कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो बॉडी के किसी भी अंग में पनप सकती है। इस बीमारी के लिए खराब-लाइफस्टाइल,बिगड़ती डाइट और आनुवांशिक कारण जिम्मेदार हैं। भारत में कैंसर के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के अनुसार 2020 में राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में कैंसर के अनुमानित मामले 2020 में लगभग 14 लाख थे जो 2021 में बढ़कर 14.26 लाख हुए और 2022 में बढ़कर 14.61 लाख पर पहुंच गए थे। भारत में 6 तरह के कैंसर ज्यादा होते हैं, जिसमें फेफड़ों का कैंसर, मुंह का कैंसर, पेट का कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, सर्वाइकल कैंसर और कोलोरेक्टल कैंसर शामिल है।

कोलेरेक्टल कैंसर यानि बड़ी आंत का कैंसर होता है। कोलोरेक्टल कैंसर की शुरुआत बड़ी आंत की दीवार के सबसे भीतरी परत में होती है। ज्यादातर कोलोरेक्टल कैंसर छोटे पॉलीप्स से शुरू होते हैं। ये पॉलिप्स कोशिकाओं का एक समूह होते हैं। वक्त के साथ इनमें से कुछ पॉलीप्स कैंसर का रूप ले लेते हैं। यह कैंसर पहले बड़ी आंत की दीवार में और फिर आसपास के लिंफ नोड्स में और फिर पूरे शरीर में फैलता है।

कोलन कैंसर और रेक्टल कैंसर काफी कुछ मिलते जुलते हैं और कोलोरेक्टल कैंसर के नाम से एक साथ इनकी चर्चा की जाती है। कैंसर सर्जन डॉक्टर निखिल अग्रवाल के मुताबिक आंत के इस कैंसर के लक्षण बॉडी में दिखने लगते हैं अगर इनका शुरूआती स्टेज में पता चल जाए तो आसानी से इस बीमारी का इलाज किया जा सकता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि कोलोरेक्टल कैंसर के लक्षण कौन-कौन से हैं।

कोलोरेक्टल कैंसर होने का कारण क्या है?

इम्यूनोसप्रेसिव दवाइयों का सेवन,रेड मीट का सेवन,शराब का अधिक सेवन,अल्सरेटिव कोलाइटिस और मोटापा की वजह से इस बीमारी के होने का खतरा अधिक रहता है। कोलन की सूजन आंत्र रोग,डायबिटीज,धूम्रपान और शराब का सेवन अधिक करने से भी इस बीमारी का खतरा अधिक रहता है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक लंग कैंसर के बाद ये दूसरा कैंसर है जिसके मामले ज्यादा है।

कोलोरेक्टल कैंसर के 10 लक्षणों:

  • मल त्याग की आदतों में परिवर्तन होना
  • लगातार दस्त होना,
  • कब्ज़ रहना या पेट पूरी तरह से साफ नहीं होना
  • लगातार कमजोरी या थकान महसूस होना
  • भूख नहीं लगना
  • वजन कम होना
  • हीमोग्लोबिन में कमी (एनीमिया)
  • पेट में दर्द होना
  • बेचैनी होना
  • मल में लाल या काले रंग का खून का धब्बा होना

आंत के कैंसर का उपचार:

बड़ी आंत के कैंसर का उपचार ट्यूमर के चरण और स्थान पर निर्भर करता है।
शुरुआत के चरणों के कोलोरेक्टल कैंसर का प्राथमिक उपचार सर्जरी है।