मोतियों जैसे सफेद और चमकदार दांतों की चाहत हर इंसान को होती है। अनार के दानों की तरह गुथे हुए सफेद रंग के दांत न सिर्फ आपकी स्माइल को बेहतर बनाते हैं बल्कि देखने में भी खूबसूरत लगते हैं। ऐसे दांतों को पाने के लिए दांतों की सफाई करना, फ्लॉसिंग करना और साल में एक बार दांतों का चेकअप कराना जरूरी है। आप दांतों का इस तरह ख्याल रखकर दांतों से जुड़ी आधी लड़ाई को जीत सकते हैं। 

आप जानते हैं कि दांतों को हेल्दी रखने में नमक का भी अहम किरदार है। हम आम नमक की बात नहीं कर रहे हैं बल्कि खास नमक की बात कर रहे हैं। जी हां एक सोशल मीडिया पर दावा किया गया है कि अगर समुद्री नमक का इस्तेमाल पानी में डालकर गरारे करने के लिए किया जाए तो न सिर्फ ओरल हेल्थ दुरुस्त रहती है बल्कि खतरनाक रूट कैनाल की परेशानी को भी दूर किया जा सकता है। 

अब सवाल ये उठता है कि क्या समुद्री नमक से गरारे करने से रूट कैनाल की परेशानी से बचा जा सकता है और ओरल हेल्थ दुरुस्त रखी जा सकती है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि समुद्री नमक और ओरल हेल्थ का क्या रिलेशन हैं? क्या ये नमक रूट कैनाल से छुटकारा दिला सकता है?

समुद्री नमक के दांतों के लिए फायदे

कंटेंट क्रिएटेर इयान क्लार्क के मुताबिक दांत को इंफेक्शन से बचाने का बेहतरीन समाधान है समुद्री नमक। हर दिन समुद्री नमक का सेवन रूट कैनाल से बचने में मदद करता है। दांत का इलाज करने की जरूरत आमतौर पर तब पड़ती है जब दांत का गूदा संक्रमित हो जाता है या दांत में सूजन हो जाती है। इयान के मुताबिक दांत के संक्रमित होने से, सड़ने से या उसमें सूजन होने से दांत को हटाने की जरूरत पड़ती है। दांतों की इन परेशानियों को दूर करने में समुद्री नमक का इस्तेमाल दवा की तरह काम करता है।  

मेडिकल साइंस के मुताबिक समुद्री नमक और रूट कैनाल का संबंध

डेंटिस्ट्री, पुणे के दंत चिकित्सक डॉ. आदित्य शर्मा ने बताया कि समुद्री नमक से गरारे करने से दांत के संक्रमण को जादुई तरीके से खत्म नहीं किया जा सकता है, बल्कि संक्रमित दांत का ठीक से इलाज करना जरूरी होता है।  

कोलकाता के डेंटल इम्प्लांटोलॉजिस्ट, कॉस्मेटिक डेंटिस्ट और मैक्सिलोफेशियल सर्जन डॉ. कमलेश कोठारी ने बताया कि रूट कैनाल की परेशानी में दांत में तेज दर्द होता है, दांत में लंबे समय तक गर्म या ठंडी चीजों के प्रति संवेदनशीलता रहते है, दांतों के रंग में बदलाव होता है, दांत कमजोर हो जाता है और मसूड़ों में सूजन आ जाती है।

दैनिक समुद्री नमक का सेवन आपकी ओरल हेल्थ को दुरुस्त करने में सहायक भूमिका निभा सकता है और मुंह की छोटी-मोटी परेशानियों से कुछ राहत दिला सकता है लेकिन ये डेंटल परेशानियों को दूर करने का इलाज नहीं है। डॉ. कोठारी ने कहा यदि आपको महसूस होता है कि आपको रूट कैनाल की आवश्यकता है तो आप तुरंत डॉक्टर को दिखाकर अपना ट्रीटमेंट कराएं। डॉक्टर कोठारी के मुताबिक आपको समुद्री नमक से गरारे करने से शायद मुंह से जुड़ी छोटी-मोटी परेशानियों से राहत मिल सकती है लेकिन ये बड़ी परेशानियों का इलाज नहीं है।

क्या समुद्री नमक से गरारे करना रूट कैनाल का इलाज है?

क्लार्क ने कहा कि समुद्री नमक आपके मुंह में pH balance को बेअसर करके काम करता है, जो बदले में मसूड़ों को स्वस्थ रखने में मदद करता है। मणिपाल कॉलेज ऑफ डेंटल साइंसेज, बैंगलोर में कंजर्वेटिव डेंटिस्ट्री और एंडोडोंटिक्स की प्रोफेसर डॉ. कुंडबाला एम के अनुसार समुद्री नमक में 40 p.p.m. फ्लोराइड की मात्रा होती है। समुद्री नमक के घोल का उपयोग रोगाणुरोधी थेरेपी के रूप में काम करता है इसपर कई छोटे अध्ययन हुए हैं जिनका उपयोग कैविटी को रोकने के लिए माउथवॉश के रूप में किया जा सकता है। समुद्री नमक के दांतों के लिए फायदों पर अभी और रिसर्च करने की आवश्यकता है।