डायबिटीज एक क्रोनिक बीमारी है जिसे सिर्फ कंट्रोल कर सकते हैं इसका जड़ से कोई इलाज नहीं किया जा सकता। डायबिटीज की बीमारी में पैंक्रियाज इंसुलिन का उत्पादन करना कम या फिर बंद कर देता है जिसकी वजह से ब्लड में शुगर का स्तर हाई होने लगता है। ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ने को ही डायबिटीज कहा जाता है। इंसुलिन हार्मोन खाने को एनर्जी में बदलता है। डायबिटीज मेटाबॉलिक डिजीज है जो व्यक्ति के शरीर को धीरे-धीरे सुखा देता है। ब्लड शुगर हाई होने से बॉडी में उसके लक्षण दिखने लगते हैं जैसे बार-बार प्यास लगना,यूरीन का अधिक डिस्चार्ज होना,भूख ज्यादा लगना, वजन का कम होना,घाव का देरी से भरना और आंखों की रोशनी पर भी डायबिटीज का असर पड़ सकता है। लम्बे समय तक ब्लड में शुगर का स्तर हाई रहे तो दिल के रोगों, किडनी और लंग्स को भी नुकसान पहुंच सकता है। बॉडी को हेल्दी रखने के लिए ब्लड शुगर को नॉर्मल रखना जरूरी है।
आयुर्वेदिक और युनानी दवाओं के एक्सपर्ट डॉक्टर सलीम जैदी के मुताबिक अगर रोज़ाना डाइट में तीन चीजों को शामिल किया जाए तो ब्लड में शुगर का स्तर बिना दवाई के भी नॉर्मल रहेगा। एक्सपर्ट के मुताबिक रागी की रोटी, मेथी दाना और सेब का सिरका तीन ऐसे फूड्स हैं जिनका सेवन करने से ब्लड में शुगर का स्तर नॉर्मल रहता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि कैसे ये तीनों फूड्स का सेवन करने से ब्लड में शुगर का स्तर नॉर्मल रखा जा सकता है।
रागी कैसे ब्लड शुगर को नॉर्मल करती है?
रागी एक ऐसा मोटा अनाज है जो पोषक तत्वों का पावर हाउस है। रागी में मौजूद पोषक तत्वों की बात करें तो इसमें प्रोटीन,आयरन,कैल्शियम मौजूद होता है। ये अनाज डायबिटीज फ्रेंडली अनाज है, इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स बेहद कम होता है। रागी का सेवन अगर उसकी रोटी बनाकर करें तो इसका सेवन करने के बाद ब्लड में शुगर का स्तर नॉर्मल रहता है।
फाइबर से भरपूर रागी बॉडी में ग्लूकोज के अवशोषण को धीमा करती है। रागी का सेवन आप उसकी रोटी बनाकर करें। रागी के आटे का सेवन डोसा, इडली, दलिया, रोटियां और उपमा जैसे कई प्रकार के व्यंजन बनाने में भी कर सकते हैं। डायबिटीज मरीज गेहूं के आटे की जगह रागी के आटे की रोटी का सेवन करें। ये रोटी बॉडी में पोषक तत्वों की कमी को पूरा करेगी और बॉडी को हेल्दी रखेगी।
मेथी दाना का करें सेवन
जिन लोगों का ब्लड शुगर हाई रहता है वो मेथी दाना का सेवन करें। औषधीय गुणों से भरपूर मेथी दाना ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है। घुलनशील फाइबर से भरपूर मेथी दाना डायबिटीज को नॉर्मल रखने में मदद करता है। आयुर्वेदिक दवाईयों में मेथी के इन गुणों की वजह से ही अक्सर मेथी दाना का इस्तेमाल होता है। कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि 10 ग्राम मेथी दाना का रोजाना सेवन करने से आराम से ब्लड शुगर को नॉर्मल रखा जा सकता है। मेथी दाना का सेवन करने के लिए आप एक चम्मच मेथी दाना लीजिए और उसे रात में पानी में भिगो दीजिए और सुबह उस पानी को पीलिजिए और दानों को चबा चबा कर खा लीजिए। मेथी दाना का सेवन करने से ब्लड में शुगर का स्तर पूरे दिन नॉर्मल रहेगा।
सेब का सिरका का करें सेवन
सेब के सिरके को हम अक्सर वेट लॉस प्रोडक्ट के रूप में ही देखते हैं। आप जानते हैं कि सेब का सिरका ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करने में भी मदद करता है। पोस्ट मील शुगर को कंट्रोल करने में सेब का सिरका असरदार है। नेशनल लाइब्रेरी और मेडिसिन के मुताबिक सेब का सिरका इंसुलिन सेंसिटिविटी में भी सुधार कर सकता है। इसका सेवन करने से बॉडी इंसुलिन को बेहतर तरीके से यूज कर सकती है। सेब के सिरके का सेवन आप रोजाना दिन में दो बार खाना खाने से आधा घंटे से पहले करें। इसका सेवन करने के लिए आप एक गिलास पानी में एक चम्मच सेब का सिरका मिलाएं और उसका सेवन करें। शुरुआत में आप आधा चम्मच सेब का सिरका ही पानी में मिलाकर पीएं।