खराब खानपान और अनबैलेंस्ड लाइफस्टाइल के चलते कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो रही हैं, जिसमें कोलेस्ट्रॉल और पाचन सबसे आम समस्या है। हेल्दी और फिट रहने के लिए अच्छे खानपान की जरूरत होती है। इसके लिए हम दिन भर में करीब दो बार गेहूं या अन्य अनाज का सेवन जरूर करते हैं। अगर आप पाचन तंत्र को दुरुस्त रखना चाहते हैं और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल में रखना चाहते हैं, तो सफेद चावल, ज्वार और ओट्स को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें। ये अनाज न सिर्फ हेल्दी हैं, बल्कि शरीर को अंदर से डिटॉक्स करने में भी मदद करते हैं। सफेद चावल, ज्वार और ओट्स तीनों ही अपने-अपने फायदे रखते हैं। ये आंतों की सफाई, पाचन सुधारने और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने में कारगर हैं।
क्या कहती है स्टडी?
बीएमसी मेडिसिन में 2022 के एक अध्ययन में पाया गया कि नियमित रूप से साबुत अनाज का सेवन हार्ट रोग से बचाव करता है। न्यूट्रिएंट्स में 2019 के एक अध्ययन से पता चला कि फाइबर खाने से कोलेस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर और धमनियों में प्लाक बिल्डअप में कमी आती है। सर्कुलेशन रिसर्च में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, फाइबर स्वस्थ आंत माइक्रोबायोम के लिए महत्वपूर्ण है, जो शरीर में सूजन को कम करता है और हार्ट रोग, हाई ब्लड प्रेशर और एथेरोस्क्लेरोसिस के लिए कम जोखिम पैदा कर सकता है।
सफेद चावल
सफेद चावल हल्का और आसानी से पचने वाला अनाज है। ये आंतों की सफाई के साथ पाचन के लिए बहुत असरदार होता है। इसमें फाइबर कम होता है, लेकिन यह पेट को आराम देता है और दस्त व अपच में फायदेमंद होता है। ये शरीर में तुरंत एनर्जी देता है, जिससे शरीर एक्टिव रहता है। चावल को दाल या सब्जी के साथ खाएं।
ज्वार
ज्वार का सेवन करने से ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है। यह डायबिटिक लोगों के लिए भी फायदेमंद है। ज्वार विटामिन B सहित कई तरह के पोषक तत्वों से भरपूर है। इससे मेटाबॉलिज्म एक्टिव होता है और नर्व सेल डेवलपमेंट में मदद मिलती है। ये ग्लूटेन-फ्री होने के कारण पाचन के लिए बेहद फायदेमंद है। इसमें भरपूर डाइटरी फाइबर होता है, जो कब्ज और पेट से जुड़ी समस्याओं को दूर करता है। इसमें मौजूद फाइटोन्यूट्रिएंट्स खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं और हृदय को स्वस्थ रखते हैं।
ओट्स
ओट्स में कई पोषक तत्व होते हैं, जो सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। ओट्स को जई के नाम से भी जाना जाता है। हाई फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर ये एक सुपरफूड है। ये सोल्यूबल फाइबर से भरपूर होने के कारण आंतों में जमी गंदगी को निकालने में मदद करता है, जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है।
वहीं, उम्र के हिसाब से कोलेस्ट्रॉल का स्तर क्या होना चाहिए? क्योंकि, शरीर में जब कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ जाता है तो इसके कारण हार्ट से संबंधी बीमारी और हाई ब्लड प्रेशर और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।