डायबिटीज एक ऐसी क्रॉनिक बीमारी है जो हर दूसरे घर का हिस्सा बन गई है। खराब डाइट, बिगड़ते लाइफस्टाइल और तनाव की वजह से पनपने वाली इस बीमारी को हमेशा कंट्रोल करना बेहद जरूरी है। अगर इस बीमारी को कंट्रोल नहीं किया जाए तो ये कई क्रॉनिक बीमारियों जैसे हार्ट से जुड़ी बीमारियों, बीपी, लंग्स और किडनी को नुकसान पहुंचा सकती है। डायबिटीज को हमेशा कंट्रोल करना बेहद जरूरी है। कुछ लोगों की फास्टिंग शुगर ज्यादा हाई रहती है तो कुछ लोगों की खाने के बाद की शुगर ज्यादा हाई रहती है। 

आप जानते हैं कि ब्लड शुगर को नॉर्मल रखने के लिए बॉडी को एक्टिव रखना, डाइट का ध्यान रखना और तनाव को कंट्रोल करना बेहद जरूरी है। डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए लाइफस्टाइल और डाइट में मॉडिफिकेशन करने के साथ ही कुछ देसी और असरदार नुस्खों का सेवन करना भी जरूरी है। कुछ आयुर्वेदिक हर्ब और कुछ फूड्स ऐसे हैं जिन्हें खासतौर पर खाया जाए तो आसानी से ब्लड शुगर के स्तर को नॉर्मल रखा जा सकता है।

आयुर्वेदिक और युनानी दवाओं के एक्सपर्ट डॉक्टर सलीम जैदी ने बताया जिन लोगों का ब्लड शुगर हाई रहता है वो सुबह के नाश्ते से लेकर दोपहर के खाने तक में इन तीन फूड्स को शामिल करें तो आसानी से ब्लड शुगर को नॉर्मल कर सकते हैं। एक्सपर्ट ने बताया करेला, जौ का आटा और मेथी दाना का सेवन करके आप आसानी से ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल कर सकते हैं। इन तीन चीजों का सेवन करके आप बिना दवाओं के बिना परेशानी झेले आसानी से ब्लड शुगर के स्तर को नॉर्मल कर सकते हैं।

जौ का आटा कैसे डायबिटीज कंट्रोल करता है?

अक्सर हम लोग गेहूं के आटे की रोटी खाते हैं जिसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत ज्यादा होता है जो ब्लड में शुगर का स्तर तेजी से बढ़ाता है। अगर आप ब्लड शुगर को नॉर्मल करना चाहते हैं तो आप डाइट में जौ के आटे की रोटी को शामिल करें। जौ के आटे का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है जो ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करता है। जौ के आटे की रोटी खाने से ब्लड शुगर धीरे-धीरे बढ़ता है जिससे खाने के बाद की शुगर कंट्रोल रहती है। जौ के आटे में बीटा ग्लूटेन नाम का सॉल्युबल फाइबर होता है जो पेट और आंतों में जाकर जेल जैसा पदार्थ बन जाता है और पेट में ग्लूकोज को ऑब्जर्व होने से रोकता है। ये आटा इंसुलिन रेजिस्टेंस को भी कम करता है और वजन भी नॉर्मल करता है। डायबिटीज मरीज जौ के आटे की रोटी का सेवन करें बॉडी को फायदा होगा। आप जौ के आटे में गेहूं का थोड़ा सा आटा मिलाकर भी सेवन कर सकते हैं।

मेथी दाना का करें सेवन

आयुर्वेद में मेथी दाना का सेवन सदियों से बीमारियों का इलाज करने में इस्तेमाल किया जाता रहा है। आयुर्वेद ही नहीं मेडिकल साइंस भी मेथी दाना के गुणों पर मुहर लगा चुकी है। मेथी दाना में सॉल्युबल फाइबर मौजूद होता है जो कार्बोहाइड्रेट के डाइजेशन को स्लो करता है। यानी इसका सेवन करने से ब्लड शुगर स्पाइक का खतरा नहीं रहता। मेथी दाना में अमाइनो एसिड भी होते हैं जो इंसुलिन प्रोडक्शन को बूस्ट करते हैं जिससे बॉडी नेचुरल तरीके से ब्लड शुगर को कंट्रोल करती है। मेथी दाना के सेवन करने का बेस्ट तरीका है आप एक चम्मच मेथी दाना को रात में पानी में भिगो दें और सुबह उसका पानी पी लें और उन सीड्स को पीसकर अपनी रोटी में मिक्स करके खा सकते हैं।

करेला का करें सेवन

आयुर्वेद में करेले को बेहद स्ट्रांग ब्लड शुगर रेगुलेटर माना जाता है। करेले में CHARANTIN और POLYPEPTIDE-P जैसे एक्टिव कंपाउंड मौजूद होते हैं जो ब्लड शुगर के स्तर को नेचुरल तरीके से कंट्रोल करते हैं। इसका सेवन करने से डायबिटीज कंट्रोल रहती है। आप करेला का सेवन उसका जूस के रूप में कर सकते हैं। करेले की सब्जी बनाकर भी आप इसका सेवन कर सकते हैं। रोज इन तीन चीजों को खाने से ब्लड में शुगर का स्तर नॉर्मल रहता है।

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