खराब डाइट, बिगड़ती लाइफस्टाइल और लंबे समय तक मोबाइल, लैपटॉप और अन्य गैजेट्स का इस्तेमाल करने का सीधा असर हमारी आंखों पर पड़ता है। बढ़ता हुआ स्क्रीन टाइम आंखों की मांसपेशियों को कमजोर करता है और उन पर लगातार दबाव बढ़ाता है। लंबे समय तक तेज रोशनी और स्क्रीन ग्लेयर में रहने से आंखें ड्राई होने लगती हैं, पानी आने लगता है और मांसपेशियों की ताकत कम होने लगती है। यही स्थिति अगर लंबे समय तक बनी रहे, तो नजर धीरे-धीरे कमजोर होने लगती है और चश्मे का नंबर बढ़ जाता है। हम अपनी आंखों से रोज़ 12–15 घंटे तक लगातार काम लेते हैं, लेकिन उनके पोषण और आराम को अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं। इसी लापरवाही का नतीजा होता है कि कम उम्र में ही आंखें कमजोर होने लगती हैं, धुंधलापन बढ़ता है और आंखों पर अनावश्यक दबाव पड़ने लगता है।

आंखों की सेहत बनाए रखने के लिए कुछ खास पोषक तत्वों की जरूरत होती है जो आंखों की कार्यक्षमता को बनाए रखते हैं और उन्हें बाहरी नुकसान से बचाते हैं। विटामिन A सबसे जरूरी पोषक तत्व है जो रेटिना को मजबूत रखता है और नाइट ब्लाइंडनेस से बचाता है।

विटामिन C और विटामिन E शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करते हैं, जो आंखों की कोशिकाओं को फ्री-रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाते हैं और एजिंग के असर को कम करते हैं। ओमेगा-3 फैटी एसिड आंखों में नमी बनाए रखते हैं और ड्राई आई की समस्या कम करते हैं। जिंक रेटिना तक विटामिन A पहुंचाने में मदद करता है और आंखों की रोशनी को सपोर्ट करता है। इसके अलावा ल्यूटिन और ज़ीएज़ैंथिन ऐसे पोषक तत्व हैं जो नीली रोशनी से आंखों की रक्षा करते हैं और आंखों के धीरे-धीरे कमजोर होने की प्रक्रिया को धीमा करते हैं। समग्र रूप से ये सभी पोषक तत्व मिलकर आंखों को हेल्दी, मजबूत और सुरक्षित रखते हैं।

आयुर्वेदिक एक्सपर्ट और योग गुरु बाबा रामदेव के मुताबिक अगर आप अपनी आंखों की घटती रोशनी से परेशान हैं, आंखों से धुंधला दिखाई देता है, ड्राईनेस दिनों दिन बढ़ रही है तो आप अपनी डाइट में एक खास जूस का सेवन करें। गाजर के साथ आंवला मिक्स करके जूस बनाएं और पूरी सर्दी इस जूस का सेवन करें। ये जूस पूरे सौ सालों तक आंखों की रोशनी बरकरार रखेगा। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि गाजर और आंवला का जूस कैसे आंखों के लिए असरदार साबित होता है।  

गाजर और आंवला का जूस से करें आंखों का इलाज

अगर आप आंखों की रोशनी को बढ़ाना चाहते हैं तो आप रोजाना आंवला और गाजर का सेवन करें।  विटामिन ए से भरपूर गाजर का सेवन करने से आंखों की मांसपेशियों को ताकत मिलेगी और आंखों की रोशनी दुरुस्त होगी। आंवला एक ऐसा हर्ब है जो विटामिन सी से भरपूर होता है इसका सेवन करने से आंखों को फायदा होता है। गाजर में मौजूद बीटा-कैरोटीन से रेटिना मजबूत होता है। बीटा-कैरोटीन शरीर में जाकर विटामिन A में बदलता है। यह विटामिन रेटिना की कोशिकाओं को मजबूत करता है, जिससे नाइट ब्लाइंडनेस में सुधार होता है और आंखों से धुंधला दिखना कम हो जाता है। इस जूस को रोज पीने से आंखों की फोकस करने की क्षमता बेहतर होती है।

गाजर के जूस के साथ एक आंवला मिलाने से उसके गुण दोगुने हो जाते हैं। आंवला विटामिन C का सबसे शक्तिशाली स्रोत है। आंवला में सामान्य फलों से 20–30 गुना ज्यादा विटामिन C होता है। यह आंखों की ब्लड वेसल्स मजबूत करता है और फ्री-रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाता है। आंवला आंखों की सूजन और तनाव को कंट्रोल करता है। इसका सेवन करने से  मोतियाबिंद और उम्र से जुड़ी आंखों की बीमारियों का खतरा घटता है।

गाजर और आंवला दोनों में प्रचूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो आंखों की कोशिकाओं को डैमेज होने से बचाते हैं। इसका सेवन करने से मोबाइल की नीली रोशनी और प्रदूषण से होने वाला नुकसान बेअसर होता है। ये जूस आंखों की मांसपेशियों की थकान दूर करता हैं इस जूस में मौजूद पोषक तत्व आंखों में नमी बनाए रखते हैं, जिससे ड्राईनेस, आंखों की जलन, आंखों में पानी आने जैसी समस्याएं दूर होती हैं। ये जूस आंखों का ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है। आंवला और गाजर दोनों ही आंखों की नसों में ब्लड फ्लो को बेहतर बनाते हैं जिससे आंखों को पोषण तेजी से मिलता है और आंखों की कार्यक्षमता में सुधार होता है।

क्या चीनी की जगह गुड़ खाने से शुगर कंट्रोल होगा? क्या Jaggery भी बढ़ा देता है HbA1c? डाक्टर से जानिए कहीं ये साइलेंट रिस्क तो नहीं। पूरी जानकारी के लिए लिंक पर क्लिक करें।