अगर आप कभी होटल या रेस्तरां में कुछ खाने जाएं, तो भोजन के बाद आपको टेबल पर सौंफ जरूर मिलेगी। इसलिए कि जो भी आपने खाया है, वह आसानी से पच जाए। यों भी बाहर हर कोई थोड़ा अधिक खा ही लेता है। ऐसे में असहजता महसूस होती है। मगर जब आप चुटकी भर सौंफ-मिसरी खा लेते हैं, तो कुछ ही देर बाद न केवल पेट हल्का महसूस होता है, बल्कि सांसें भी तरोताजा महसूस होती हैं।

पोषक तत्त्वों से भी भरपूर है सौंफ

हल्की मीठी-सी लगने वाली हरे रंग की सौंफ में एक खास प्रकार की खुशबू मन को प्रसन्न कर देती है। दरअसल, सौंफ पोषक तत्त्वों से भी भरपूर है। कुछ व्यंजनों और खासकर पकवान बनाते समय महिलाएं अक्सर इसका इस्तेमाल करती हैं। वहीं सौंफ अपने गुणों के लिए दुनिया भर में विख्यात है।

सौंफ में औषधीय गुण

आयुर्वेदिक और यूनानी दवाओं के एक्सपर्ट डॉक्टर सलीम जैदी के मुताबिक, सौंफ में कुछ बीमारियों के उपचार की क्षमता तो है ही, वहीं इसमें पोषक तत्त्वों की भी बहुतायत है। कम मात्रा में खाने से ही विटामिन, फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे स्वास्थ्यवर्धक तत्त्व शरीर को मिल जाते हैं।

सौंफ एंटीआक्सीडेंट से भरपूर है। इसका हल्का मीठा स्वाद शरीर को जैसे प्राकृतिक ऊर्जा से भर देता है। यह रक्तचाप को नियंत्रित करने के साथ कोलेस्ट्राल को भी संतुलित रखता है। सामान्य स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के लिए सौंफ का कई तरह से नुस्खे के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।

भूख बढ़ाए, भोजन पचाए

अगर किसी को भूख न लग रही हो, तो सौंफ को नुस्खे के तौर पर आजमाना चाहिए। अगर चुटकी भर सौंफ फांक लें, तो पेट हल्का हो जाता है और भोजन के प्रति रुचि भी बढ़ जाती है। डॉक्टर सलीम जैदी कहते हैं कि सौंफ खाने से पाचन संबंधी परेशानी दूर हो जाती है। इसमें फाइबर होने के कारण कब्ज नहीं होता है। आंतों की भी सफाई हो जाती है। दरअसल, सौंफ पाचक एंजाइम के स्राव को सक्रिय करता है। इससे हाजमा तो दुरुस्त होता ही है, शरीर में पोषक तत्त्व भी सही जगह तक पहुंच जाते हैं।

आंखों के लिए भी बेहतर है सौंफ

उन्होंने आगे बताया कि सौंफ खाने से आंखों को भी काफी फायदा होता है। यह याददाश्त को बेहतर करने में भी काफी मददगार होती है। डॉक्टर सलीम जैदी के मुताबिक, याददाश्त को बेहतर बनाने के लिए सौंफ के साथ मिश्री और बादाम को बराबर मात्रा में मिलाकर खाना चाहिए। आप इसका पाउडर बनाकर भी भोजन के बाद एक चम्मच ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि सौंफ की तासीर ठंडी होती है, ऐसे में इसके सेवन से डिप्रेशन और एंग्जायटी की समस्या भी कम होती है। सौंफ खाने से नींद भी बेहतर हो जाती है।

मर्ज अनेक, नुस्खा एक

सौंफ को इस्तेमाल करने का एक नुस्खा बहुत कारगर है। यह कई मर्ज को ठीक कर देता है। इसके लिए करना यह है कि आधा चम्मच सौंफ रातभर एक गिलास पानी में भिगो कर रख लें। सुबह खाली पेट इसे पीकर दिन की शुरुआत करें। भीगे हुए सौंफ का पानी शरीर की साफ-सफाई करता है और विषाक्त पदार्थ को बाहर निकाल देता है।

मासिक चक्र में भी होता है आराम

वहीं, यह शरीर में तरावट बनाए रखने का अचूक नुस्खा है। इसे नियमित रूप से पीने से महिलाओं को मासिक चक्र के दौरान सूजन और बेचैनी से राहत मिलती है। त्वचा में भी चमक आती है। सौंफ का पानी पीने से एसिडिटी भी दूर होती है। वहीं पेट में भारीपन महसूस नहीं होता है। पाचन सुधारने का यह नुस्खा तो है ही, वहीं जरा सी सौंफ नियमित रूप से चबा लें, तो इससे मधुमेह भी नियंत्रित किया जा सकता है।

यह भी रखें ध्यान

सौंफ का नियमित रूप से इस्तेमाल करने में कोई दिक्कत नहीं है। मगर इतना ध्यान रखें कि अगर किसी को इससे एलर्जी है, तो वह इसे न ले। यों सीमित मात्रा में ही इसका उपयोग करना चाहिए। पाचन तंत्र को सक्रिय करने के लिए चुटकी भर सौंफ ही काफी है। इससे सांसों में भी ताजगी बनी रहती है।