constipation home remedies: कब्ज की समस्या व्यक्ति की रोजमर्रा की जिंदगी को बुरी तरह प्रभावित कर देती है। इस परेशानी में न तो भोजन ठीक से पच पाता है और न ही पेट पूरी तरह साफ हो पाता है। ऐसे में आंतों में गंदगी जमा होने लगती है, जो आगे चलकर कई गंभीर बीमारियों की वजह बन सकती है। कब्ज से पीड़ित लोगों को पेट भारी लगना, सूजन, ऐंठन, तेज दर्द, गैस, एसिडिटी, उल्टी और मतली जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कई बार हालत ऐसी हो जाती है कि सुबह घंटों टॉयलेट में बैठने के बाद भी पेट साफ नहीं होता। अगर आप भी लंबे समय से इस परेशानी से जूझ रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए काफी उपयोगी साबित हो सकता है।
आयुर्वेद में कब्ज से राहत पाने के लिए कई प्राकृतिक उपाय बताए गए हैं, जो दवाओं की तुलना में ज्यादा असरदार माने जाते हैं। इन्हीं उपायों में से एक है सूखा आलूबुखारा, जिसे प्रून्स भी कहा जाता है। इतना ही नहीं, एक वैज्ञानिक अध्ययन में भी यह बात सामने आई है कि सूखे आलूबुखारे कब्ज की समस्या में दवाओं के मुकाबले बेहतर परिणाम दे सकते हैं। तो चलिए जानते हैं कि यह कैसे काम करता है…
आयुर्वेद और रिसर्च दोनों की मुहर
आयुर्वेद में सूखे आलूबुखारे को पाचन के लिए बेहद फायदेमंद माना गया है। इतना ही नहीं, आधुनिक रिसर्च भी इसके गुणों को साबित करती है। एलिमेंटरी फार्माकोलॉजी एंड थेरेप्यूटिक्स में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, कब्ज की समस्या में सूखे आलूबुखारे का असर कई बार साइलियम हस्क जैसी दवाओं से भी बेहतर पाया गया है। यानी बिना दवा के भी आप प्राकृतिक तरीके से कब्ज से राहत पा सकते हैं।
कब्ज में कैसे काम करता है सूखा आलूबुखारा?
सूखे आलूबुखारे में फाइबर, विटामिन्स और मिनरल्स भरपूर मात्रा में होते हैं, जो आंतों की सेहत को मजबूत बनाते हैं। इसमें मौजूद सोर्बिटोल, फेनोलिक कंपाउंड और क्लोरोजेनिक एसिड पाचन क्रिया को तेज करते हैं। ये तत्व आंतों की मूवमेंट को बेहतर बनाते हैं, जिससे मल आसानी से बाहर निकलता है और पेट साफ होने में मदद मिलती है। नियमित सेवन से आंतों में जमा गंदगी भी धीरे-धीरे साफ होने लगती है।
कैसे करें सूखे आलूबुखारे का सही सेवन?
कब्ज से राहत पाने के लिए सूखे आलूबुखारे का सेवन करना बेहद आसान है। इसके लिए आप रात को सोने से लगभग आधा घंटा पहले 3 सूखे आलूबुखारे ऐसे ही खा सकते हैं। बेहतर और तेज असर के लिए रात में 5 से 6 सूखे आलूबुखारे पानी में भिगो दें। सुबह उठकर खाली पेट इन्हें खाएं और साथ में भिगोया हुआ पानी भी पी लें। आयुर्वेद के अनुसार, इस उपाय को कुछ दिनों तक लगातार अपनाने से पेट साफ होने लगता है और कब्ज की समस्या में काफी राहत मिलती है।
कब्ज के अलावा भी मिलते हैं कई फायदे
- सूखा आलूबुखारा सिर्फ कब्ज ही नहीं, बल्कि सेहत के लिए और भी कई तरह से फायदेमंद है। इसमें मौजूद फाइबर दिल की सेहत को बेहतर बनाता है और हार्ट डिजीज के खतरे को कम करता है। इसके अलावा, यह वजन घटाने में भी मददगार है क्योंकि फाइबर पेट को लंबे समय तक भरा रखता है, जिससे बार-बार भूख नहीं लगती।
- डायबिटीज के मरीजों के लिए भी सूखा आलूबुखारा फायदेमंद माना जाता है, क्योंकि यह ब्लड शुगर लेवल को तेजी से बढ़ने नहीं देता।
