फ्रूट्स का सेवन सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। हेल्दी डाइट में फलों को शामिल करना बेहद जरूरी है। आप जानते हैं कि अनाज का सेवन करने से बॉडी को जितनी एनर्जी मिलती है उससे कहीं ज्यादा पोषक तत्व फलों का सेवन करने से मिलते हैं। अनाज खासतौर पर कार्बोहाइड्रेट का स्रोत होता है और खाते ही तुरंत एनर्जी देता है, लेकिन फलों में मौजूद विटामिन, मिनरल्स, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को ज्यादा पोषण देते हैं।

बॉडी को फिट और हेल्दी रखने के लिए फलों का सेवन जादुई असर करता है। फाइबर से भरपूर फलों का सेवन करने से पाचन दुरुस्त रहता है और बॉडी हेल्दी रहती है। मौसमी फलों का सेवन करें तो बॉडी को विटामिन और खनिज मिलते हैं।विटामिन सी, पोटैशियम, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर फलों का सेवन इम्युनिटी में सुधार करता है और बीमारियों से बचाव करता है।

सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने बताया कि फल सेहत के लिए चमत्कारी हो सकते हैं। रोजाना मौसमी फलों का सेवन करने से बॉडी जीवंत और सक्रिय रहती है। रोजाना फल खाने से आपका दिमाग सबसे अच्छा काम करता है। फलों का सेवन करने से पर्यावरण से सेहत को होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है। सुबह के नाश्ते में फलों का सेवन करने से बॉडी पूरा दिन एनर्जेटिक रहती है। सद्गुरु ने बताया सबसे सुपाच्य भोजन फल है जिसका सेवन करके आंतों की सेहत को दुरुस्त किया जा सकता है। आइए जानते हैं कि फलों का सेवन करने से कैसे आंतों की सेहत दुरुस्त रहती है और गट हेल्थ में सुधार होता है।

फलों का सेवन आंतों की सेहत में कैसे करता है सुधार

फलों का सेवन करने से आंत की सेहत दुरुस्त रहती है। फलों में सॉल्युबल और अनसॉल्यूबल फाइबर मौजूद होता है जो आंतों में गुड बैक्टीरिया को बढ़ाता है। फलों में सेब केला और संतरा ऐसे फल है जो स्टूल को सॉफ्ट बनाते हैं और कब्ज को तोड़ते हैं। रोजाना फलों का सेवन करने से पाचन तंत्र ठीक से काम करता है। पपीता, नाशपाती, तरबूज में अघुलनशील फाइबर मौजूद होता है जो गट हेल्थ को दुरुस्त करता है। केला, सेब और जामुन में प्रीबायोटिक फाइबर मौजूद होता है जो आंत में गुड बैक्टीरिया को बढ़ाता है।

एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर कुछ फल जैसे ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, अंगूर और अनार का सेवन आंतों की सूजन को कंट्रोल करता है और आंतों को हेल्दी रखता है। पपीता का सेवन करने से प्रोटीन को पचाने में मदद मिलती है। फ्रूट्स का सेवन करने से बॉडी हाइड्रेट रहती है और बॉडी से टॉक्सिन बाहर निकलते हैं। रोजाना एक केला और पपीता खाने से पेट की गैस, एसिडिटी और अपच का इलाज होता है।

फलों के सेहत के लिए फायदे

डायटीशियन और सर्टिफाइड डायबिटीज एजुकेटर डॉ.अर्चना बत्रा ने बताया फल न सिर्फ खाने में मजेदार लगते हैं बल्कि बॉडी में पोषक तत्वों की कमी को भी पूरा करते हैं। रोजाना फलों का सेवन करने से इम्यूनिटी मजबूत होती है और दिल हेल्दी रहता है। फल आवश्यक विटामिन और खनिजों का पावर हाउस पैकेज हैं। विटामिन सी, पोटेशियम, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर फल संक्रमण से बचाव करते हैं और बीमारियों से बचाते हैं।

गट हेल्थ में सुधार के लिए कौन से फलों का करें सेवन

गट हेल्थ को दुरुस्त करने के लिए आप डाइट में केला, सेब, पपीता,बेरीज़, अनार, नाशपाती,नारंगी और कीवी का सेवन करें। ये फ्रूट आपकी बॉडी को हाइड्रेट करेंगे और गट हेल्थ में सुधार करेंगे।

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