सर्दी का मौसम आते ही बॉडी में कई बीमारियों का खतरा अधिक होने लगता है। इस मौसम में हार्ट अटैक का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। यूरोपियन जर्नल ऑफ एपडिमियोलॉजी में पब्लिश एक रिसर्च के मुताबिक मोटापे और हाई ब्‍लड प्रेशर से पीड़ित लोगों को इस मौसम में हार्ट अटैक का खतरा 30 गुना ज्यादा होता है। सर्दियों में बढ़ते तापमान की वजह से बॉडी ठिठुरने लगती है। दिल तक ब्‍लड लाने और ले जाने वाली ब्लड वैसल्स सिकुड़ने लगती हैं।

ब्लड वैसल्स सिकुड़ने की वजह से ब्लड को निकलने के लिए अधिक दबाव डालना पड़ता है जिससे मरीज का ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है। बीपी अधिक होने से हार्ट अटैक के मामले ज्यादा सामने आते हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक इस मौसम में ब्लड गाढ़ा होने लगता है जिसकी वजह से थक्का जमने लगता है जो हार्ट अटैक का कारण बनता है।

मनिपाल हॉस्पिटल के हृदय विशेषज्ञ डॉक्टर अंशुल कुमार गुप्ता ने बताया कि सर्दी में हार्ट अटैक का खतरा सुबह के समय ज्यादा रहता है। कई रिसर्च में ये बात सामने आई है कि हमारी बॉडी कम तापमान के कारण कई तरह के बदलाव लाती है। बॉडी में ये बदलाव हर लेवल पर होते हैं जैसे हार्ट, ब्लड वैसल्स और हार्मोन्स में होते हैं। जैसे जैसे तापमान गिरता है ऐसे में बॉडी को अपना टैंप्रेचर मेनटेन करने के लिए एक्सट्रा काम करना पड़ता है जिससे बॉडी पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। बड़ा हुआ ब्लड प्रेशर हमारे दिल की सेहत को नुकसान पहुंचाता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि सर्दी में कैसे हार्ट अटैक से बचाव करें।

  • एक्सपर्ट के मुताबिक अगर आप सर्दी में हार्ट अटैक के खतरे से बचना चाहते हैं तो सुबह-सुबह वॉक करने से बचें। सुबह 6-7 बजे वॉक करने से दिल के रोगों का खतरा बढ़ जाता है।
  • सर्दी में वॉक करने के लिए सुबह 9 बजे का समय तय करें।
  • सर्दी में खाने में नमक का सेवन कम करें। नमक का ज्यादा सेवन करने से दिल को काम करने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है।
  • धूप में ज्यादा समय बिताएं ताकि सिकुड़ी हुई ब्लड वैसल्स नॉर्मल हो जाएं।
  • सर्दी में रेगुलर एक्सरसाइज और वॉक ना सिर्फ बॉडी को हेल्दी रखती बल्कि बॉडी को वार्म भी रखती है।
  • सर्दी में डाइट पर कंट्रोल करें। इस मौसम में तला, भुना और मीठा खाने की क्रेविंग बढ़ जाती है। ऐसी डाइट कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा देती है जिससे दिल के रोगों का खतरा बढ़ने लगता है। इस मौसम में खान-पान पर कंट्रोल करें।