उम्र बढ़ने पर बॉडी में कई तरह के बदलाव आते हैं। बढ़ती उम्र में सबसे ज्यादा परेशानी जोड़ों के दर्द और सूजन की होती है। उम्र बढ़ने पर मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं, हड्डियां टूटने का खतरा बढ़ने लगता है। स्किन की रंगत खत्म होने लगती है और बाल सफेद होने लगते हैं। बॉडी में होने वाले ये बदलाव सारा हुलिया ही बदल देते हैं। आप जानते हैं कि बॉडी में ये सभी परेशानियां कोलोजन की कमी से होती हैं।
कोलोजन एक प्रकार का प्रोटीन है जो बॉडी में नेचुरल रूप से मौजूद होता है। यह स्किन, हड्डियों, मांसपेशियों, टेंडन्स और लिगामेंट्स का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। कोलेजन स्किन से लेकर बालों तक की सेहत में सुधार करता है। ये हड्डियों को मजबूत और जोड़ो को लचीला बनाता है। कोलेजन मांसपेशियों के विकास और मरम्मत में मदद करता है। ये घाव भरने में भी मदद करता है। कोलेजन आंतों के स्वास्थ्य में भी योगदान देता है, जिससे पाचन स्ट्रांग होता है। कोलेजन का स्तर उम्र बढ़ने के साथ कम हो सकता हैं। इसकी कमी के लिए खराब डाइट, बिगड़ता लाइफस्टाइल, धूप के संपर्क में रहने से ज्यादा होती है।
पारस हॉस्पिटल, गुरुग्राम में कंसल्टेंट ऑर्थोपेडिक डॉक्टर कंदर्प विद्यार्थी ने बताया कोलेजन हमारी बॉडी में मौजूद एक तरह का प्रोटीन होता है जो बिल्कुल दीवार में ईंटों के बीच सीमेंट की तरह होता है। शरीर के हर अंग में कोलेजन होता है। ये हड्डियों, मांसपेशियों,खून की नसों,आंख, दिल और स्किन में मौजूद होता है। कोलेजन इन सारे अंगों के सेल्स को आपस में गोंद की तरह बांध कर रखता है। कोलेजन की कमी बढ़े बुजुर्गों में, प्रेग्नेंट महिलाओं में, बच्चों में ज्यादा होती है। किडनी और लिवर की बीमारी होने पर भी बॉडी में कोलेजन की कमी हो सकती है। बॉडी में कोलेजन की कमी को आप डाइट से पूरा कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि कोलेजन की कमी को पूरा करने के लिए आप कौन-कौन से नेचुरल फूड्स का सेवन कर सकते हैं।
इन सब्जियों से करें कोलेजन का नेचुरल उत्पादन
पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, काले, और स्विस चर्ड का सेवन करने से नेचुरल तरीके से कोलेजन का उत्पादन होता है। इन सब्जियों में विटामिन सी और क्लोरोफिल भरपूर होता है जो कोलेजन का उत्पादन करने में मदद करते हैं। पालक और केल जैसी कुछ सब्जियां क्लोरोफिल से भरपूर होती हैं, जो कोलेजन को बढ़ाती हैं। कुछ आवश्यक विटामिन और खनिज भी कोलेजन का उत्पादन तेजी से करते हैं।
नट्स और सीड्स का करें सेवन
मेवे जैसे अखरोट और सीड्स जैसे चिया सीड्स, अलसी का सेवन करने से नेचुरल तरीके से कोलेजन का निर्माण होता है। बादाम, पिस्ता और ब्राजील नट्स जैसे मेवे ओमेगा-3 फैटी एसिड और जिंक से भरपूर होते हैं जो स्किन को हेल्दी रखते हैं और नेचुरल तरीके से कोलेजन का निर्माण करते हैं। चिया सीड्स विटामिन ई का बेहतरीन स्रोत हैं जो स्किन को पोषण देते हैं और स्किन को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाने में मदद करते हैं। इसका सेवन करने से कोलेजन का नेचुरल तरीके से उत्पादन होता है।
सिट्रिस फ्रूट का करें सेवन
खट्टे फल जैसे संतरे, नींबू और अंगूर ये विटामिन सी से भरपूर फूड है जो कोलेजन को संश्लेषित करने और इसे टूटने से बचाने के लिए जरूरी हैं। सिट्रस फ्रूट्स का सेवन करके आप स्किन को हेल्दी बना सकते हैं और स्किन को बूढ़ा होने से भी रोक सकते हैं। ये फूड इम्यूनिटी को स्ट्रांग करते हैं, जोड़ों के दर्द से राहत दिलाते हैं।
फलियां, दाल और चना का करें सेवन
फलियां, दाल और चना का सेवन करने से बॉडी में नेचुरल तरीके से कोलेजन का उत्पादन होता है। काली बीन्स जैसे खाद्य पदार्थों में प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होती है और इसमें अमीनो एसिड भी होता हैं जो कोलेजन उत्पादन में मदद करता हैं। इसमें कुछ आवश्यक पोषक तत्व जैसे जिंक भी मौजूद होता है जो स्किन के लिए हेल्दी है। ये फूड नेचुरल तरीके से कोलेजन का उत्पादन करते हैं,स्किन की रंगत में निखार लाते हैं और जोड़ों के दर्द से भी मुक्ति दिलाते हैं।