कब्ज एक ऐसी बीमारी है जिससे जिंदगी में सभी लोग कभी ना कभी जरूर परेशान रहते हैं। कब्ज पाचन तंत्र की ऐसी स्थिति हैं जिसमें मल बहुत टाइट हो जाता है और मल त्यागने में बेहद कठिनाई होती है। एक सप्ताह में 7 से 12 बार स्टूल पास करना नॉर्मल माना जाता है। कुछ लोग हफ्ते में 2-3 बार ही स्टूल पास करते हैं जो सामान्य प्रक्रिया नहीं है,इस स्थिति को कब्ज की परेशानी कहते हैं। पेट में मल का जमा होना ही कब्ज है, अगर कब्ज का लम्बे समय तक उपचार नहीं किया जाए तो ये आंतों में सड़ने लगता है।
आयुर्वेदिक और युनानी दवाओं के एक्सपर्ट डॉक्टर सलीम जैदी के मुताबिक अगर आप भी कब्ज से परेशान हैं तो एक जादुई फल का सेवन करें। जी हां आलू बुखारा जिसे फल और ड्राईफ्रूट दोनों तरह इस्तेमाल किया जाता है। इसका सेवन करने से आंतों में जमा सारी गंदगी साफ हो जाती है औ पुराने से पुराना कब्ज भी दूर हो जाता है।
आलू बुखारा का सेवन 5 साल के बच्चे से लेकर 85 साल तक का बूढ़ा भी कर सकता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि इस फल का सेवन कैसे कब्ज का इलाज करता है और इसके बॉडी को कौन कौन से फायदे हैं।
आलूबुखारा कैसे कब्ज का इलाज करता है
आलूबुखारा एक ऐसा फल है अगर इसका सेवन सात दिनों तक कर लिया जाए तो पुरानी से पुरानी कब्ज को भी दूर किया जा सकता है। सूखा हुआ plum जिसे आलूबुखारा भी कहा जाता है। बिना बीज वाला,स्वाद में तीखा ये फल गुणों का ख़ज़ाना है। इस फल का सेवन करने से कब्ज की बीमारी का बेहतरीन तरीके से उपचार होता है। छोटा सा ये ड्राईफ्रूट जादुई फ्रूट है जिसके बेहद फायदे हैं। फाइबर से भरपूर ये फल पेट की झाडू की तरह सफाई करता है। आंतों में जमा गंदगी को निकालता है और कब्ज का उपचार करता है।
घुलनशील और अघुलनशील फाइबर से भरपूर ये फ्रूट आंतों की सफाई करने में मदद करता है। आलूबुखारे में sorbitol सॉरबिटॉल नाम का एक तत्व मौजूद होता है जो आंतों में पहुंचकर आस-पास के टिशु से पानी खींचना शुरु कर देता है जिससे टाइट और सूखा हुआ स्टूल सॉफ्ट होने लगता है और असानी से बॉडी से डिस्चार्ज होने लगता है।
एलिमेंटरी फार्माकोलॉजी एंड थेरेप्यूटिक्स नाम के एक जर्नल में 2011 में एक रिपोर्ट पब्लिश हुई थी जिसमें ये बात साबित हुई थी कि आलूबुखारा कब्ज का बेहतरीन इलाज करता है। रोजाना 7 दिनों तक इस फल को खाने से आपको पुराने से पुराने कब्ज से निजात मिलती है।
आलूबुखारे का सेवन कब और किस तरह करें
- आलूबुखारे का सेवन आप सुबह से लेकर दोपहर,शाम या रात में कभी भी अपनी पसंद के मुताबिक कर सकते हैं।
- आलूबुखारे का सेवन कर रहे हैं तो याद रखें कि एक दिन में 50 ग्राम से ज्यादा आलूबुखारे का सेवन नहीं करें। ज्यादा खाने से मोशन लग सकते हैं।
- इस फल का सेवन आप सीधे ऐसे ही खा सकते हैं। आप चाहें तो इसका सेवन आप स्मूदी बनाकर भी कर सकते हैं।
- कब्ज का उपचार करना चाहते हैं तो खाने में मैदा का सेवन नहीं करें। मीठा से परहेज करें और रेगुलर एक्सरसाइज करें।
- प्रोसेस फूड्स से परहेज करें और पानी का अधिक सेवन करें आपको कब्ज से निजात मिलेगी।