आजकल की असंतुलित डाइट और अनियमित जीवनशैली का सीधा असर हमारे पाचन तंत्र पर पड़ता है। ज़्यादा मसालेदार, ऑयली, डीप फ्राइड और प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन करने से पेट में अक्सर भारीपन, डकार, और असहजता महसूस होती है। अक्सर लोग अपनी पसंद का खाना ज़्यादा मात्रा में और जल्दी-जल्दी खा लेते हैं, जिससे खाना अच्छे से चबाया नहीं जाता। यह आदत पाचन क्रिया पर अतिरिक्त दबाव डालती है और पेट से जुड़ी कई समस्याओं को जन्म देती है। खासकर रात के समय भारी भोजन करने और तुरंत लेट जाने की आदत से पेट में गैस, एसिडिटी, अपच, कब्ज और ब्लोटिंग जैसी परेशानियां बढ़ जाती हैं। ब्लोटिंग की स्थिति में पेट फूला हुआ महसूस होता है और व्यक्ति को भारीपन, असहजता व नींद में खलल जैसी समस्याएं होने लगती हैं।

कुछ लोगों को तो थोड़ी-सी मात्रा में खाने के बाद भी पेट भारी लगने लगता है, गैस बनने लगती है और उठने-बैठने में तकलीफ होने लगती है। पेट की इन समस्याओं से बचाव करने के लिए कुछ देसी नुस्खे बेहद असरदार साबित होते हैं। सौंफ और मिश्री का मिश्रण एक ऐसा पारंपरिक उपाय है जो पीढ़ियों से भारतीय घरों में पाचन सुधारने के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है। बराबर मात्रा में सौंफ और मिश्री को मिलाकर हर भोजन के बाद करीब 1 छोटा चम्मच खाया जाए तो पाचन दुरुस्त रहता है।

एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ बिमल झाजर के मुताबिक भरपेट खाना आपके पाचन को बिगाड़ता है। आप खाने के तुरंत बाद सौंफ को चबाएं पेट की सारी परेशानियां दूर होगी। सौंफ में फाइबर और प्रोटीन ज्यादा होता है जो गैस्ट्रिक जूस को कंट्रोल करता है। इसका सेवन करने से एसिडिटी का इलाज होता है। खाने के बाद सौंफ खाने से इंटेस्टाइन की लाइनिंग स्मूथ रहती है और भूख भी बढ़ती है। खाने के बाद इसे खाने से माउथ फ्रेश होता है और पाचन में सुधार होता है। आइए जानते हैं कि पाचन को दुरुस्त करने के लिए सौंफ और मिश्री का सेवन कैसे असरदार साबित होता है।

सौंफ और मिश्री पाचन के लिए कैसे असरदार है?

सौंफ (Fennel Seeds) एक ऐसा मसाला है जो पाचन एंजाइम को एक्टिव करता है, जिससे भोजन जल्दी और सही तरीके से पचता है। इस मसाले का सेवन करने से पेट की गैस और ब्लोटिंग कंट्रोल रहती है। सौंफ में एंटी-स्पास्मोडिक और कार्मिनेटिव गुण होते हैं जो पेट की गैस और ब्लोटिंग को कम करने में मदद करते हैं। खाने के बाद अगर तुरंत सौंफ को खाया जाए तो पेट को ठंडक मिलती है, पेट की गैस, एसिडिटी और जलन से राहत भी मिलती है।

एक चम्मच सौंफ के साथ अगर मिश्री को मिक्स करके खाया जाए तो पाचन को डबल स्पोर्ट मिलती है। मिश्री में नेचुरल मिठास होती है जो सौंफ के साथ मिलकर पेट को आराम देती है और पाचन क्रिया को बैलेंस करती है। मिश्री की तासीर ठंडी होती है जो पेट की लाइनिंग को ठंडक देती है। इसका सेवन करने से पेट की जलन और भारीपन कंट्रोल होता है। खाने के बाद सौंफ और मिश्री न सिर्फ खाने में मजेदार लगती है बल्कि मीठा खाने की क्रेविंग भी कंट्रोल करती है। इसका सेवन करने से मुंह की सफाई होती है। मिश्री पेट की गर्मी कम करती है और खाने के बाद पेट की जलन और भारीपन से राहत दिलाती है।

कैसे करें सेवन?

खाने के बाद 1 छोटा चम्मच सौंफ और मिश्री को बराबर मात्रा में मिक्स करें और उसका सेवन खाने के बाद करें। इसका सेवन करने से पेट की गैस, भारीपन से राहत मिलेगी। नियमित सेवन करने से पाचन तंत्र मजबूत होता है और पेट से जुड़ी समस्याएं लंबे समय के लिए दूर रहती हैं।

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