डायबिटीज के मरीजों के लिए डाइट का चयन करना थोड़ा मुश्किल काम है। डाइट में ऐसे फूड्स का सेवन करना जरूरी है जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम हो और जो ब्लड शुगर को तेजी से स्पाइक नहीं करते हो। डायबिटीज के मरीजों को डाइट में अनाज को लेकर काफी कंफ्यूशन रहती है। अनाज में भी आटा का सेवन को लेकर अक्सर सोचा जाता है कि कौन से आटे का सेवन करें जिससे ब्लड शुगर का स्तर स्पाइक नहीं करें। अक्सर शुगर के मरीज गेहूं के आटा का ही सेवन करते हैं जिनसे उनका ब्लड शुगर तेजी से बढ़ता है। यही कारण है कि डायबिटीज के मरीजों को डाइट में आटे के सेवन को लेकर बेहद सावधानी बरतने की हिदायत दी जाती है।
मधुमेह वाले लोगों के लिए कौन सा आटा बेहतरीन विकल्प है ये जानना बेहद जरूरी है? डायबिटीज के मरीजों को चावल का सेवन कम करने की सलाह दी जाती है ऐसे में चावल के आटे का सेवन क्या शुगर को कंट्रोल कर सकता है? एक्सपर्ट से जानते हैं क्या मधुमेह रोगियों के लिए चावल का आटा अच्छा है?
क्या चावल का आटा ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है:
आरएन टैगोर अस्पताल, मुकुंदपुर, कोलकाता में पोषण और आहार विज्ञान की डॉक्टर दीपा मिश्रा के मुताबिक जब डायबिटीज के मरीजों के लिए आटे के चयन की बात आती है तो कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले आटे का चयन करना बेहद जरूरी होता है। जिस आटे का ग्लाइसेमिक इंडेक्स ज्यादा होता है उसका सेवन करने से ब्लड में शुगर का स्तर तेजी से बढ़ सकता है। डायबिटीज के जो मरीज ब्लड शुगर को कंट्रोल करना चाहते हैं ऐसे लोगों के लिए हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले आटे का सेवन नुकसानदायक हो सकता है।
मिश्रा ने बताया कि चावल के आटे का सेवन डायबिटीज के प्रकार और व्यक्तिगत आहार की जरूरतों पर निर्भर करता है। मिश्रा ने indianexpress.com को बताया कि चावल का आटा लस मुक्त होता है और ये एक स्वस्थ विकल्प माना जाता है। चावल के आटे का ग्लाइसेमिक इंडेक्स अन्य आटे की तुलना में हाई होता है।
उजाला सिग्नस ग्रुप के आंतरिक चिकित्सा सलाहकार डॉ. शाहिद शफी ने बताया कि चावल के आटे को हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला आटा माना जाता है। जिसका अर्थ है कि यह रक्त शर्करा के स्तर में तेजी से वृद्धि कर सकता है,इसलिए मधुमेह रोगियों को चावल के आटे का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए। डायबिटीज के मरीज अगर चावल के आटे का सेवन करना चाहते हैं तो बेहद सीमित मात्रा में उसका सेवन करें।
डायबिटीज के मरीज चावल के आटे का सेवन कैसे कर सकते हैं?
एक्सपर्ट के मुताबिक चावल के आटे को डायबिटिक फ्रेंडली डाइट में मॉडरेशन में शामिल किया जा सकता है। इस आटे का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम करने के लिए इसमें कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले आटे को भी मिक्स करके खा सकते हैं। चावल के आटे का उपयोग बाजरे के आटे का कॉम्बिनेशन करके किया जा सकता है। बाजरे का आटा चावल के साथ मिक्स करने से उसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होगा और ये वजन को घटाने में भी असरदार साबित होगा। चावल के आटे को सोया आटा के साथ भी मिक्स करके उसका सेवन किया जा सकता है।
कौन सा आटा शुगर के मरीजों के लिए है बेहतर?
मधुमेह रोगियों के लिए सबसे अच्छा आटा साबुत अनाज का आटा है। साबुत अनाज जो फाइबर और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होता है। यह रक्तप्रवाह में ग्लूकोज के अवशोषण को धीमा कर देता है, जिससे ब्लड में शुगर का स्तर अधिक स्थिर हो जाता है।