cold water side effects: लंबी और हेल्दी जिंदगी हर किसी की चाहत होती है, लेकिन इसके लिए सबसे जरूरी है शरीर को बीमारियों से दूर रखना। अक्सर हम दिल, फेफड़े या वजन पर ध्यान देते हैं, लेकिन असली खेल हमारी आंतों (Gut Health) का होता है। आप रोज जो भी खाते-पीते हैं, उसका सीधा असर आपकी आंतों पर पड़ता है। हैरानी की बात यह है कि हमारी डाइट का बड़ा हिस्सा सॉलिड फूड नहीं, बल्कि डेली ड्रिंक्स से बनता है – खासतौर पर पानी से। एम्स, हार्वर्ड और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से प्रशिक्षित गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट और हेपेटोलॉजिस्ट डॉ. सौरभ सेठी ने ठंडे पानी और रोज पी जाने वाली ड्रिंक्स को लेकर कुछ अहम बातें बताई हैं, जिन्हें जानना हर किसी के लिए जरूरी है। तो चलिए डॉ. सेठी से जानते हैं कि आप जो पी रहे हैं, उसका असर आपकी बॉडी पर कैसा पड़ता है…
ठंडे पानी का गट हेल्थ पर क्या पड़ता है असर?
डॉ. सौरभ सेठी के अनुसार, बर्फ जैसा ठंडा पानी हमारी आंतों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। ठंडा पानी पीने से – डाइजेशन की प्रक्रिया धीमी हो जाती है, आंतों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, मेटाबॉलिज्म स्लो हो सकता है, वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं। इसका असर दिल पर भी पड़ सकता है, खासकर उन लोगों पर जो पहले से हार्ट पेशेंट हैं। इसलिए गट हेल्थ को बेहतर बनाए रखने के लिए रूम टेम्परेचर या गुनगुना पानी ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। विशेषज्ञों की सलाह है कि दिन की शुरुआत एक गिलास गर्म पानी से ही करनी चाहिए।
रोजाना की इन ड्रिंक्स का सेहत पर असर
कॉफी
डॉ. सौरभ सेठी के अनुसार, खाली पेट या ज्यादा मात्रा में कॉफी पीने से उल्टी, बेचैनी और ओवरईटिंग की समस्या हो सकती है। गट के लिए इसका सीमित सेवन ही बेहतर है।
ग्रीन टी
ग्रीन टी को गट हेल्थ के लिए अच्छा माना जाता है। यह सूजन कम करती है, मेटाबॉलिज्म सुधारती है और आंतों के अच्छे बैक्टीरिया को संतुलित रखती है। इसमें मौजूद एल-थीनाइन दिमाग को भी शांत करता है।
जूस नहीं, पूरा फल खाएं
डॉ. सेठी का कहना है कि जूस पीने की बजाय पूरा फल खाएं। जूस में फाइबर नहीं होता, जिससे शुगर तेजी से बढ़ती है, जबकि फल में मौजूद फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट गट बैक्टीरिया के लिए फायदेमंद होते हैं।
कोम्बुचा
कोम्बुचा में अक्सर शुगर ज्यादा होती है। अगर पीना ही है तो 5 ग्राम से कम शुगर वाली ड्रिंक चुनें। दही आधारित ड्रिंक्स बेहतर विकल्प हो सकती हैं।
हर्बल चाय
हर्बल चाय सिर्फ सुकून देने वाली नहीं होती, बल्कि यह पेट फूलना, सूजन कम करने और आंतों की परत को रिपेयर करने में भी मदद करती है।
चिया सीड्स और तुलसी बीज
चिया और तुलसी बीज पानी में भिगोने पर जेल जैसा पदार्थ बनाते हैं, जो गट के अच्छे बैक्टीरिया को पोषण देते हैं और फाइबर की मात्रा बढ़ाते हैं।
शराब
शराब की थोड़ी सी मात्रा भी आंतों के बैक्टीरिया को नुकसान पहुंचा सकती है। इससे लीकी गट की समस्या बढ़ती है, इसलिए गट हेल्थ के लिए शराब से दूरी ही बेहतर है।
पत्तेदार जड़ी-बूटियां
पुदीना, हरा धनिया, अजमोद और तुलसी में मौजूद पॉलीफेनॉल्स गट के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। इन्हें कच्चा खाने से ज्यादा लाभ मिलता है।
