बवासीर एक ऐसी बीमारी है जिनके मरीजों को तादाद देश और दुनिया में तेजी से बढ़ रही है। भारत में अकेले हर साल एक करोड़ की आबादी इस बीमारी से जूझती है। खराब डाइट, तनाव और बिगड़ते लाइफस्टाइल की वजह से पनपने वाली इस बीमारी की वजह से मरीज़ का उठना बैठना बेहद मुश्किल हो जाता है। इस बीमारी के लक्षणों की बात करें तो पाइल्स की वजह से एनल के आस-पास सूजन होने लगती है। एनल के आस-पास खुजली की शिकायत रहती है। एनल के पास गाठ होना और स्टूल पास करते समय दर्द की शिकायत रहना पाइल्स के लक्षणों में शामिल है। स्टूल के साथ खून आना भी पाइल्स के लक्षणों में शामिल है।

इस बीमारी में खान-पान की खराब आदतें और कब्ज की बीमारी पूरी तरह जिम्मेदार हैं। कब्ज को दूर करने के लिए सबसे पहले बॉडी को हाइड्रेट रखना जरूरी है। डाइट में फाइबर वाले फूड्स का सेवन करने से कब्ज दूर होता है। कुछ लोगों का मानना है कि जिन लोगों को पाइल्स की परेशानी है वो गर्म पानी का सेवन करने से परहेज करें।

लेकिन आप जानते हैं कि पाइल्स की परेशानी में गर्म पानी पीने से कब्ज से निजात मिलती है। गर्म पानी पाइल्स के लक्षणों को कम करने में मदद करता है। आइए जानते हैं कि पाइल्स के मरीजों के लिए गर्म पानी का सेवन कैसे फायदेमंद है और बवासीर को कंट्रोल करने के लिए किन फूड्स से परहेज करना जरूरी है।

बवासीर का इलाज करने में गर्म पानी का सेवन कैसे असरदार है:

बवासीर के मरीज़ हल्का गुनगुना पानी पीकर पाइल्स के लक्षणों को कम कर सकते हैं। हल्का गर्म पानी पाचन को दुरुस्त करता है और कब्ज से निजात दिलाता है। कब्ज दूर होने पर स्टूल लूज रहेगा और आपको स्टूल पास करने में जोर नहीं लगाना पड़ेगा। आप गुनगुने पानी का सेवन सीधे भी कर सकते हैं और गुनगुने पानी में नींबू मिलाकर भी पी सकते हैं। गर्म पानी का सेवन ब्लड सर्कुलेशन को ठीक रखता है और मांसपेशियों को रिलेक्स करता है।

पाइल्स के मरीज इन फूड्स से करें परहेज:

पाइल्स के मरीजों के लिए कुछ फूड्स का सेवन बवासीर के लक्षणों को बढ़ा सकता है। डाइट में ऑयली फूड, ब्रेड, चाय-कॉफी, डेयरी उत्पाद, लाल मीट,नमक वाले फूड, सिगरेट और गुटखा का सेवन बवासीर के लक्षणों को बढ़ा सकता है। अगर आप पाइल्स के शिकार हैं तो इन फूड्स को आज ही डाइट से स्किप कर दें।