अगर आप अपनी बॉडी को हेल्दी रखना चाहते हैं तो सबसे पहले अपने खाने की रूटीन पर ध्यान देना जरूरी है। सुबह का नाश्ता समय पर करें, दोपहर का खाना 1 बजे तक खा लें और रात का भोजन शाम 7–8 बजे के बीच निपटा लें। इस तरह की हेल्दी रूटीन पाचन सिस्टम को दुरुस्त रखती है, गट हेल्थ को मजबूत बनाती है और शरीर को सक्रिय बनाए रखती है। अगर आप रात का खाना जल्दी खा लेते हैं तो सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में एक चम्मच घी मिलाकर जरूर पिएं। दूध में घी का कॉम्बिनेशन आंतों को लुब्रिकेट करता है, पाचन को आसान बनाता है और गट पर अमृत की तरह काम करता है।

नेचुरोपैथी और आयुर्वेद के अनुसार रात में सोने से 1–2 घंटे पहले गुनगुने दूध में एक चम्मच देसी गाय का घी मिलाकर पीना सेहत के लिए 100% प्रभावी है। रात में दूध के साथ घी का सेवन आंतों और गट को लुब्रिकेट करता है। मशीन में जैसे ऑयल डालने पर वह स्मूद चलती है उसी तरह दूध में घी डालकर पीने से आंते स्मूद काम करती हैं।

आयुर्वेद एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण बताते हैं कि शुद्ध घी शरीर की सफाई से लेकर मानसिक क्षमता बढ़ाने तक, कई तरीकों से बॉडी को फायदा पहुंचाता है। आयुर्वेद के अनुसार घी एक ऐसा पोषक आहार है जो बुद्धि, बल, मेधा, स्मरण शक्ति और आयु बढ़ाने में मददगार होता है। नियमित सेवन से नींद की गुणवत्ता बेहतर होती है, स्किन की रंगत में निखार आता है और शरीर की संपूर्ण कार्यप्रणाली संतुलित रहती है। दूध के साथ घी का सेवन करने से आंतों की चाल सुधरती है और कब्ज में तुरंत राहत मिलती है। आइए जानते हैं कि आयुर्वेद के अनुसार घी का दूध के साथ सेवन करने से सेहत पर कैसा होता है असर।

पेट की सफाई में बेहद असरदार

कब्ज से परेशान लोगों के लिए घी किसी प्राकृतिक औषधि से कम नहीं है। ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर घी आंतों को चिकनाई देता है, जिससे मलत्याग आसान बनता है और पुरानी कब्ज भी दूर होती है। यह न सिर्फ पेट साफ करता है, बल्कि पाचन तंत्र को हेल्दी बनाए रखता है और bloating gas की समस्या कम करता है

पाइल्स का होता है इलाज

रात में दूध के साथ एक चम्मच देसी घी मिलाकर पीने से आंतों की सेहत में सुधार होता है। दूध के साथ घी कब्ज को तोड़ता है, पेट को साफ करता है और पाइल्स का खतरा घटाता है।

पाचन में होता है सुधार

रात को सोने से पहले गर्म दूध में 1 चम्मच घी मिलाकर पीना बेहद फायदेमंद माना जाता है। इसमें मौजूद ब्यूटिरिक एसिड एक शॉर्ट-चेन फैटी एसिड है जो आंतों को सपोर्ट करता है और पाचन क्षमता बढ़ाता है। यह कॉम्बिनेशन शरीर की कमजोरी दूर करता है, सुस्ती कम करता है। लैक्टोज इंटॉलरेंस वाले लोगों के लिए भी ये मिश्रण सहायक हो सकता है, क्योंकि घी दूध को पचाने में आसान बनाता है।

आंतों की सूजन और गंदगी का होता है इलाज

घी का नियमित सेवन पाचन को प्राकृतिक रूप से दुरुस्त करता है। यह शरीर में ऊर्जा का स्थिर स्रोत बनकर काम करता है और गुड बैक्टीरिया को बढ़ाता है, जिससे आंतों की सूजन कम होती है। दूध में रोज थोड़ी मात्रा में घी मिलाने से कमजोरी, थकान और अपच जैसी समस्याएं दूर होती हैं। दूध में 1 चम्मच घी मिलाना पाचन के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है

हड्डियों को मजबूत बनाता है घी

घी विटामिन D का बेहतरीन स्रोत है, जो शरीर में कैल्शियम को बेहतर तरीके से अवशोषित होने में मदद करता है। यह हड्डियों को मजबूत रखने और उन्हें क्षति से बचाने में अहम भूमिका निभाता है। घी में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण गठिया, जोड़ों के दर्द और आंतों की सूजन जैसी समस्याओं को कम करने में भी सहायता होता हैं। रोज थोड़ी मात्रा में घी खाने से हड्डियों का स्वास्थ्य बेहतर होता है।

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