खराब डाइट का सेवन आपकी बॉडी को ना सिर्फ कमजोर कर रहा है बल्कि जाने अनजाने में ही गंभीर बीमारियों का भी शिकार बना रहा है। खराब कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना एक ऐसी परेशानी है जिसके लिए बाहर का अनहेल्दी खाना और प्रोसेस्ड फूड जिम्मेदार हैं। हमारी डाइट में मैदा और तेल से बनी चीजों की मात्रा बढ़ रही है जो हमारी नसों में गंदा कोलेस्ट्रॉल जमा कर देती हैं। शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से खून की नसें बंद हो सकती हैं और दिल के रोगों का खतरा बढ़ सकता है।

कोलेस्ट्रॉल दो तरह का होता है एक गुड कोलेस्ट्रॉल तो दूसरा खराब कोलेस्ट्रॉल। खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर बॉडी में उसके लक्षण दिखने लगते हैं। नाखूनों का पीलापन दिखाई देना, नाखूनों में दरार आना,हाथों में दरार और झनझनाहट होना और हाथ-पैरों का सुन्न होना खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के लक्षण हैं। ये परेशानी 40 साल से अधिक उम्र के लोगों में अधिक देखने को मिलती है।

कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से दिल के रोगों और स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है। शुरुआती चरणों में इन बीमारी की पहचान करना जरूरी है। कोलेस्ट्ऱॉल का स्तर 200 mg/dL या इससे कम हो तो नॉर्मल माना जाता है। अगर कोलेस्ट्रॉल का स्तर 200 और 239 mg/dl के बीच है तो आपका कोलेस्ट्रॉल बॉर्डर लाइन पर है। बॉर्डर लाइन पर कोलेस्ट्रॉल पहुंच गया है तो आप कुछ देसी हर्ब्स का इस्तेमाल करें।

बॉडी में खराब कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए देसी हर्ब्स बेहद असरदार साबित होती है। औषधीय गुणों से भरपूर तुलसी एक ऐसा हर्ब्स है जो कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में बेहद असरदार है। तुलसी का सेवन कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है। आइए जानते हैं कि तुलसी कैसे कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करती है और उसका कैसे सेवन करें।

तुलसी कैसे कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करती है

कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने के लिए तुलसी की पत्तियों रामबाण इलाज है। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण के मुताबिक तुलसी का सेवन करने से इम्युनिटी स्ट्रॉन्ग होती है और कोलेस्ट्रॉल भी कंट्रोल रहता है।विटामिन सी, विटामिन ए, जिंक, कैल्शियम, आयरन और क्लोरोफिल से भरपूर तुलसी के पत्ते नसों में जमा गंदे कोलेस्ट्रॉल को बॉडी से बाहर निकालते हैं। कोलेस्ट्रॉल अगर बॉर्डर लाइन को पार कर रहा है तो रोजाना 8-10 तुलसी की पत्तियों का सेवन करें।

कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने के लिए तुलसी का कैसे करें सेवन

  • कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने के लिए आप तुलसी की पत्तियां चबाकर खाएं।
  • तुलसी की पत्तियों को पीस कर उसका पाउडर बना लें और उसका सेवन करें।
  • तुलसी की चाय के रूप में भी आप तुलसी के पत्तों का सेवन कर सकते हैं।