाचन क्रिया को बेहतर बनाते हैं और बवासीर के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं। पपीता एक ऐसा फल है जो नेचुरल मेडिसिन की तरह काम करता है। इसका सेवन करने से पाइल्स का जड़ से इलाज होता है। पपीता में पपैन नाम का एक एंजाइम मौजूद होता है जो पाचन को बेहतरीन बनाता है। पाचन के दुरुस्त होने पर आप जो भी खाएंगे वो पचेगा और आपको कब्ज की समस्या नहीं होगी।

पपीता में मौजूद घुलनशील फाइबर मल को सॉफ्ट बनाता है और मल आसानी से डिस्चार्ज होता है। ये फल पाइल्स के दर्द से राहत दिलाने में मदद करेगा। पपीते में एंटीऑक्सीडेंट और सूजन कम करने वाले गुण होते हैं, जो पाइल्स की सूजन और दर्द को कम कर सकते हैं। ये फल पाइल्स के लक्षणों को कंट्रोल करता है और कब्ज से हमेशा के लिए निजात दिलाता है। पपीता में डिटॉक्सिफाइंग गुण भी मौजूद होते हैं जो आंत की साफ सफाई करने के लिए जाने जाते हैं। ये फल विटामिन ए और विटामिन सी से भरपूर होता है जो इम्यूनिटी को बूस्ट करता है।

पाइल्स को ठीक करने के लिए पपीता खाने का सही तरीका

पाइल्स को ठीक करने के लिए पपीता खाने का सही तरीका बहुत मायने रखता है। सुबह खाली पेट आधा कटोरी पका हुआ पपीता खाएं पाइल्स के लक्षण दूर होगे और गट हेल्थ में भी सुधार होगा।
आप पाइल्स का इलाज पपीते के बीजों से भी कर सकते हैं। आप पपीते के बीज लें और उन्हें सुखाकर उसे पीस लें। इन बीज का पाउडर बनाकर उसका सेवन करें।

गर्मी में दिन की शुरुआत करें नारियल पानी से, बॉडी रहेगी हाइड्रेट, दिल और किडनी की हेल्थ में होगा सुधार। नारियल पानी के बारे में पूरी जानकारी हासिल करने के लिए लिंक पर क्लिक करें।