cervical cancer vaccine:सर्वाइकल कैंसर (Cervical cancer) को लेकर वैज्ञानिकों को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। एनटीएजीआई (NTAGINational Technical Advisory Group) के अध्यक्ष डॉ एन के अरोड़ा ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया है कि सर्वाइकल कैंसर को रोकने के लिए हमारे देश में एचपीवी (ह्यूमन पेपिलोमावायरस) वैक्सीन को विकसित किया गया है जो अगले साल अप्रैल-मई तक उपलब्ध हो जाएगी। एचपीवी वैक्सीन से सर्वाइकल कैंसर का इलाज किया जा सकता है। डॉ एन के अरोड़ा ने बताया कि 9-14 साल की उम्र की लड़कियों के लिए इस एक राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के (nationwide immunisation drive) 2023 के मध्य तक शुरू होने की संभावना है।
एचपीवी दुनिया भर में सबसे आम सेक्सुअली-ट्रांसमिटेड (यौन संपर्क से फैलने वाला) संक्रमण है। एचपीवी वैक्सीन से सर्वाइकल कैंसर का इलाज करने में सफलता हासिल होगी। भारत में जल्द ही इस क्षेत्र में कदम उठाया जाएगा। सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन के बारे में एनके अरोड़ा ने बताया कि 35 साल की उम्र के बाद सर्वाइकल रोग के लिए स्क्रीनिंग करना बहुत जरूरी है। शुरूआत में अगर इस रोग की पहचान कर ली जाए तो पीएचसी से ही इलाज संभव हो सकता है।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) द्वारा विकसित Cervavac नामक टीका, HPV के चार प्रकार (four strains)16, 18, 6 और 11 से सुरक्षा प्रदान करेगा। SII के सीईओ अदार पूनावाला ने पहले की बातचीत में कहा था कि इस टीके की कीमत 200-400 रुपये प्रति डोज हो सकती है।
मौजूदा समय में बाजार में इस टीकों की कीमत 2,500-3,300 रुपये प्रति खुराक है। अरोड़ा ने बताया है कि भारत में सर्वाइकल कैंसर के कारण ज्यादा मौतें होती हैं। भारत में 80,000 लोगों की मौत सर्वाइकल कैंसर की वजह से ही होती है। भारत में सर्वाइकल कैंसर 15 से 44 वर्ष की आयु की महिलाओं में दूसरा सबसे ज्यादा होने वाला कैंसर है।
सर्वाइकल कैंसर क्या है और इसके लक्षणों की पहचान कैसे करें: (What is cervical cancer and how to identify its symptoms)
सर्वाइकल कैंसर जिसे बच्चेदानी के मुंह का कैंसर भी कहा जाता है। सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में होने वाले कैंसर में दूसरे नंबर पर आता है। अगर समय पर इस बीमारी के लक्षणों की पहचान कर ली जाए तो इसका इलाज किया जा सकता है।
बच्चेदानी के इस कैंसर के लक्षणों की बात करें तो वजाइना से गंदे पानी का रिसाव होना, पीरियड का अनियामित होना, सेक्स के दौरान ब्लीडिंग होना, कमर या पैर में दर्द होना, पेशाब में रूकावट होना इस बीमारी के शुरूआती लक्षण हैं। नियमित पैंप स्मीयर टेस्ट के जरिए इस बीमारी को पहली स्टेज से भी पहले पकड़ा जा सकता है। पहली स्टेज में आपरेशन या रेडियोथेरेपी द्वारा इसका इलाज किया जा सकता है। आइए जानते हैं कि सर्वाइकल कैंसर के कौन-कौन से लक्षण हैं।
- पीठ में भयंकर दर्द होना
- नाभि के नीचे लगातार दर्द का बना रहना
- वजाइनल ब्लीडिंग होना खासकर सेक्स के दौरान
- सेक्स के दौरान दर्द होना
- मेनोपॉज के बाद ब्लीडिंग
- वजाइनल डिसचार्ज
- पेशाब करने में दर्द महसूस होना।